नई दिल्ली
साउथ एमसीडी एरिया के पार्कों में ट्यूबवेल से निकलने वाले पानी का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा। एमसीडी ने सभी पार्कों तक पाइपलाइन से ट्रीटेड वॉटर पहुंचाने का प्लान बनाया है। इस पूरे प्रॉजेक्ट को पूरा करने के लिए करीब 50 लाख रुपये तक खर्च होने का अनुमान है।
इस प्लान के तहत सबसे पहल न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी के छोटे-बड़े 150 पार्कों को पाइपलाइन से कनेक्ट किया जाएगा। वॉर्ड नंबर-101 में स्थित ए, बी और सी ब्लॉक के पार्कों तक पानी पहुंचाने के लिए 1546 मीटर और वॉर्ड-89 के पार्कों के लिए 1500 मीटर लंबी पाइपलाइनें बिछाई जाएंगी। इस काम पर करीब 50 लाख रुपये खर्च का एस्टिमेट बनाया गया है।
एमसीडी अफसरों के अनुसार, न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी एरिया में कुल 150 पार्क हैं। जिनका कुल एरिया 26 एकड़ है। पार्कों में पानी देने के लिए 8-10 ट्यूबवेल लगे हैं, जिससे रोजाना हजारों लीटर ग्राउंड वॉटर निकाला जाता है। ग्राउंड वॉटर के दोहन पर एनजीटी ने रोक लगा दी है। इसके अलावा ट्यूबवेलों के मेंटिनेंस पर हर साल एमसीडी को करीब 40-50 लाख रुपये खर्च करना पड़ता है। इसलिए अब ट्रीटेड वॉटर का इस्तेमाल किया जाएगा।
स्टैंडिंग कमिटी के डेप्युटी चेयरमैन राजपाल सिंह का कहना है कि यहां के पार्कों का कुल एरिया करीब 26 एकड़ है। पार्कों में ट्रीटेड वॉटर स्टोर करने के लिए अंडरग्राउंड टैंक बनाए जाएंगे।
साउथ एमसीडी एरिया के पार्कों में ट्यूबवेल से निकलने वाले पानी का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा। एमसीडी ने सभी पार्कों तक पाइपलाइन से ट्रीटेड वॉटर पहुंचाने का प्लान बनाया है। इस पूरे प्रॉजेक्ट को पूरा करने के लिए करीब 50 लाख रुपये तक खर्च होने का अनुमान है।
इस प्लान के तहत सबसे पहल न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी के छोटे-बड़े 150 पार्कों को पाइपलाइन से कनेक्ट किया जाएगा। वॉर्ड नंबर-101 में स्थित ए, बी और सी ब्लॉक के पार्कों तक पानी पहुंचाने के लिए 1546 मीटर और वॉर्ड-89 के पार्कों के लिए 1500 मीटर लंबी पाइपलाइनें बिछाई जाएंगी। इस काम पर करीब 50 लाख रुपये खर्च का एस्टिमेट बनाया गया है।
एमसीडी अफसरों के अनुसार, न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी एरिया में कुल 150 पार्क हैं। जिनका कुल एरिया 26 एकड़ है। पार्कों में पानी देने के लिए 8-10 ट्यूबवेल लगे हैं, जिससे रोजाना हजारों लीटर ग्राउंड वॉटर निकाला जाता है। ग्राउंड वॉटर के दोहन पर एनजीटी ने रोक लगा दी है। इसके अलावा ट्यूबवेलों के मेंटिनेंस पर हर साल एमसीडी को करीब 40-50 लाख रुपये खर्च करना पड़ता है। इसलिए अब ट्रीटेड वॉटर का इस्तेमाल किया जाएगा।
स्टैंडिंग कमिटी के डेप्युटी चेयरमैन राजपाल सिंह का कहना है कि यहां के पार्कों का कुल एरिया करीब 26 एकड़ है। पार्कों में ट्रीटेड वॉटर स्टोर करने के लिए अंडरग्राउंड टैंक बनाए जाएंगे।
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Read more: SDMC के पार्कों में होगा ट्रीटेड वॉटर का इस्तेमाल