नई दिल्ली
निर्भया मामले की सुनवाई कर रही दिल्ली की अदालत ने तिहाड़ जेल प्रशासन को चारों दोषियों की उपस्थिति के लिए प्रॉडक्शन वॉरंट जारी किया है। इस केस में अगली सुनवाई 13 दिसंबर को है। इससे पहले शुक्रवार को अदालत ने तिहाड़ जेल प्रशासन से स्टेटस रिपोर्ट दायर कर पूछा था कि क्या सजा के खिलाफ दोषियों की कोई अपील कहीं लंबित है?
अदालत में 'निर्भया' के माता-पिता की अर्जी पर गुरुवार से सुनवाई शुरू हो चुकी है। निर्भया के माता-पिता ने मांग की है कि रेपकांड के दोषियों को फांसी पर चढ़ाने की प्रक्रिया में तेजी लाने का निर्देश दिया जाए। इसी पर अदालत ने जेल अथॉरिटीज से पूछा था कि क्या सजा के खिलाफ दोषियों की कोई अपील कहीं पेंडिंग है?
पढ़ें: निर्भया के दोषियों के लिए फांसी की मांग पर सुनवाई शुरू
अभी नहीं भेजा एग्जीक्यूशन वॉरंट
गुरुवार को अभियोजन की ओर से स्पेशल पब्लिक प्रॉसिक्यूटर राजीव मोहन पेश हुए। उन्होंने अदालत को बताया कि अभी तक जेल प्रशासन की ओर से दोषियों के लिए एग्जीक्यूशन वॉरंट जारी नहीं किया गया है। 31 अक्टूबर को तिहाड़ जेल प्रशासन ने इस केस के दोषियों विनय, पवन, मुकेश और अक्षय को नोटिस जारी करते हुए कहा था कि उन्होंने यदि इन सात दिनों के भीतर सजा के खिलाफ दया याचिका दायर नहीं की, तो यह मान लिया जाएगा कि वे ऐसा नहीं करना चाहते और उनके खिलाफ फांसी की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
निर्भया मामले की सुनवाई कर रही दिल्ली की अदालत ने तिहाड़ जेल प्रशासन को चारों दोषियों की उपस्थिति के लिए प्रॉडक्शन वॉरंट जारी किया है। इस केस में अगली सुनवाई 13 दिसंबर को है। इससे पहले शुक्रवार को अदालत ने तिहाड़ जेल प्रशासन से स्टेटस रिपोर्ट दायर कर पूछा था कि क्या सजा के खिलाफ दोषियों की कोई अपील कहीं लंबित है?
अदालत में 'निर्भया' के माता-पिता की अर्जी पर गुरुवार से सुनवाई शुरू हो चुकी है। निर्भया के माता-पिता ने मांग की है कि रेपकांड के दोषियों को फांसी पर चढ़ाने की प्रक्रिया में तेजी लाने का निर्देश दिया जाए। इसी पर अदालत ने जेल अथॉरिटीज से पूछा था कि क्या सजा के खिलाफ दोषियों की कोई अपील कहीं पेंडिंग है?
पढ़ें: निर्भया के दोषियों के लिए फांसी की मांग पर सुनवाई शुरू
अभी नहीं भेजा एग्जीक्यूशन वॉरंट
गुरुवार को अभियोजन की ओर से स्पेशल पब्लिक प्रॉसिक्यूटर राजीव मोहन पेश हुए। उन्होंने अदालत को बताया कि अभी तक जेल प्रशासन की ओर से दोषियों के लिए एग्जीक्यूशन वॉरंट जारी नहीं किया गया है। 31 अक्टूबर को तिहाड़ जेल प्रशासन ने इस केस के दोषियों विनय, पवन, मुकेश और अक्षय को नोटिस जारी करते हुए कहा था कि उन्होंने यदि इन सात दिनों के भीतर सजा के खिलाफ दया याचिका दायर नहीं की, तो यह मान लिया जाएगा कि वे ऐसा नहीं करना चाहते और उनके खिलाफ फांसी की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और रहें हर खबर से अपडेट।
Read more: निर्भया केस में अगली सुनवाई 13 दिसंबर को