Saturday, June 29, 2019

फिर आमने-सामने शीला और चाको, शीला के फैसले पर चाको ने लगाई रोक

नई दिल्ली
दिल्ली के तापमान की तरह कांग्रेस के अंदर भी पारा बढ़ता जा रहा है और पार्टी में घमासान मचा हुआ है। एक बार फिर से प्रदेश अध्यक्ष शीला दीक्षित और प्रदेश प्रभारी पीसी चाको आमने-सामने हैं। हालात ये हैं कि शीला सभी ब्लॉक कमिटियों को भंग करने पर आमादा हैं तो चाको उन्हें बरकरार रखने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाए हुए हैं।

शुक्रवार को जिस ब्लॉक कमिटी को शीला दीक्षित ने भंग कर दिया, शनिवार को चाको ने शीला को पत्र लिखकर उस ब्लॉक कमिटी को बहाल करने का आदेश दिया। अब प्रदेश कांग्रेस का कहना है कि कमिटियां भंग कर दी गई हैं अब यह फिर से बहाल नहीं हो सकतीं। यही नहीं, प्रदेश कांग्रेस ने यह भी संकेत दिया है आने वाले कुछ दिनों में डिस्ट्रिक्ट प्रेजिडेंट को भी भंग कर प्रदेश कांग्रेस का नए सिरे से गठन किया जाएगा। यह मामला एआईसीसी तक पहुंच गया है, लेकिन तकरार बरकरार है।

शुक्रवार सुबह पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ बैठक कर प्रदेश के नेताओं ने उन्हें भरोसा दिया कि सभी एकजुट होकर काम करेंगे, यहां तक कि शीला ने एकजुटता को ठीक करने के लिए एक महीने का समय की मांग की और राहुल ने उन्हें समय दिया भी लेकिन कुछ घंटों में शीला ने ब्लॉक कमिटी को भंग कर दिया, जिससे कांग्रेस में बवाल मच गया। सूत्रों की मानें तो ब्लॉक कमिटियों को भंग करने के उनके आदेश के बाद शनिवार को पीसी चाको ने शीला को पत्र लिखा और ब्लॉक कमिटियों को भंग करने के आदेश को स्थगित करने का निर्देश दिया।

चाको ने अपने पत्र में यह भी लिखा कि सभी ब्लॉक अध्यक्ष निर्वाचित हैं, उन्हें इस तरह से हटाना सही नहीं है। चाको ने आगे लिखा है कि जिस रिव्यू कमिटी की रिपोर्ट के आधार पर इन्हें हटाया जा रहा है वह आधारहीन है। जिस कमिटी के सामने आधे से अधिक लोकसभा उम्मीदवार पेश तक नहीं हुए, उन्होंने अपना पक्ष तक नहीं रखा, उसकी कमिटी का आधार क्या हो सकता है। चाको ने शीला को लिखे अपने पत्र की कॉपी राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल को भी भेजी है।

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