Monday, May 27, 2019

द्वारका गैंगवॉर: जेल में बंद गैंगस्टर के कहने पर बनी थी योजना

नवीन निश्चल, नई दिल्ली
द्वारका मोड़ में दिनदहाड़े हुए गैंगवॉर और पुलिस की गोली से हुई कुल 2 मौतों के एक सनसनीखेज मामले में द्वारका स्पेशल स्टाफ की टीम ने गैंगवॉर के मास्टरमाइंड गोपाल किशन उर्फ पाली को गिरफ्तार किया है। इसी ने प्रवीण गहलोत उर्फ गोलू की हत्या की पूरी साजिश रची थी। वारदात को अंजाम देने के बारे में विकास दलाल और उसके साथियों को बताया था। यह प्रवीण गोलू के घर के बाहर वारदात के दिन सुबह से ही रेकी कर रहा था।

'सिग्नल ऐप' के जरिए विकास दलाल को पल-पल की जानकारी दे रहा था। जैसे ही प्रवीन गहलोत उर्फ गोलू गाड़ी से द्वारका मोड़ पहुंचा, पहले से घात लगाए विकास दलाल और उसके साथियों ने गाड़ी को रोककर उस पर गोलियों की बौछार शुरू कर दी। डीसीपी द्वारका एन्टो अल्फोंस ने बताया गिरफ्तार बदमाश के पास से हथियार भी बरामद हुआ है।

पुलिस को पता चला है कि प्लान के मुताबिक प्रवीण गहलोत को गोली मारने के बाद बाइक से गोपाल कृष्ण भाग जाएगा और विकास दलाल अपने साथियों के साथ कार से, लेकिन ऐन वक्त पर पीसीआर पहुंच गई। पीसीआर के कॉन्स्टेबल की चली गोली से विकास की मौके पर मौत हो गई। गोपाल कृष्ण बिना समय गवाएं बाइक से फरार हो गया। इस मामले में मौके पर छानबीन और तमाम तरह के सबूत इकट्ठा करने के बाद लोकल पुलिस के अलावा ऑपरेशन सेल के एसीपी राजेंद्र सिंह की देखरेख में स्पेशल स्टाफ की टीम को भी लगाया गया था। इंस्पेक्टर नवीन कुमार, सब इंस्पेक्टर अरविंद, रंजीव, सहायक सब इंस्पेक्टर उमेश, विजेंदर, कॉन्स्टेबल अश्विनी और कुलभूषण की टीम ने गोपाल कृष्ण के बारे में जानकारी इकट्ठा की और ट्रैप लगाकर नजफगढ़ इलाके में इसे हथियार के साथ दबोच लिया।

...तो इस बात पर था विवाद
पूछताछ में इसने पुलिस को बताया कि फरीदाबाद जेल में बंद गैंगस्टर प्रदीप सोलंकी के आदेश पर ही प्रवीण गहलोत उर्फ गोलू की हत्या की योजना बनाई गई थी। प्रदीप पर हत्या सहित दूसरे मामले भी दर्ज हैं। प्रदीप का प्रवीण गहलोत से एक प्लॉट को लेकर काफी विवाद था। उसने जेल से प्रवीण को यह मेसेज भी भिजवाया था कि उस प्लॉट में उसका भी हिस्सा है, लेकिन प्रवीन ने हिस्सा देने से मना कर दिया, जिसके बाद प्रदीप ने हत्या की प्लैनिंग जेल से ही करवाई।

प्रवीण ने 2016 में एक मर्डर किया था। उस मामले में वह 2 महीने पहले ही जेल से बाहर आया था। इसकी जानकारी मिलते ही प्रदीप ने एक बार फिर विकास और गोपाल को उसके पास उस प्लॉट में हिस्सेदारी के लिए भेजा था, पर उसने साफ मना कर दिया। बस फिर यहीं से शुरू हुई हत्या की पूरी प्लानिंग। गौरतलब है कि इस मामले में स्पेशल सेल ने एक बदमाश को पहले गिरफ्तार किया था, जिसने प्रवीण पर गोली चलाई थी। पुलिस को अभी एक और आरोपी की तलाश है।

मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और रहें हर खबर से अपडेट।


Read more: द्वारका गैंगवॉर: जेल में बंद गैंगस्टर के कहने पर बनी थी योजना