नई दिल्ली
अमेरिका से भारत घूमने आया एक टूरिस्ट दिलवालों की दिल्ली में ठगों के एक गिरोह का शिकार बन गया। अमेरिका के जॉर्ज वेनमीटर दिल्ली घूमने आए थे, लेकिन ठगों ने उन्हें आगरा भेज दिया और उनसे मोटी रकम भी वसूल ली। यही नहीं वे लगातार उन्हें परेशान करते रहे और रकम ऐंठते रहे। हालात इतने खराब हो गए कि अपनी जान बचाने के लिए टूरिस्ट को चलते ऑटो से कूदकर भागना पड़ा। बाद में कुछ पुलिसवालों ने उनकी मदद की और मंदिर मार्ग थाने पहुंचाया। खास बात यह है कि ठगों के इस गिरोह ने कनॉट प्लेस और गोल मार्केट जैसी नई दिल्ली की महंगी जगहों पर अपने दफ्तर खोल रखे हैं।
नई दिल्ली की डीसीपी डॉ. ईश सिंघल ने बताया कि पुलिस ने इस मामले में गीता कॉलोनी निवासी ऑटो चालक राम प्रीत (45) को गिरफ्तार किया है, जो मूल रूप से बिहार का रहने वाला है। उसका ऑटो भी जब्त कर लिया गया है। अन्य आरोपी अभी फरार हैं और पुलिस उन्हें भी तलाश रही है। डीसीपी के मुताबिक, अमेरिकी राज्य कोलोराडो के रहने वाले जॉर्ज वेनमीटर की कंप्लेंट पर रविवार को मंदिर मार्ग थाने में आईपीसी की धारा 420/34 और टूरिस्टों को प्रोटेक्ट करने के लिए बनाए गए कानून के तहत केस दर्ज किया गया था। जॉर्ज ने पुलिस को बताया कि वह शुक्रवार की शाम को दिल्ली पहुंचे और एयरपोर्ट से बाहर आकर पहाड़गंज के होटल जाने के लिए एक टैक्सी हायर करने लगे। तभी एक टैक्सी चालक उनके पास आया और 400 रुपये में उन्हें उनके होटल तक छोड़ने का ऑफर दिया।
पुलिस बैरिकेड दिखाकर दिया ठगी को अंजाम
जॉर्ज उस टैक्सी में बैठ गए, लेकिन कनॉट प्लेस से कुछ दूर टैक्सी चालक ने एक जगह टैक्सी रोक दी, जहां पुलिस के बैरिकेड लगे हुए थे। उसने जॉर्ज से कहा कि त्योहार की वजह से पुलिस ने रास्ते बंद कर रखे हैं। इसके बाद वह जॉर्ज को कनॉट प्लेस के एक टूरिस्ट ऑफिस ले गया, जहां मौजूद लोगों ने उन्हें बताया कि दीपावली पर सुरक्षा इंतजामों के चलते पुलिस ने पूरी दिल्ली बंद करवा रखी है और उनका होटल भी बंद है। उन्होंने कहा कि वह खुद होटल जाकर चेक करेंगे। टूरिस्ट ऑफिस में मौजूद दलालों ने जॉर्ज को बाहर खड़े एक ऑटो में बिठवा दिया।
जयपुर-आगरा घुमाने के नाम पर ठगे 1300 डॉलर
ऑटो वाला भी जॉर्ज को लेकर इधर-उधर घूमता रहा और रास्ते बंद होने की बात कहता रहा। बाद में वह जॉर्ज को गोल मार्केट स्थित एक अन्य टूरिस्ट ऑफिस में ले गया। वहां मौजूद लोगों ने भी जॉर्ज को मिसगाइड करके उन्हें आगरा और जयपुर की सैर कराने का ऑफर दिया। इसके बदले में उन्होंने जॉर्ज से 1294 डॉलर लिए, मगर जयपुर और आगरा में भी जॉर्ज को सारा खर्च खुद उठाना पड़ा। आगरा में जब उन्होंने होटल के एक कर्मचारी से फोन लेकर पहाड़गंज के ब्लूमरूम्स होटल में फोन किया, तब जाकर पता चला कि उन्हें ठग लिया गया है।
शक होने पर बैग ले गाड़ी से कूद पड़े
20 तारीख को वह होटल से एक टैक्सी हायर करके दिल्ली लौटे। उन्हें एयरपोर्ट जाना था, लेकिन टैक्सी चालक उन्हें फिर से नई दिल्ली की तरफ ले आया। भाई वीर सिंह मार्ग से गुजरते वक्त जॉर्ज को शक हुआ, तो एक जगह गाड़ी के स्लो होते ही वह अपना बैग लेकर गाड़ी से बाहर कूद पड़े और मदद की गुहार लगाते हुए भागने लगे। तभी दो पुलिसवाले उन्हें मिल गए। जॉर्ज ने उन्हें अपनी आपबीती सुनाई, जिसके बाद उन्होंने जॉर्ज की मदद की।
