अस्पताल के नेफ्रोलॉजी विभाग के विशेषज्ञ डॉ. योगेश कुमार छाबड़ा ने कहा कि जब युवक को यहां लाया गया था उस समय उनका बीपी रिकॉर्ड नहीं हो रहा था। सांस बहुत कम चल रही थी।
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