नई दिल्ली
यात्रियों को लास्ट-माइल कनेक्टिविटी मुहैया करवाने के लिए डीएमआरसी ने एक और कदम बढ़ाया है। डीएमआरसी ने ओला और ऊबर जैसे कैब ऐग्रीगेटर्स के साथ एक पायलट प्रॉजेक्ट की शुरुआत की है। इस प्रॉजेक्ट के तहत कैब कंपनियों ने मेट्रो स्टेशनों पर अपने कियॉस्क लगाए हैं, ताकि यात्री आसानी से कैब बुक कर सकें।
इस व्यवस्था के तहत यात्री बुकिंग स्टेटस और कियॉस्क के द्वारा पहले से बुक की गईं कैब्स की लोकेशन के बारे में जानकारी भी हासिल कर सकेंगे। बुधवार को डीएमआरसी के प्रबंध निदेशक(एमडी) मंगू सिंह ने द्वारका सेक्टर-21 और राजीव चौक स्टेशनों पर कियॉस्क का उद्घाटन किया। डीएमआरसी के प्रवक्ता अनुज दयाल ने कहा, 'ऊबर ने द्वारका सेक्टर-21 और सिकंदरपुर स्टेशनों और ओला ने एमजी रोड और नोएडा सेक्टर 18 मेट्रो स्टेशनों पर कियॉस्क लगाए हैं। दोनों कैब कंपनियों ने राजीव चौक इंटरचेंज स्टेशन पर भी कियॉस्क लगाए हैं। स्टेशन के अंदर और बाहर, दोनों जगह साइनेज लगाए जाएंगे ताकि लोगों को इस सुविधा की जानकारी हो सके।'
मंगू सिंह ने कहा, 'इस साझेदारी के जरिए हम ज्यादा से ज्यादा लोगों को मेट्रो का इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं, हम उन्हें लास्ट माइल कनेक्टिविटी देने की कोशिश कर रहे हैं।' प्रवक्ता अनुज दयाल ने कहा कि हमारी कोशिश है कि तकरीबन हर स्टेशन पर कैब्स के लिए जगह अलॉट की जा सके। उन्होंने कहा, 'पहले ही 210 मेट्रो स्टेशनों पर 400 ऐसी जगहों की पहचान की जा चुकी है। आने वाले महीनों में ओपन-टेंडर स्कीम के तहत अलॉटमेंट किया जाएगा।'
इस साझेदारी के बारे में ऊबर की एशिया पसिफिक चीफ बिजनस ऑफिसर मधु कन्नन ने कहा, 'हम डीएमआरसी के इस प्रॉजेक्ट को लेकर उत्साहित हैं। इतने बड़े ग्लोबल ट्रांजिट नेटवर्क के साथ यह ऊबर कीपहली साझेदारी है और हम अच्छआ काम करने की कोशिश कर रहे हैं। हम शहर को बेहतर ट्रांजिट व्यवस्था मुहैया करवाने के लिए मिलकर काम करेंगे।'
फिलहाल, 11 मेट्रो स्टेशनों पर ई-रिक्शा सुविधा मौजूद है। दयाल ने बताया, दिल्ली-एनसीआर में मेट्रो स्टेशनों से कुल 600 ई-रिक्शा चलते हैं, जिससे करीब 90,000 लोगों को फायदा हो रहा है। इसके अलावा, 19 मेट्रो स्टेशनों पर साइकल शेयरिंग की सुविधा दी जाती है।
इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ें
यात्रियों को लास्ट-माइल कनेक्टिविटी मुहैया करवाने के लिए डीएमआरसी ने एक और कदम बढ़ाया है। डीएमआरसी ने ओला और ऊबर जैसे कैब ऐग्रीगेटर्स के साथ एक पायलट प्रॉजेक्ट की शुरुआत की है। इस प्रॉजेक्ट के तहत कैब कंपनियों ने मेट्रो स्टेशनों पर अपने कियॉस्क लगाए हैं, ताकि यात्री आसानी से कैब बुक कर सकें।
इस व्यवस्था के तहत यात्री बुकिंग स्टेटस और कियॉस्क के द्वारा पहले से बुक की गईं कैब्स की लोकेशन के बारे में जानकारी भी हासिल कर सकेंगे। बुधवार को डीएमआरसी के प्रबंध निदेशक(एमडी) मंगू सिंह ने द्वारका सेक्टर-21 और राजीव चौक स्टेशनों पर कियॉस्क का उद्घाटन किया। डीएमआरसी के प्रवक्ता अनुज दयाल ने कहा, 'ऊबर ने द्वारका सेक्टर-21 और सिकंदरपुर स्टेशनों और ओला ने एमजी रोड और नोएडा सेक्टर 18 मेट्रो स्टेशनों पर कियॉस्क लगाए हैं। दोनों कैब कंपनियों ने राजीव चौक इंटरचेंज स्टेशन पर भी कियॉस्क लगाए हैं। स्टेशन के अंदर और बाहर, दोनों जगह साइनेज लगाए जाएंगे ताकि लोगों को इस सुविधा की जानकारी हो सके।'
मंगू सिंह ने कहा, 'इस साझेदारी के जरिए हम ज्यादा से ज्यादा लोगों को मेट्रो का इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं, हम उन्हें लास्ट माइल कनेक्टिविटी देने की कोशिश कर रहे हैं।' प्रवक्ता अनुज दयाल ने कहा कि हमारी कोशिश है कि तकरीबन हर स्टेशन पर कैब्स के लिए जगह अलॉट की जा सके। उन्होंने कहा, 'पहले ही 210 मेट्रो स्टेशनों पर 400 ऐसी जगहों की पहचान की जा चुकी है। आने वाले महीनों में ओपन-टेंडर स्कीम के तहत अलॉटमेंट किया जाएगा।'
इस साझेदारी के बारे में ऊबर की एशिया पसिफिक चीफ बिजनस ऑफिसर मधु कन्नन ने कहा, 'हम डीएमआरसी के इस प्रॉजेक्ट को लेकर उत्साहित हैं। इतने बड़े ग्लोबल ट्रांजिट नेटवर्क के साथ यह ऊबर कीपहली साझेदारी है और हम अच्छआ काम करने की कोशिश कर रहे हैं। हम शहर को बेहतर ट्रांजिट व्यवस्था मुहैया करवाने के लिए मिलकर काम करेंगे।'
फिलहाल, 11 मेट्रो स्टेशनों पर ई-रिक्शा सुविधा मौजूद है। दयाल ने बताया, दिल्ली-एनसीआर में मेट्रो स्टेशनों से कुल 600 ई-रिक्शा चलते हैं, जिससे करीब 90,000 लोगों को फायदा हो रहा है। इसके अलावा, 19 मेट्रो स्टेशनों पर साइकल शेयरिंग की सुविधा दी जाती है।
इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ें
मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और रहें हर खबर से अपडेट।
Read more: मेट्रो स्टेशनों से आगे जाना आसान, कैब के लिए लग रहे कियॉस्क