Monday, May 27, 2019

पुलिस कस्टडी में था, थाने की बिल्डिंग से गिरकर मौत

प्रमुख संवाददाता, नई दिल्ली
बवाना पुलिस की कस्टडी में रविवार आधी रात को थाने की इमारत से गिरकर एक शख्स की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। मृतक की पहचान बलराज (50) के तौर पर हुई है। परिजनों ने इसे पुलिस कस्टडी में इरादतन हत्या बताया है जबकि पुलिस इसे खुदकुशी बता रही है। इस घटना से लोकल पुलिस समेत जिले के अफसर सहमे हुए हैं। बलराज के बेटे का कहना है कि पिता को बहुत मारा पीटा गया और उन्होंने खुदकुशी नहीं की है, बल्कि उनकी इरादतन हत्या की गई है।

पुलिस का दावा है कि बलराज का बेटा हत्या के मामले में फरार चल रहा है। उस पर पहले से कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया है। वहीं, थाने में हुई मौत मामले की जांच एसडीएम करेंगे। इसके अलावा दिल्ली पुलिस की ओर से अडिशनल डीसीपी अलग जांच करेंगे। पुलिस ने फिलहाल मामले में एक एसआई को लाइन हाजिर किया और हेड कॉन्स्टेबल को सस्पेंड कर दिया है।

पुलिस और परिजनों के मुताबिक, बलराज परिवार समेत बाजितपुर इलाके में रहते थे। बलराज का बेटा राहुल हत्या और हत्या की कोशिश के मामले में फरार चल रहा है। उसे कोर्ट से भगोड़ा भी घोषित किया हुआ है। 22 मई को उसने बवाना के बाजितपुर इलाके में मोहित दलाल को गोली मारी थी। मोहित बहादुरगढ़ का रहने वाला है। मोहित कुछ दिन पहले ही आर्म्स ऐक्ट में तिहाड़ जेल से जमानत पर बाहर आया था। वारदात के वक्त वह अपने दोस्त से मिलने बाजितपुर आया था। राहुल के फरार होने के कारण बवाना पुलिस को उसके घर भेजा गया था लेकिन वह नहीं मिला।


पुलिस अफसरों का कहना है कि पूछताछ के लिए बलराज को थाने बुलाया गया था। रविवार सुबह करीब 10 बजे पुलिस के साथ बलराज अपने दामाद और कुछ अन्य जानकारों के साथ थाने आए। पुलिस ने बलराज से राहुल के बारे में पूछताछ की। बलराज ने राहुल के बारे में जानकारी होने से इमकार कर दिया। पुलिस ने फिर भी कहा कि वह परिवार के संपर्क में जरूर होगा, जहां भी हो उसे थाने लाओ। बलराज से थाने में कई घंटे तक पूछताछ की गई।

पुलिस का दावा है कि रविवार देर रात बलराज को जाने दिया गया। इस बीच बलराज ने पानी पीने के लिए थाने की दूसरी मंजिल की गैलरी की तरफ पहुंचे। काफी देर तक वह वापस नहीं आए। इसके बाद उन्हें तलाशने की कोशिश की गई। बलराज ग्राउंड फ्लोर पर पड़े हुए थे। खून बह रहा था। घटना से थाने में हड़कंप मच गया। पुलिस ने खून से लथपथ हालात में बलराज को अस्पताल में भर्ती कराया। डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस अफसरों का कहना है कि परिवार के आरोपों को ध्यान में रखते हुए सभी पहलुओं से जांच की जा रही है।

'बेटा तुम थाने मत आना, ये लोग मुझे बहुत मार रहे हैं '
परिवार का आरोप है कि पुलिस ने पीट-पीटकर हत्या कर दी। उसके बाद जब उनकी मौत हो गई तो छत धक्का देकर सूइसाइड का केस बनाने में लगी है। बलराज के बेटे सुनील ने बताया कि जब थाने ले जाया गया था, तब अन्य सबको वापस भेज दिया गया था, सिवाय पिता बलराज के। उन्होंने कॉल कर कहा था, 'अगर पुलिस वाले तुमको थाने आने के लिए कहें तो बिलकुल नहीं आना। पुलिसवालों ने मुझे काफी बुरी तरह से पीटा है।' सुनील का दावा है कि पिता ने यह भी कहा कि वह राहुल के बारे में पता करने की कोशिश कर रहे हैं। बेटा बचा ले वरना ये मार डालेंगे। रात को करीब आठ बजे जब उसने पिता से फोन करने की कोशिश की तो वह स्विच ऑफ आने लगा और कुछ देर बाद खुदकुशी की खबर आई।

मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और रहें हर खबर से अपडेट।


Read more: पुलिस कस्टडी में था, थाने की बिल्डिंग से गिरकर मौत