पंखुड़ी यादव, नई दिल्ली
दिल्ली के पश्चिम विहार में 2 बहनों की हत्या के मामले में पुलिस ने शुक्रवार को मुख्य आरोपी सहित 4 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। इस मामले के 3 अन्य आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस की छापेमारी जारी है। बताया जा रहा है कि पिछले हफ्ते आशा और ऊषा नाम की दो बहनों ने अपने एक परिचित से किसी प्लंबर के बारे में पूछा था ताकि वे अपने घर पर उससे काम करा सकें। दोनों बहनों से यह बात बुक स्टोर के मालिक से पूछी थी। बुक स्टोर के मालिक से अखिलेश नाम के प्लंबर को यह बात पता चली और वह बुधवार को दोनों बहनों के घर चला गया।
बुधवार को अखिलेश दोनों बहनों के घर पर करीब 3 घंटे तक रहा। इसके बाद वह काम खत्म करने के लिए अगले दिन आने की बात कहकर चला गया। वहां से जाने के बाद अखिलेश ने अपने 6 दोस्तों से मिलकर आशा और ऊषा के घर को लूटने की योजना बनाई। इसके बाद गुरुवार को दोनों बहनों के घर पर घटना को अंजाम दिया गया। पुलिस के मुताबिक, घटना के बाद दोनों बहनों के घर पर मेड पहुंची। वहां उसने लिविंग रूम में 75 साल की आशा और किचन के पास 70 साल की ऊषा की बॉडी को देखा। इसके बाद इस मामले की सूचना पुलिस को दी गई।
पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और आसपास के सीसीटीवी फुटेज दिखाते हुए मेड से पूछताछ की। मेड ने अखिलेश को पहचानते हुए पुलिस को बताया कि वह यहां बुधवार को आया था। डीसीपी (आउटर) सेजू कुरुविला ने बताया, 'इस केस को एक दिन से कम समय में सुलझा लिया गया। तीन फरार आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।' बता दें कि इस मामले के घटनास्थल से महज एक किलोमीटर की दूरी पर करीब एक महीने पहले एक बुजुर्ग महिला और उसकी दिव्यांग बेटी की भी इसी तरह हत्या कर दी गई थी।
दिल्ली के पश्चिम विहार में 2 बहनों की हत्या के मामले में पुलिस ने शुक्रवार को मुख्य आरोपी सहित 4 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। इस मामले के 3 अन्य आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस की छापेमारी जारी है। बताया जा रहा है कि पिछले हफ्ते आशा और ऊषा नाम की दो बहनों ने अपने एक परिचित से किसी प्लंबर के बारे में पूछा था ताकि वे अपने घर पर उससे काम करा सकें। दोनों बहनों से यह बात बुक स्टोर के मालिक से पूछी थी। बुक स्टोर के मालिक से अखिलेश नाम के प्लंबर को यह बात पता चली और वह बुधवार को दोनों बहनों के घर चला गया।
बुधवार को अखिलेश दोनों बहनों के घर पर करीब 3 घंटे तक रहा। इसके बाद वह काम खत्म करने के लिए अगले दिन आने की बात कहकर चला गया। वहां से जाने के बाद अखिलेश ने अपने 6 दोस्तों से मिलकर आशा और ऊषा के घर को लूटने की योजना बनाई। इसके बाद गुरुवार को दोनों बहनों के घर पर घटना को अंजाम दिया गया। पुलिस के मुताबिक, घटना के बाद दोनों बहनों के घर पर मेड पहुंची। वहां उसने लिविंग रूम में 75 साल की आशा और किचन के पास 70 साल की ऊषा की बॉडी को देखा। इसके बाद इस मामले की सूचना पुलिस को दी गई।
पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और आसपास के सीसीटीवी फुटेज दिखाते हुए मेड से पूछताछ की। मेड ने अखिलेश को पहचानते हुए पुलिस को बताया कि वह यहां बुधवार को आया था। डीसीपी (आउटर) सेजू कुरुविला ने बताया, 'इस केस को एक दिन से कम समय में सुलझा लिया गया। तीन फरार आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।' बता दें कि इस मामले के घटनास्थल से महज एक किलोमीटर की दूरी पर करीब एक महीने पहले एक बुजुर्ग महिला और उसकी दिव्यांग बेटी की भी इसी तरह हत्या कर दी गई थी।
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