नई दिल्ली
रविवार दिल्ली और एनसीआर वालों के लिए किसी कयामत के दिन से कम नहीं रहा। हल्की बारिश के बावजूद आसमान साफ नहीं हुआ था और सामने था बस धुआं ही धुआं। यह धुआं इतना जहरीला था कि दिल्ली दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर बन गया। रविवार को राजधानी का एयर क्वॉलिटी इंडेक्स (AQI) 1065 पर था। यह लाहौर के AQI (163) के सात गुना है।
सोमवार को भी नहीं सुधरे हालात
दिल्ली और एनसीआर के हालात सोमवार को भी नहीं सुधरे हैं। आज भी स्तर आपतकालीन स्थिति वाला है। आज दिल्ली में AQI 600 पार है। वहीं नोएडा, गुरुग्राम की स्थिति भी ऐसी ही है। दिल्ली दुनिया में अभी भी टॉप पर है।
2016 और 2017 से भी ज्यादा स्मॉग
राजधानी में हालत दिन प्रतिदिन बिगड़ते ही जा रहे हैं। रविवार को हुआ स्मॉग नवंबर 2016 और नवंबर 2017 के मुकाबले भी ज्यादा रहा।एनसीआर में गाजियाबाद, नोएडा, फरीदाबाद के हालात भी अच्छे नहीं रहे। यहां भी प्रदूषण का स्तर बेहद खतरनाक बना हुआ था।
पढ़ें: पलूशन पर अब 24 घंटे नजर रखेगा PMO
प्रदूषण की जानकारी देनेवाली एयर विजुअल वेबसाइट (यूएस पैमाना) के मुताबिक, दिल्ली रविवार को दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर रहा। इस लिस्ट में ढाका दूसरे नंबर पर था, लेकिन उसका AQI भी भारत से सात गुना कम रहा। यह साइट वर्ल्ड के 90 बड़े शहरों की हवा पर नजर रखती है। दोपहर 1.45 पर लाहौर ने ढाका को पीछे छोड़कर नंबर दो की पोजिशन पर कब्जा जमाया था लेकिन वह दिल्ली से पीछे ही रहा।
300 उड़ानें प्रभावित, 42 डाइवर्ट हुईं
रविवार को धुंध ने विमानों की आवाजाही पर असर डाला। एक समय दृश्यता 50 मीटर से भी कम थी। इस कारण से 42 विमानों को जयपुर, अमृतसर और लखनऊ डाइवर्ट किया गया। करीब 15 उड़ानों को रद्द करना पड़ा। कुल मिलाकर 300 विमानों की आवाजाही प्रभावित हुई।
पराली सबसे बड़ी वजह
दिल्ली में इस समय प्रदूषण की बड़ी वजह पराली का धुआं है। द एनर्जी एंड रिसोर्स इंस्टिट्यूट (TERI) की रिपोर्ट ने यह दावा किया है। इसके मुताबिक, पराली के पीरियड में दिल्ली को प्रदूषित करने में पराली के धुएं का योगदान 40% तक है। दूसरे नंबर पर इंडस्ट्री, फिर गाड़ियों से पैदा प्रदूषण है। टेरी ने यात्रा से बचने की सलाह दी है।
40% लोग छोड़ना चाहते हैं दिल्ली
प्रदूषण से परेशान दिल्ली-एनसीआर के 40% लोग अब इलाके को छोड़ना चाहते हैं। ‘लोकल सर्कल’ के ऑनलाइन सर्वे में यह बात सामने आई। पिछले साल 35% लोगों ने प्रदूषण के कारण शहर छोड़ने की बात कही थी। सर्वे दिल्ली, नोएडा, गुड़गांव, गाजियाबाद और फरीदाबाद में 17 हजार लोगों पर किया गया। 44% ने माना कि प्रदूषण का सेहत पर काफी असर पड़ रहा है, 29% ने कहा कि डॉक्टर के पास जाने की जरूरत पड़ी है।
