Friday, June 28, 2019

दिल्ली का पहला एक्सप्रेसवे सिग्नेचर ब्रिज से DND तक 35 मिनट में

नई दिल्ली
नॉर्थ दिल्ली को साउथ दिल्ली से कनेक्ट करने के लिए 18 किलोमीटर लंबा दिल्ली का पहला एक्सप्रेसवे बनाया जाएगा। एक्सप्रेसवे का रूट यमुना फ्लड प्लेन एरिया से होकर गुजरेगा और इसे सराय काले खां के पास रिंग रोड, बारापूला और डीएनडी फ्लाइओवर से भी कनेक्ट किया जाएगा, ताकि लोगों को इन दोनों दिशाओं में जाने के लिए अधिक से अधिक विकल्प मिल सकें। एक्सप्रेसवे के बनने के बाद वजीराबाद से डीएनडी फ्लाइओवर तक पहुंचने में मात्र 35 मिनट का समय लगेगा। फिलहाल यहां तक आने में लोगों को 55-60 मिनट का समय लगता है। पीडब्ल्यूडी ने रूट प्लान फाइनल करने के लिए प्लान यमुना कमिटी को सौंप दिया है।

सिग्नल फ्री होगा कॉरिडोर
पीडब्ल्यूडी अफसरों के अनुसार, एक्सप्रेसवे जगतपुर गांव से शुरू होकर कश्मीरी गेट आईएसबीटी के पास सलीमगढ़ किले के पास आएगा। यहां से आगे युधिष्ठर सेतु होते हुए डीएनडी फ्लाइओवर में कनेक्ट करेगा। इसके बनने के बाद उत्तरी दिल्ली से साउथ दिल्ली और यहां से उत्तरी दिल्ली जानेवाले लोगों को पूरी तरह से सिग्नल फ्री कॉरिडोर मिलेगा। काम शुरू होने के बाद इसे बनाने में 3 साल का वक्त लगेगा। प्रॉजेक्ट पर करीब 3,000 करोड़ रुपये खर्च का एस्टिमेट है।


बारापूला से लूप
एक्सप्रेसवे 4 जगहों पर अलग-अलग रोड और फ्लाइओवर से कनेक्ट होगा। सराय काले खां के पास रिंग रोड और नए एक्सप्रेसवे को कनेक्ट करने के लिए करीब 200 मीटर की नई रोड बनेगी, ताकि वजीराबाद की ओर जाने के लिए रिंग रोड और एक्सप्रेसवे दोनों का विकल्प मिले। इसके अलावा एक्सप्रेसवे एक जगह एनएच-24 से भी कनेक्ट होगा और हाइवे पर जाने के लिए यहां भी एक लूप बनाया जाएगा। इसके अलावा, जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम की ओर से बारापूला के रास्ते आने वाली ट्रैफिक को एक्सप्रेसवे पर चढ़ने के लिए भी एक लूप बनाया जाएगा। इसके बाद इसे डीएनडी फ्लाइओवर से कनेक्ट कर दिया जाएगा। एक्सप्रेसवे का पूरा कॉरिडोर यमुना फ्लड प्लेन एरिया में ही होगा। इस एरिया में कॉरिडोर तैयार करने के लिए पीडब्ल्यूडी ने 13 जून को प्लान यमुना कमिटी के पास भेजा है। कमिटी की मंजूरी के बाद डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार किया जाएगा।

देख सकेंगे यमुना की वादियां
अफसरों का कहना है कि एक्सप्रेसवे का रूट कॉरिडोर यमुना फ्लड प्लेन एरिया में ही होगा, इसलिए यह प्लान भी है कि कुछ जगहों पर एक्सप्रेसवे को डबल डेकर बनाया जाए। ताकि कोई यमुना की वादियों को देखना चाहता है तो असानी से देख सके। बाद में यमुना के उस एरिया को टूरिस्ट प्लेस के रूप में भी डिवेलप किया जाएगा। खास तौर पर यह प्लान इंद्र्प्रस्थ मेट्रो स्टेशन के आसपास और दूसरे मेट्रो स्टेशनों के आसपास होगा।

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