Tuesday, November 26, 2019

कॉलोनी बिल पर केजरीवाल, 'कानूनी जुमला नहीं रजिस्ट्री दो'

नई दिल्ली
आम आदमी पार्टी ने कच्ची कॉलोनियों को लेकर केंद्र सरकार की ओर से पेश किए गए बिल को दिल्लीवालों के साथ धोखा बताया है। आप ने आरोप लगाया है कि दिल्ली में आने वाले चुनाव से पहले बीजेपी जनता को बहकाने की कोशिश कर रही है। आप ने एक बयान जारी कर कहा है कि अगर चुनाव से पहले लोगों के हाथ में अपने घरों की रजिस्ट्री नहीं आएगी

लाखों लोग रजिस्ट्री का कर रहे इंतजार
आम आदमी पार्टी ने कहा है कि मीडिया में ऐसी खबरें आई हैं कि केंद्र सरकार चुनाव से पहले सिर्फ 100 लोगों को रजिस्ट्री दिलवाएगी। रजिस्ट्री दिलवाने का महज सांकेतिक काम किया जाएगा। खबरों के मुताबिक बीजेपी चुनाव के बाद ही अन्य लोगों को रजिस्ट्री देगी। इससे ये सवाल उठता है की ये 100 लोग कौन होंगे? दिल्ली की कच्ची कॉलोनियों में रहने वाले लाखों लोग जो रजिस्ट्री का इंतजार कर रहे हैं उनका क्या कसूर है?

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आप ने बीजेपी और कांग्रेस पर लगाया आरोप

आप ने कहा है कि बीजेपी भी बिल्कुल कांग्रेस की राह पर चल रही है। कांग्रेस ने 2008 के चुनाव से ठीक पहले इसी तरह से प्रोविजनल सर्टिफिकेट बांटे थें। इससे साफ है कि बीजेपी का यह सिर्फ चुनावी दांव है। आम आदमी पार्टी ने मांग की है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले दिल्ली की कच्ची कॉलोनियों में रहने वाले हर एक व्यक्ति के हाथ में रजिस्ट्री हो।

स्ट्रीट लाइट्स की देखभाल अब सरकार करेगी
पार्टी ने कहा है कि दिल्ली में केजरीवाल सरकार के बनते ही लगातार रजिस्ट्री के लिए संघर्ष किया, दबाव बनाया। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 12 नवंबर 2015 में कॉलोनियों को पक्का कराने का प्रस्ताव केंद्र को भेजा था। आप सरकार ने कच्ची कॉलोनियों में 6 हजार करोड़ खर्च कर पानी, नाली, सीवर व बिजली की व्यवस्था कर दी। कच्ची कालोनियों में स्ट्रीट लाइट पर भी नियम बना दिया गया है। अब सभी स्ट्रीट लाइट के रखरखाव की जिम्मेदारी दिल्ली सरकार करेगी।

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