Tuesday, January 1, 2019

इंटरनेट बना नशे का बाजार, यूं बन गए ड्रग्स माफिया

नई दिल्ली
इंटरनेट पर आधारित ड्रग्स नेटवर्क का हिस्सा रहे 2 युवकों की गिरफ्तारी के बाद खुलासा हुआ है कि नेटवर्क मुख्य तौर पर बर्लिन और कैलिफॉर्निया से ड्रग्स मंगाता था। आयातित ड्रग्स की कीमत भारत में उपलब्ध ड्रग्स की तुलना में 50 गुना ज्यादा रहती थी। अडिशनल कमिशनर (क्राइम) राजीव रंजन ने पुष्टि की कि डार्क वेब पर टोर या I2P नेटवर्क के जरिए ड्रग्स ऑर्डर किए जाते थे। आरोपी कभी भी पुलिस की नजर में नहीं आए थे क्योंकि उनकी पहचान और लोकेशन गुप्त बनी हुई थी और लेयर्ड एनक्रिप्शन सिस्टम की वजह से उन्हें ट्रैक नहीं किया जा सकता था।

डार्क वेब का इस्तेमाल ताकि ट्रेस न हो लोकेशन, IP
रंजन ने बताया कि डार्कनेट एनक्रिप्शन टेक्नॉलजी की वजह से यूजर्स की पहचान गुप्त रहती है। ड्रग्स तस्करी का यह नेटवर्क ऐसी तकनीक इस्तेमाल करता था, जिससे उन्हें ट्रैक कर पाना लगभग नामुमकिन सा था। यूजर्स के लोकेशन और आईपी अड्रेस को ट्रेस नहीं किया जा सकता था और न ही होस्ट के बारे में जानकारी मिल पाती थी।

अडवांस में पेमेंट, वह भी बिटकॉइन में
डीसीपी (क्राइम) राम गोपाल नाइक ने बताया कि आरोपी सिर्फ उन लोगों को मरीजुआना सप्लाई करते थे जो उनके वेरिफाइड कस्टमर होते थे। सभी डील डीएम, आईएमओ, इंस्टाग्राम, स्नैपचैट, Wickr और Hike जैसे चैट प्लेटफॉर्म्स के जरिए तय किए जाते थे। पेमेंट भी अडवांस में होता था और वह भी बिटकॉइन के रूप में।

वेरिफाइड कस्टमर की करा सकता था नए कस्टमर को इंट्रोड्यूस
सूत्रों के मुताबिक किसी पुराने और भरोसेमंद ग्राहक के जरिए ही कोई नया ग्राहक नेटवर्क से जुड़ पाता था। आरोपी सबसे पहले नये ग्राहक की पहचान को वेरिफाई करते थे। अगर इस दौरान उस पर तनिक भी शक होता था तो उसे तो ब्लॉक करते ही थे, साथ में उनका परिचय कराने वाले वेरिफाइड ग्राहक को भी ब्लॉक कर देते थे।

दिल्ली के अलावा गोवा, मुंबई समेत देशभर में फैला था जाल
गिरफ्तार किए गए युवकों के कॉल रिकॉर्ड्स से खुलासा हुआ है कि वे आयातित मरीजुआना को दिल्ली के अलावा गोवा, चंडीगढ़, पुणे, मुंबई और कोलकाता में सप्लाई करते थे। आरोपी साहिल कादयान (25) इंद्रपुरी का रहने वाला है और ओपन स्कूल के जरिए ग्रैजुएशन कर रहा है। वह पिछले 4-5 सालों से चरस और मरीजुआना का आदी है। वह दिल्ली के सुभाष नगर के अपने एक कॉन्टैक्ट के जरिए इन्हें मंगाता था। बाद में वह मॉडल टाउन के एक शख्स के संपर्क में आया, जो अमेरिका से मरीजुआना मंगाता था। साहिल धीरे-धीरे डार्क वेब के इस्तेमाल के जरिए ड्रग्स खरीदने की पूरी प्रक्रिया सीख गया और खुद इस काम में लग गया।

गिरफ्तार हुआ दूसरा युवक रिद्धम (22) वेस्ट दिल्ली के पश्चिम विहार का रहने वाला है। वह एक कॉलेज ड्रॉपआउट है। वह साहिल का पुराना दोस्त है और इस गैरकानूनी बिजनस में उसका पार्टनर था। दोनों ने इसमें बड़ी रकम निवेश की है।

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