नई दिल्ली
इस साल की सबसे लंबी 50 घंटे प्रदूषण की 'इमरजेंसी' झेलने के बाद अब दिल्ली-एनसीआर को कुछ राहत मिली है। हालांकि हवा मंगलवार को भी सांस लेने लायक नहीं रही। मंगलवार को भी दिल्ली समेत एनसीआर के तीन शहरों में प्रदूषण की हालत गंभीर बनी रही। हवाओं के कुछ रफ्तार पकड़ने की वजह से मंगलवार सुबह प्रदूषण के स्तर में तेजी से सुधार हुआ। सुबह करीब 9 बजे दिल्ली का एयर इंडेक्स 426 था, जो इसके बाद 2 बजे तक लगातार कम हुआ और 2 बजे इसका स्तर 409 पर पहुंच गया।
इसके बाद 4 बजे तक यह स्थिर बना रहा। सीपीसीबी के एयर बुलेटिन के अनुसार दिल्ली का एयर इंडेक्स 409, गाजियाबाद का 414, ग्रेटर नोएडा का 415, नोएडा का 394, गुरुग्राम का 337, फरीदाबाद का 395 और भिवाड़ी का 390 रहा।
पढ़ें, दिल्ली: चौथे दिन भी हवा गंभीर, ऐसे मिलेगी राहत
हवा में सुधार की एक वजह मंगलवार को निकली धूप भी रही। इसके अलावा ईपीसीए के सख्त कदमों ने भी कुछ राहत पहुंचाई। प्रदूषण की इमरजेंसी देखते हुए ईपीसीए ने फिलहाल 26 दिसंबर तक कंस्ट्रक्शन पर रोक के साथ ज्यादा प्रदूषण वाली जगहों पर औद्योगिक इकाइयों पर भी रोक लगा दी है। इसकी वजह से सुबह से जो प्रदूषण और धुएं का जहर हवा में घुलता था, वह नहीं घुला।
तेज हवा से पड़ेगा असर
सफर के पूर्वानुमान के अनुसार, दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण अब भी गंभीर स्तर पर बना हुआ है, लेकिन हवाओं के कुछ रफ्तार पकड़ने से प्रदूषण कम हो रहा है। हवाओं की रफ्तार मंगलवार को दो किलोमीटर प्रति घंटे रही जो बुधवार को बढ़कर 4 से 5 किलोमीटर प्रति घंटे की हो सकती है। इसकी वजह से प्रदूषण स्तर में कमी आएगी, लेकिन वह 350 से अधिक ही बना रहेगा।
पढ़ें, 'जब भी जरूरत होगी, तब लागू होगा ऑड-ईवन'
शीत लहर जारी
अगले तीन दिनों तक प्रदूषण बेहद खराब स्थिति में बना रहेगा लेकिन अब भी दिल्ली को प्रदूषण कम करने के कदम उठाने काफी जरूरी हैं। हवा में नमी है, शीत लहर का प्रकोप कम होने के आसार नहीं हैं, जिसकी वजह से मिक्सिंग हाइट कम ही रहेगी।
एक-तिहाई दिल्ली अब भी सांस लेने लायक नहीं
दिल्ली में प्रदूषण का स्तर कुछ कम हुआ है, लेकिन अब भी एक-तिहाई से अधिक दिल्ली सांस लेने की स्थिति में नहीं है। 37 में से 23 जगहों पर प्रदूषण खतरनाक स्तर पर दर्ज किया गया। पीएम 2.5 का स्तर यहां 3 से 7 गुना तक अधिक दर्ज किया गया। स्मॉग की चादर इतनी गहरी है कि विजिबिलिटी कुछ मीटर तक भी साफ नहीं है। क्रिसमस की छुट्टी की वजह से लोगों ने मंगलवार को घर से बाहर निकलने से कुछ परहेज किया, लेकिन अब न्यू इयर का जश्न शुरू होने की वजह से बाजारों में भीड़ और अधिक बढ़ जाएगी।
ऐसे रहे हालात
सीपीसीबी के अनुसार आनंद विहार, अशोक विहार, बुराड़ी क्रॉसिंग, मथुरा रोड़, डीटीयू, कर्णी सिंह स्टेडियम, द्वारका सेक्टर-8, जहांगीरपुरी, जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम, मेजर ध्यानचंद स्टेडियम, मंदिर मार्ग, मुंडका, नेहरू नगर, ओखला फेज-2, पटपड़गंज, पंजाबी बाग, पूसा, रोहिणी, शादीपुर, सिरीफोर्ट, सोनिया विहार, विवेक विहार, वजीरपुर में प्रदूषण 300 से ऊपर है। इस समय दिल्ली में सबसे साफ हवा आईजीआई एयरपोर्ट की है, जहां एयर इंडेक्स 334 है।
इस मामले में दूसरे नंबर पर 341 के साथ बवाना है, जबकि सबसे प्रदूषित जगहों में नेहरू नगर का एयर क्वॉलिटी इंडेक्स जहां 457 रहा, वहीं मुंडका में 450 दर्ज किया गया। दिल्ली की 11 जगहों पर एयर इंडेक्स 300 से 400 के बीच बना हुआ है। यह स्थिति बेहद खराब की श्रेणी में गिनी जाती है। सफर के अनुसार दिल्ली में पीएम 10 का स्तर 394 एमजीसीएम रहा जो सामान्य से लगभग 4 गुना अधिक है। वहीं पीएम 2.5 का स्तर 230 रहा जो सामान्य से करीब 4 गुना अधिक है। हालांकि अगले 24 घंटों में इसमें कमी आने की संभावना भी है।
