प्रेम देव शर्मा, मेरठ
भैंस चोरों की तलाश में मेरठ पहुंची दिल्ली पुलिस की एक टीम को बेखौफ गांववालों ने बंधक बना लिया। इतना ही नहीं उन्हें जमकर पीटा भी गया। यह मामला सरधना थाना क्षेत्र के मंढियाई गांव का है। दरअसल, भैंसें चुराने वालों की तलाश में दिल्ली पुलिस की टीम शुक्रवार को वहां पहुंची थी। उनके साथ स्थानीय पुलिस भी थी। पुलिस ने वहां दो आरोपियों को हिरासत में ले लिया था। इस बात से गांववाले भड़क उठे और उन्होंने पुलिस पर हमला बोल दिया। पुलिस और गांववालों के बीच जमकर मारपीट, पथराव और लाठी-डंडे चले। अपनी जान बचाते हुए पुलिसवाले वहां से भाग खड़े हुए।
पुलिसवालों को बनाया बंधक
गांववालों ने दिल्ली पुलिस के दो सिपाही और उनके साथ दो भैंस के मालिकों को बंधक बनाकर उनकी जमकर पिटाई की। बाद में बड़ी संख्या में पहुंचीं पुलिस ने चारों बंधकों को मुक्त कराया। दिल्ली पुलिस के एसआई की ओर से थाने में चार लोगों को नामजद और 15 से 20 अज्ञात के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया है। पुलिस ने चारों नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
रोहिणी जिले के अफसरों ने बताया कि कुछ दिनों पहले इलाके से भैंसों को एक टेंपो में भरकर कुछ बदमाश ले भागे थे। मामले की तफ्तीश के लिए मेरठ के सरधना स्थित मंढियाई गांव में दिल्ली पुलिस की एक टीम गई थी। पुलिस अफसर ने इस चर्चा को खारिज कर दिया कि दिल्ली पुलिस की टीम ने वहां पर लोकल पुलिस को सूचना नहीं दी थी। घायल दिल्ली पुलिसकर्मियों के बयान पर थाने में मुकदमा दर्ज करा दिया है।
एसओ सरधना प्रशांत कपिल ने बताया कि शुक्रवार सुबह दिल्ली पुलिस के एसआई लाखन सिंह के नेतृत्व में चार लोगों की टीम थाने आई थी। उन्होंने बताया था कि दिल्ली के खेड़ा कलां से 4 नवंबर को चुराई गईं भैंसें और उन्हें चुराने वाले मंढियाई गांव में हैं। दिल्ली पुलिस के साथ चोरी हुई भैंसों के मालिक भी थे। इसके बाद दिल्ली पुलिस थाने के पुलिसकर्मियों के साथ गांव में दबिश देने गई थी। गांव में पुलिस ने दो आरोपियों को पकड़ लिया था। उसी समय गांववालों ने अचानक पुलिस पर हमला बोल दिया। पुलिसवालों और उनके साथ आए पशु मालिकों के साथ जमकर मारपीट हुई और पथराव और लाठी-डंडे चले।
अपने को घिरता देख पुलिस वाले वहां से जान बचा कर भागने लगे। इस पर गांववालों ने दिल्ली पुलिस के दो सिपाहियों और उनके साथ आए दो पशु मालिकों को पकड़ कर बंधक बना लिया और उनकी जमकर पिटाई की। सूचना पर बड़ी संख्या में पुलिस गांव में पहुंचीं और चारों बंधकों को छुड़ाया और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया। इस घटना में गांव की एक महिला समेत कई लोग घायल हुए हैं।
एसओ सरधना ने बताया कि दिल्ली पुलिस के एसआई लाखन सिंह की तरफ से चार लोगों को नामजद और 15-20 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि सभी नामजद अली मोहम्मद, जलालुद्दीन, रमजान और हुसैन अली को गिरफ्तार कर लिया गया है। अज्ञात की पहचान कर उनकी खोजबीन की जा रही है।
