नई दिल्ली
2 बजकर 43 मिनट पर एक मरीज ने टोल फ्री नंबर 14430 पर कॉल किया कि उन्हें चेस्ट पेन हो रहा है, अगले 10 मिनट में 'मिशन दिल्ली' की टीम उनके हौज खास स्थित घर पहुंच गई और जरूरी इलाज करके उनकी जान बचा ली। एम्स और आईसीएमआर की पहल पर हार्ट के मरीजों को गोल्डन आवर में इलाज मुहैया कराने के मकसद से शुरू की गई मिशन दिल्ली के तहत घर पहुंच कर मरीजों को इमरजेंसी इलाज दिया जा रहा है। इसके लिए एम्स ने चार बाइक लॉन्च की हैं, जिसकी मदद से अब तक एम्स परिसर के 3 किलोमीटर के दायरे में 15 मरीजों की जान बचाने में सफलता मिली है।
मई में शुरू हुई थी सर्विस
मई में एम्स के डायरेक्टर डॉक्टर रणदीप गुलेरिया और आईसीएमआर के डायरेक्टर जनरल डॉक्टर बलराम भार्गव ने मिशन दिल्ली के तहत चार बाइक ऐम्बुलेंस को लॉन्च किया था। इस मिशन के तहत 12 नर्सेज और 4 डॉक्टर्स को शामिल किया गया है। मिशन से जुड़े एक डॉक्टर ने बताया कि हमने अपने टोल फ्री नंबर और इस सुविधा के बारे में पैंम्फलेट्स बंटवाए हैं। अब लोगों का अच्छा रिस्पॉन्स आ रहा है। लोग चेस्ट पेन, हार्ट अटैक के लक्षण दिखने पर इस नंबर पर फोन करते हैं, जो नर्स डयूटी पर होती है वह उस अड्रेस पर अपनी टीम भेज देती है। उन्होंने बताया कि सारे लोग ट्रेंड होते हैं, मौके पर 10 मिनट में पहुंच जाते हैं और मरीज का तुरंत ईसीजी कर उसे अपने डिवाइस के जरिए कंट्रोल रूम में भेज देते हैं।
डॉक्टर ने बताया कि कंट्रोल रूम में तैनात डॉक्टर ईसीजी की रिपोर्ट देख कर अपनी टीम को इलाज के बारे में गाइड करते हैं। डॉक्टर ने कहा कि कई बार हार्ट में ब्लॉकेज हो जाती है, उसे जल्द से जल्द खत्म करने के लिए इंजेक्शन जरूरी है। अगर 30 मिनट के अंदर यह इंजेक्शन दे दिया जाए तो मरीज की न केवल जान बच जाती है बल्कि हार्ट को भी नुकसान से बचाया जा सकता है। यह मिशन अभी पायलट प्रॉजेक्ट के तहत चलाया जा रहा है। अगर सफल रहा तो आने वाले समय में इसका दायरा 3 किलोमीटर से बढ़ाया जा सकता है। एम्स के आसपास के हार्ट के मरीजों के लिए मिशन दिल्ली किसी वरदान से कम नहीं है।
2 बजकर 43 मिनट पर एक मरीज ने टोल फ्री नंबर 14430 पर कॉल किया कि उन्हें चेस्ट पेन हो रहा है, अगले 10 मिनट में 'मिशन दिल्ली' की टीम उनके हौज खास स्थित घर पहुंच गई और जरूरी इलाज करके उनकी जान बचा ली। एम्स और आईसीएमआर की पहल पर हार्ट के मरीजों को गोल्डन आवर में इलाज मुहैया कराने के मकसद से शुरू की गई मिशन दिल्ली के तहत घर पहुंच कर मरीजों को इमरजेंसी इलाज दिया जा रहा है। इसके लिए एम्स ने चार बाइक लॉन्च की हैं, जिसकी मदद से अब तक एम्स परिसर के 3 किलोमीटर के दायरे में 15 मरीजों की जान बचाने में सफलता मिली है।
मई में शुरू हुई थी सर्विस
मई में एम्स के डायरेक्टर डॉक्टर रणदीप गुलेरिया और आईसीएमआर के डायरेक्टर जनरल डॉक्टर बलराम भार्गव ने मिशन दिल्ली के तहत चार बाइक ऐम्बुलेंस को लॉन्च किया था। इस मिशन के तहत 12 नर्सेज और 4 डॉक्टर्स को शामिल किया गया है। मिशन से जुड़े एक डॉक्टर ने बताया कि हमने अपने टोल फ्री नंबर और इस सुविधा के बारे में पैंम्फलेट्स बंटवाए हैं। अब लोगों का अच्छा रिस्पॉन्स आ रहा है। लोग चेस्ट पेन, हार्ट अटैक के लक्षण दिखने पर इस नंबर पर फोन करते हैं, जो नर्स डयूटी पर होती है वह उस अड्रेस पर अपनी टीम भेज देती है। उन्होंने बताया कि सारे लोग ट्रेंड होते हैं, मौके पर 10 मिनट में पहुंच जाते हैं और मरीज का तुरंत ईसीजी कर उसे अपने डिवाइस के जरिए कंट्रोल रूम में भेज देते हैं।
डॉक्टर ने बताया कि कंट्रोल रूम में तैनात डॉक्टर ईसीजी की रिपोर्ट देख कर अपनी टीम को इलाज के बारे में गाइड करते हैं। डॉक्टर ने कहा कि कई बार हार्ट में ब्लॉकेज हो जाती है, उसे जल्द से जल्द खत्म करने के लिए इंजेक्शन जरूरी है। अगर 30 मिनट के अंदर यह इंजेक्शन दे दिया जाए तो मरीज की न केवल जान बच जाती है बल्कि हार्ट को भी नुकसान से बचाया जा सकता है। यह मिशन अभी पायलट प्रॉजेक्ट के तहत चलाया जा रहा है। अगर सफल रहा तो आने वाले समय में इसका दायरा 3 किलोमीटर से बढ़ाया जा सकता है। एम्स के आसपास के हार्ट के मरीजों के लिए मिशन दिल्ली किसी वरदान से कम नहीं है।
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