अमेरिका से भारत घूमने आया एक टूरिस्ट दिलवालों की दिल्ली में ठगों के एक गिरोह का शिकार बन गया। अमेरिका के जॉर्ज वेनमीटर दिल्ली घूमने आए थे, लेकिन ठगों ने उन्हें आगरा भेज दिया और उनसे मोटी रकम भी वसूल ली। यही नहीं वे लगातार उन्हें परेशान करते रहे और रकम ऐंठते रहे। हालात इतने खराब हो गए कि अपनी जान बचाने के लिए टूरिस्ट को चलते ऑटो से कूदकर भागना पड़ा। बाद में कुछ पुलिसवालों ने उनकी मदद की और मंदिर मार्ग थाने पहुंचाया। खास बात यह है कि ठगों के इस गिरोह ने कनॉट प्लेस और गोल मार्केट जैसी नई दिल्ली की महंगी जगहों पर अपने दफ्तर खोल रखे हैं।
नई दिल्ली की डीसीपी डॉ. ईश सिंघल ने बताया कि पुलिस ने इस मामले में गीता कॉलोनी निवासी ऑटो चालक राम प्रीत (45) को गिरफ्तार किया है, जो मूल रूप से बिहार का रहने वाला है। उसका ऑटो भी जब्त कर लिया गया है। अन्य आरोपी अभी फरार हैं और पुलिस उन्हें भी तलाश रही है। डीसीपी के मुताबिक, अमेरिकी राज्य कोलोराडो के रहने वाले जॉर्ज वेनमीटर की कंप्लेंट पर रविवार को मंदिर मार्ग थाने में आईपीसी की धारा 420/34 और टूरिस्टों को प्रोटेक्ट करने के लिए बनाए गए कानून के तहत केस दर्ज किया गया था। जॉर्ज ने पुलिस को बताया कि वह शुक्रवार की शाम को दिल्ली पहुंचे और एयरपोर्ट से बाहर आकर पहाड़गंज के होटल जाने के लिए एक टैक्सी हायर करने लगे। तभी एक टैक्सी चालक उनके पास आया और 400 रुपये में उन्हें उनके होटल तक छोड़ने का ऑफर दिया।
पुलिस बैरिकेड दिखाकर दिया ठगी को अंजाम
जॉर्ज उस टैक्सी में बैठ गए, लेकिन कनॉट प्लेस से कुछ दूर टैक्सी चालक ने एक जगह टैक्सी रोक दी, जहां पुलिस के बैरिकेड लगे हुए थे। उसने जॉर्ज से कहा कि त्योहार की वजह से पुलिस ने रास्ते बंद कर रखे हैं। इसके बाद वह जॉर्ज को कनॉट प्लेस के एक टूरिस्ट ऑफिस ले गया, जहां मौजूद लोगों ने उन्हें बताया कि दीपावली पर सुरक्षा इंतजामों के चलते पुलिस ने पूरी दिल्ली बंद करवा रखी है और उनका होटल भी बंद है। उन्होंने कहा कि वह खुद होटल जाकर चेक करेंगे। टूरिस्ट ऑफिस में मौजूद दलालों ने जॉर्ज को बाहर खड़े एक ऑटो में बिठवा दिया।
जयपुर-आगरा घुमाने के नाम पर ठगे 1300 डॉलर
ऑटो वाला भी जॉर्ज को लेकर इधर-उधर घूमता रहा और रास्ते बंद होने की बात कहता रहा। बाद में वह जॉर्ज को गोल मार्केट स्थित एक अन्य टूरिस्ट ऑफिस में ले गया। वहां मौजूद लोगों ने भी जॉर्ज को मिसगाइड करके उन्हें आगरा और जयपुर की सैर कराने का ऑफर दिया। इसके बदले में उन्होंने जॉर्ज से 1294 डॉलर लिए, मगर जयपुर और आगरा में भी जॉर्ज को सारा खर्च खुद उठाना पड़ा। आगरा में जब उन्होंने होटल के एक कर्मचारी से फोन लेकर पहाड़गंज के ब्लूमरूम्स होटल में फोन किया, तब जाकर पता चला कि उन्हें ठग लिया गया है।
शक होने पर बैग ले गाड़ी से कूद पड़े
20 तारीख को वह होटल से एक टैक्सी हायर करके दिल्ली लौटे। उन्हें एयरपोर्ट जाना था, लेकिन टैक्सी चालक उन्हें फिर से नई दिल्ली की तरफ ले आया। भाई वीर सिंह मार्ग से गुजरते वक्त जॉर्ज को शक हुआ, तो एक जगह गाड़ी के स्लो होते ही वह अपना बैग लेकर गाड़ी से बाहर कूद पड़े और मदद की गुहार लगाते हुए भागने लगे। तभी दो पुलिसवाले उन्हें मिल गए। जॉर्ज ने उन्हें अपनी आपबीती सुनाई, जिसके बाद उन्होंने जॉर्ज की मदद की।
मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और रहें हर खबर से अपडेट।
Read more: दिल्ली बंद है बोल अमेरिकी को आगरा घुमा डाला