रविवार दिल्ली और एनसीआर वालों के लिए किसी कयामत के दिन से कम नहीं रहा। हल्की बारिश के बावजूद आसमान साफ नहीं हुआ था और सामने था बस धुआं ही धुआं। यह धुआं इतना जहरीला था कि दिल्ली दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर बन गया। रविवार को राजधानी का एयर क्वॉलिटी इंडेक्स (AQI) 1065 पर था। यह लाहौर के AQI (163) के सात गुना है।
सोमवार को भी नहीं सुधरे हालात
दिल्ली और एनसीआर के हालात सोमवार को भी नहीं सुधरे हैं। आज भी स्तर आपतकालीन स्थिति वाला है। आज दिल्ली में AQI 600 पार है। वहीं नोएडा, गुरुग्राम की स्थिति भी ऐसी ही है। दिल्ली दुनिया में अभी भी टॉप पर है।
जगह | AQI | स्तर |
दिल्ली | 625 | आपतकाल स्थिति |
नोएडा | 667 | आपतकाल स्थिति |
गुरुग्राम | 737 | आपतकाल स्थिति |
2016 और 2017 से भी ज्यादा स्मॉग
राजधानी में हालत दिन प्रतिदिन बिगड़ते ही जा रहे हैं। रविवार को हुआ स्मॉग नवंबर 2016 और नवंबर 2017 के मुकाबले भी ज्यादा रहा।एनसीआर में गाजियाबाद, नोएडा, फरीदाबाद के हालात भी अच्छे नहीं रहे। यहां भी प्रदूषण का स्तर बेहद खतरनाक बना हुआ था।
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प्रदूषण की जानकारी देनेवाली एयर विजुअल वेबसाइट (यूएस पैमाना) के मुताबिक, दिल्ली रविवार को दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर रहा। इस लिस्ट में ढाका दूसरे नंबर पर था, लेकिन उसका AQI भी भारत से सात गुना कम रहा। यह साइट वर्ल्ड के 90 बड़े शहरों की हवा पर नजर रखती है। दोपहर 1.45 पर लाहौर ने ढाका को पीछे छोड़कर नंबर दो की पोजिशन पर कब्जा जमाया था लेकिन वह दिल्ली से पीछे ही रहा।
300 उड़ानें प्रभावित, 42 डाइवर्ट हुईं
रविवार को धुंध ने विमानों की आवाजाही पर असर डाला। एक समय दृश्यता 50 मीटर से भी कम थी। इस कारण से 42 विमानों को जयपुर, अमृतसर और लखनऊ डाइवर्ट किया गया। करीब 15 उड़ानों को रद्द करना पड़ा। कुल मिलाकर 300 विमानों की आवाजाही प्रभावित हुई।
पराली सबसे बड़ी वजह
दिल्ली में इस समय प्रदूषण की बड़ी वजह पराली का धुआं है। द एनर्जी एंड रिसोर्स इंस्टिट्यूट (TERI) की रिपोर्ट ने यह दावा किया है। इसके मुताबिक, पराली के पीरियड में दिल्ली को प्रदूषित करने में पराली के धुएं का योगदान 40% तक है। दूसरे नंबर पर इंडस्ट्री, फिर गाड़ियों से पैदा प्रदूषण है। टेरी ने यात्रा से बचने की सलाह दी है।
40% लोग छोड़ना चाहते हैं दिल्ली
प्रदूषण से परेशान दिल्ली-एनसीआर के 40% लोग अब इलाके को छोड़ना चाहते हैं। ‘लोकल सर्कल’ के ऑनलाइन सर्वे में यह बात सामने आई। पिछले साल 35% लोगों ने प्रदूषण के कारण शहर छोड़ने की बात कही थी। सर्वे दिल्ली, नोएडा, गुड़गांव, गाजियाबाद और फरीदाबाद में 17 हजार लोगों पर किया गया। 44% ने माना कि प्रदूषण का सेहत पर काफी असर पड़ रहा है, 29% ने कहा कि डॉक्टर के पास जाने की जरूरत पड़ी है।
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