ऑडिटर्सि की रिपोर्ट से साफ पता चल रहा है कि निवेशकों के पैसों को भी इस्तेमाल कंपनी के निदेशकों अधिकारियों और उनके रिश्तेदारों ने अपने निजी लाभ के लिए किया था।
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