नई दिल्ली
जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) के छात्र आज पुलिस के कथित लाठी चार्ज के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए पुलिस मुख्यालय (आईटीओ) पर जमा होंगे। बता दें कि ये सभी छात्र जेएनयू की ब्लाइंड फोरम के हैं। पहले छात्र संसद मार्ग पर स्थित नए पुलिस हेडक्वॉर्टर पर जा रहे थे, लेकिन पुलिस ने इन्हें पकड़ लिया। फिलहाल छात्र आईटीओ स्थित पुराने वाले मुख्यालय पर जा रहे हैं।
ये सभी छात्र प्रदर्शन करने के लिए जेएनयू से बस से निकले हैं। बता दें कि ये छात्र संसद मार्च के दौरान हुए कथित पुलिस लाठीचार्ज के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए जा रहे हैं।
बातचीत को हुई मीटिंग
जेएनयू के हालात वापस दुरुस्त हों, इसके लिए स्टूडेंट्स यूनियन के प्रतिनिधियों को एचआरडी मिनिस्ट्री ने बुधवार को मीटिंग के लिए बुलाया, इसके लिए सुबह छात्रों का डेलिगेशन पहुंचा। 20 नवंबर को शास्त्री भवन में रखी गई यह मीटिंग हाई पावर कमिटी की ओर से शास्त्री भवन में रख्री गई है, जिसे जेएनयू में हॉस्टल फीस बढ़ोतरी के मामले की जांच के लिए बनाया गया है।
इससे पहले जेएनयू स्टूडेंट्स यूनियन ने मंगलवार को कैंपस में प्रेस कॉन्फ्रेंस की और पुलिस पर सोमवार को बेरहमी से पीटने और छेड़छाड़ जैसे आरोप लगाए। इस दौरान प्लास्टर बांधे कई स्टूडेंट भी मौजूद थे। छात्र नेताओं ने कहा कि फीस घटवाने के लिए बार-बार संसद घेरनी पड़ी तो वे ऐसा भी करेंगे।
दूसरी तरफ हॉस्टल फीस बढ़ोतरी के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले जेएनयू स्टूडेंट्स के खिलाफ पुलिस ने दो एफआईआर दर्ज की हैं। लोदी कॉलोनी और किशनगढ़ थाने में पुलिस की ओर से दर्ज कराए गए इन मामलों में स्टूडेंट्स पर पुलिस से धक्का-मुक्की करने, सरकारी काम में बाधा डालने और पुलिस जिप्सी तोड़ने जैसे आरोप हैं। एफआईआर में अभी किसी स्टूडेंट का नाम नहीं है। सूत्रों का कहना है कि एक और एफआईआर दर्ज की जा सकती है। पुलिस सीसीटीवी आदि से हंगामा करने के आरोपी स्टूडेंट्स की पहचान करने में जुटी है। लोकसभा में कांग्रेस, बीजेडी और तृणमूल के सांसदों ने जेएनयू को मुद्दा उठाया और पुलिस कार्रवाई की जांच की मांग की।
जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) के छात्र आज पुलिस के कथित लाठी चार्ज के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए पुलिस मुख्यालय (आईटीओ) पर जमा होंगे। बता दें कि ये सभी छात्र जेएनयू की ब्लाइंड फोरम के हैं। पहले छात्र संसद मार्ग पर स्थित नए पुलिस हेडक्वॉर्टर पर जा रहे थे, लेकिन पुलिस ने इन्हें पकड़ लिया। फिलहाल छात्र आईटीओ स्थित पुराने वाले मुख्यालय पर जा रहे हैं।
ये सभी छात्र प्रदर्शन करने के लिए जेएनयू से बस से निकले हैं। बता दें कि ये छात्र संसद मार्च के दौरान हुए कथित पुलिस लाठीचार्ज के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए जा रहे हैं।
बातचीत को हुई मीटिंग
जेएनयू के हालात वापस दुरुस्त हों, इसके लिए स्टूडेंट्स यूनियन के प्रतिनिधियों को एचआरडी मिनिस्ट्री ने बुधवार को मीटिंग के लिए बुलाया, इसके लिए सुबह छात्रों का डेलिगेशन पहुंचा। 20 नवंबर को शास्त्री भवन में रखी गई यह मीटिंग हाई पावर कमिटी की ओर से शास्त्री भवन में रख्री गई है, जिसे जेएनयू में हॉस्टल फीस बढ़ोतरी के मामले की जांच के लिए बनाया गया है।
इससे पहले जेएनयू स्टूडेंट्स यूनियन ने मंगलवार को कैंपस में प्रेस कॉन्फ्रेंस की और पुलिस पर सोमवार को बेरहमी से पीटने और छेड़छाड़ जैसे आरोप लगाए। इस दौरान प्लास्टर बांधे कई स्टूडेंट भी मौजूद थे। छात्र नेताओं ने कहा कि फीस घटवाने के लिए बार-बार संसद घेरनी पड़ी तो वे ऐसा भी करेंगे।
दूसरी तरफ हॉस्टल फीस बढ़ोतरी के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले जेएनयू स्टूडेंट्स के खिलाफ पुलिस ने दो एफआईआर दर्ज की हैं। लोदी कॉलोनी और किशनगढ़ थाने में पुलिस की ओर से दर्ज कराए गए इन मामलों में स्टूडेंट्स पर पुलिस से धक्का-मुक्की करने, सरकारी काम में बाधा डालने और पुलिस जिप्सी तोड़ने जैसे आरोप हैं। एफआईआर में अभी किसी स्टूडेंट का नाम नहीं है। सूत्रों का कहना है कि एक और एफआईआर दर्ज की जा सकती है। पुलिस सीसीटीवी आदि से हंगामा करने के आरोपी स्टूडेंट्स की पहचान करने में जुटी है। लोकसभा में कांग्रेस, बीजेडी और तृणमूल के सांसदों ने जेएनयू को मुद्दा उठाया और पुलिस कार्रवाई की जांच की मांग की।
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