Friday, December 28, 2018

नाई-धोबी बनने का पेपर, चीटिंग करते 2 धरे गए

नई दिल्ली
दिल्ली पुलिस में नाई, धोबी और स्वीपर की भर्ती के लिए चल रहे एमटीएस एग्जाम में दो लोगों को धोखाधड़ी के आरोप में पकड़ा गया है। इनमें से एक असली कैंडिडेट तो दूसरा किसी और के बदले एग्जाम दे रहा था। असली कैंडिडेट एग्जामिनेशन हॉल के अंदर ब्लूटूथ डिवाइस से सवाल सॉल्व कर रहा था। धोखाधड़ी का यह मामला नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली इलाके के सोनिया विहार थाना इलाके का है।

डीसीपी अतुल ठाकुर ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों के नाम रजत यादव और प्रवीण कुमार हैं। रजत, हिसार का रहने वाला है। प्रवीण कुमार सोनीपत का है। पुलिस ने बताया कि वजीराबाद में एक सेंटर पर दिल्ली पुलिस में मल्टी टास्किंग सर्विसेज (एमटीएस) के तहत नाई, धोबी और साफ-सफाई करने वाले कर्मचारियों की भर्ती के लिए एग्जाम चल रहा था। एग्जाम अभी शुरू ही हुआ था कि इंविजिलेटर बने दिल्ली पुलिस के एक एएसआई सुशील कुमार को एग्जाम में बैठे एक कैंडिडेट रजत यादव पर कुछ शक हुआ।

वह बार-बार अपनी गर्दन को साइड में करके धीरे-धीरे कुछ बोल रहा था। उन्हें उस पर संदेह हुआ। उससे पूछताछ की गई। उसने पास किसी गैजेट होने से इनकार किया। उसकी तलाशी ली गई तो उसके पास एक मोबाइल फोन और एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस मिली। जांच में पता लगा कि वह ब्लूटूथ के जरिए पेपर सॉल्व करने की कोशिश कर रहा था। सूत्रों का कहना है कि वह कुछ सवाल सॉल्व भी कर चुका था।

एक दूसरे मामले में प्रवीण कुमार को पकड़ा गया। उसे भी शक के आधार पर पकड़ा गया। कागजात की जांच की गई तो पता लगा कि यह सोनीपत के ही रहने वाले असली कैंडिडेट अनिल की जगह पर पेपर दे रहा था। उसे पकड़ लिया गया। उसे इंविजिलेटर बने दिल्ली पुलिस के एएसआई शिवपाल ने पकड़ा। पूछताछ में पता लगा कि असली कैंडिडेट को कुछ नहीं आता। उसने अपनी जगह अपने दोस्त को पेपर सॉल्व करने भेजा था। इसके लिए दस्तावेजों में कुछ छेड़छाड़ भी की थी। उसके डरते हुए पेपर देने से वह पकड़ा गया।

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