भैंस चोरों की तलाश में मेरठ पहुंची दिल्ली पुलिस की एक टीम को बेखौफ गांववालों ने बंधक बना लिया। इतना ही नहीं उन्हें जमकर पीटा भी गया। यह मामला सरधना थाना क्षेत्र के मंढियाई गांव का है। दरअसल, भैंसें चुराने वालों की तलाश में दिल्ली पुलिस की टीम शुक्रवार को वहां पहुंची थी। उनके साथ स्थानीय पुलिस भी थी। पुलिस ने वहां दो आरोपियों को हिरासत में ले लिया था। इस बात से गांववाले भड़क उठे और उन्होंने पुलिस पर हमला बोल दिया। पुलिस और गांववालों के बीच जमकर मारपीट, पथराव और लाठी-डंडे चले। अपनी जान बचाते हुए पुलिसवाले वहां से भाग खड़े हुए।
पुलिसवालों को बनाया बंधक
गांववालों ने दिल्ली पुलिस के दो सिपाही और उनके साथ दो भैंस के मालिकों को बंधक बनाकर उनकी जमकर पिटाई की। बाद में बड़ी संख्या में पहुंचीं पुलिस ने चारों बंधकों को मुक्त कराया। दिल्ली पुलिस के एसआई की ओर से थाने में चार लोगों को नामजद और 15 से 20 अज्ञात के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया है। पुलिस ने चारों नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
रोहिणी जिले के अफसरों ने बताया कि कुछ दिनों पहले इलाके से भैंसों को एक टेंपो में भरकर कुछ बदमाश ले भागे थे। मामले की तफ्तीश के लिए मेरठ के सरधना स्थित मंढियाई गांव में दिल्ली पुलिस की एक टीम गई थी। पुलिस अफसर ने इस चर्चा को खारिज कर दिया कि दिल्ली पुलिस की टीम ने वहां पर लोकल पुलिस को सूचना नहीं दी थी। घायल दिल्ली पुलिसकर्मियों के बयान पर थाने में मुकदमा दर्ज करा दिया है।
एसओ सरधना प्रशांत कपिल ने बताया कि शुक्रवार सुबह दिल्ली पुलिस के एसआई लाखन सिंह के नेतृत्व में चार लोगों की टीम थाने आई थी। उन्होंने बताया था कि दिल्ली के खेड़ा कलां से 4 नवंबर को चुराई गईं भैंसें और उन्हें चुराने वाले मंढियाई गांव में हैं। दिल्ली पुलिस के साथ चोरी हुई भैंसों के मालिक भी थे। इसके बाद दिल्ली पुलिस थाने के पुलिसकर्मियों के साथ गांव में दबिश देने गई थी। गांव में पुलिस ने दो आरोपियों को पकड़ लिया था। उसी समय गांववालों ने अचानक पुलिस पर हमला बोल दिया। पुलिसवालों और उनके साथ आए पशु मालिकों के साथ जमकर मारपीट हुई और पथराव और लाठी-डंडे चले।
अपने को घिरता देख पुलिस वाले वहां से जान बचा कर भागने लगे। इस पर गांववालों ने दिल्ली पुलिस के दो सिपाहियों और उनके साथ आए दो पशु मालिकों को पकड़ कर बंधक बना लिया और उनकी जमकर पिटाई की। सूचना पर बड़ी संख्या में पुलिस गांव में पहुंचीं और चारों बंधकों को छुड़ाया और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया। इस घटना में गांव की एक महिला समेत कई लोग घायल हुए हैं।
एसओ सरधना ने बताया कि दिल्ली पुलिस के एसआई लाखन सिंह की तरफ से चार लोगों को नामजद और 15-20 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि सभी नामजद अली मोहम्मद, जलालुद्दीन, रमजान और हुसैन अली को गिरफ्तार कर लिया गया है। अज्ञात की पहचान कर उनकी खोजबीन की जा रही है।
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