इस साल की सबसे लंबी 50 घंटे प्रदूषण की 'इमरजेंसी' झेलने के बाद अब दिल्ली-एनसीआर को कुछ राहत मिली है। हालांकि हवा मंगलवार को भी सांस लेने लायक नहीं रही। मंगलवार को भी दिल्ली समेत एनसीआर के तीन शहरों में प्रदूषण की हालत गंभीर बनी रही। हवाओं के कुछ रफ्तार पकड़ने की वजह से मंगलवार सुबह प्रदूषण के स्तर में तेजी से सुधार हुआ। सुबह करीब 9 बजे दिल्ली का एयर इंडेक्स 426 था, जो इसके बाद 2 बजे तक लगातार कम हुआ और 2 बजे इसका स्तर 409 पर पहुंच गया।
इसके बाद 4 बजे तक यह स्थिर बना रहा। सीपीसीबी के एयर बुलेटिन के अनुसार दिल्ली का एयर इंडेक्स 409, गाजियाबाद का 414, ग्रेटर नोएडा का 415, नोएडा का 394, गुरुग्राम का 337, फरीदाबाद का 395 और भिवाड़ी का 390 रहा।
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हवा में सुधार की एक वजह मंगलवार को निकली धूप भी रही। इसके अलावा ईपीसीए के सख्त कदमों ने भी कुछ राहत पहुंचाई। प्रदूषण की इमरजेंसी देखते हुए ईपीसीए ने फिलहाल 26 दिसंबर तक कंस्ट्रक्शन पर रोक के साथ ज्यादा प्रदूषण वाली जगहों पर औद्योगिक इकाइयों पर भी रोक लगा दी है। इसकी वजह से सुबह से जो प्रदूषण और धुएं का जहर हवा में घुलता था, वह नहीं घुला।
तेज हवा से पड़ेगा असर
सफर के पूर्वानुमान के अनुसार, दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण अब भी गंभीर स्तर पर बना हुआ है, लेकिन हवाओं के कुछ रफ्तार पकड़ने से प्रदूषण कम हो रहा है। हवाओं की रफ्तार मंगलवार को दो किलोमीटर प्रति घंटे रही जो बुधवार को बढ़कर 4 से 5 किलोमीटर प्रति घंटे की हो सकती है। इसकी वजह से प्रदूषण स्तर में कमी आएगी, लेकिन वह 350 से अधिक ही बना रहेगा।
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शीत लहर जारी
अगले तीन दिनों तक प्रदूषण बेहद खराब स्थिति में बना रहेगा लेकिन अब भी दिल्ली को प्रदूषण कम करने के कदम उठाने काफी जरूरी हैं। हवा में नमी है, शीत लहर का प्रकोप कम होने के आसार नहीं हैं, जिसकी वजह से मिक्सिंग हाइट कम ही रहेगी।
एक-तिहाई दिल्ली अब भी सांस लेने लायक नहीं
दिल्ली में प्रदूषण का स्तर कुछ कम हुआ है, लेकिन अब भी एक-तिहाई से अधिक दिल्ली सांस लेने की स्थिति में नहीं है। 37 में से 23 जगहों पर प्रदूषण खतरनाक स्तर पर दर्ज किया गया। पीएम 2.5 का स्तर यहां 3 से 7 गुना तक अधिक दर्ज किया गया। स्मॉग की चादर इतनी गहरी है कि विजिबिलिटी कुछ मीटर तक भी साफ नहीं है। क्रिसमस की छुट्टी की वजह से लोगों ने मंगलवार को घर से बाहर निकलने से कुछ परहेज किया, लेकिन अब न्यू इयर का जश्न शुरू होने की वजह से बाजारों में भीड़ और अधिक बढ़ जाएगी।
ऐसे रहे हालात
सीपीसीबी के अनुसार आनंद विहार, अशोक विहार, बुराड़ी क्रॉसिंग, मथुरा रोड़, डीटीयू, कर्णी सिंह स्टेडियम, द्वारका सेक्टर-8, जहांगीरपुरी, जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम, मेजर ध्यानचंद स्टेडियम, मंदिर मार्ग, मुंडका, नेहरू नगर, ओखला फेज-2, पटपड़गंज, पंजाबी बाग, पूसा, रोहिणी, शादीपुर, सिरीफोर्ट, सोनिया विहार, विवेक विहार, वजीरपुर में प्रदूषण 300 से ऊपर है। इस समय दिल्ली में सबसे साफ हवा आईजीआई एयरपोर्ट की है, जहां एयर इंडेक्स 334 है।
इस मामले में दूसरे नंबर पर 341 के साथ बवाना है, जबकि सबसे प्रदूषित जगहों में नेहरू नगर का एयर क्वॉलिटी इंडेक्स जहां 457 रहा, वहीं मुंडका में 450 दर्ज किया गया। दिल्ली की 11 जगहों पर एयर इंडेक्स 300 से 400 के बीच बना हुआ है। यह स्थिति बेहद खराब की श्रेणी में गिनी जाती है। सफर के अनुसार दिल्ली में पीएम 10 का स्तर 394 एमजीसीएम रहा जो सामान्य से लगभग 4 गुना अधिक है। वहीं पीएम 2.5 का स्तर 230 रहा जो सामान्य से करीब 4 गुना अधिक है। हालांकि अगले 24 घंटों में इसमें कमी आने की संभावना भी है।
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