Friday, November 30, 2018

बाजार में बेचते थे 'गरीबों' की दवाएं, ESI स्टाफ अरेस्ट

नई दिल्ली
क्राइम ब्रांच ने ईएसआई डिस्पेंसरी से दवाइयां चोरी कर उन्हें ओपन मार्केट में बेचने वाले रैकेट में शामिल दो लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान ईएसआई डिस्पेंसरी के कर्मचारी चंद्र प्रकाश (33) और चोरी की दवाइयां खरीदने वाले प्रवीण मंगला (40) के रूप में हुई। पुलिस ने आरोपियों के पास से दवाइयों के 87 पैकेट बरामद किए। इन सभी पैकेट पर ईएसआई सप्लाई और नोट फॉर सेल की मुहर लगी हुई थी। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया है।

पुलिस के अनुसार क्राइम ब्रांच को सूचना मिली थी कि दिल्ली में एक ऐसा गैंग सक्रिय है जो सरकारी डिस्पेंसरियों से दवाइयां चोरी कर उन्हें खुले बाजार में बेच देते हैं। पुलिस को यह भी पता चला कि गुरुवार की शाम मां आनंदमयी मार्ग पर लाल कुआं रेडलाइट पर दवाइयों की डील होने वाली है। इस सूचना के आधार पर इस पूरे रैकेट का पर्दाफाश किया गया।

जब पुलिस टीम रेड लाइट के पास पहुंची तब वहां हरियाणा नंबर की एक कार रुकी। कार से एक शख्स बाहर निकला और किसी का इंतजार करने लगा। मुखबिर ने उसे पहचानते हुए कहा कि यह सरकारी डिस्पेंसरी में काम करने वाला चंद्रप्रकाश है। यही शख्स डिस्पेंसरी से दवाइयां चोरी कर मार्केट में बेचता है। कुछ देर बाद एक अन्य शख्स सड़क पार करके चंद्रप्रकाश के पास पहुंचा और उससे बाचीत करने लगा। चंद्रप्रकाश ने कार से एक बैग निकालकर उसके हाथ में थमा दिया। उस शख्स ने बैग को खोलकर देखा और वहां से जाने लगा।

पुलिस टीम ने दोनों शख्स को वहीं दबोच लिया। बैग की तलाशी ली गई तो उससे दवाइयों के 19 पैकेट मिले। सभी पैकेट पर ईएसआई सप्लाई, नॉट फॉर सेल की मुहर लगी हुई थी। इसके बाद पुलिस ने आरोपी की कार की तलाशी ली तो कार से दवाइयों के 68 पैकेट और बरामद हुए। गिरफ्तार आरोपियों में चंद्रप्रकाश ईएसआई डिस्पेंसरी में जॉब करता है। वह परिवार के साथ ग्रीनफील्ड कॉलोनी फरीदाबाद में रहता है, जबकि दवाई खरीदकर मार्केट में बेचने वाला आरोपी प्रवीण मंगला लाल कुआं बदरपुर में रहता है। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर यह पता लगा रही है कि आरोपी कब से इस धंधे में लगे हुए हैं।

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