विशेष संवाददाता, नई दिल्ली
फर्जी तरीके से कार लोन लेकर बैंक को 63 लाख का चूना लगाने के आरोपी को वेस्ट डिस्ट्रिक्ट पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पहचान विजय एन्क्लेव निवासी कमलेश्वर प्रसाद भट्ट (44) के रूप में हुई। उसके साथी रोहित भुट्टन को भी क्राइम ब्रांच ने पकड़ा है। दोनों ने मिलकर 2016 में जनकपुरी के एक बैंक से लोन लेकर उसे चूना लगाया था। जनकपुरी थाने में 8 अलग-अलग केस दर्ज किए गए थे। पुलिस ढाई साल से आरोपियों को तलाश रही थी।
डीसीपी (वेस्ट डिस्ट्रिक्ट) मोनिका भारद्वाज ने बताया कि चीटिंग के इन सभी मामलों की हाई लेवल मॉनिटरिंग की जा रही थी। बुधवार को पुख्ता जानकारी के बाद दोपहर 2 बजे पालम इलाके से कमलेश्वर को गिरफ्तार कर लिया गया। डीसीपी ने बताया कि जनकपुरी कम्युनिटी सेंटर स्थित सिंडिकेट बैंक की ओर से दर्ज शिकायतों के आधार पर पुलिस ने कमलेश्वर और उसके साथी रोहित के खिलाफ 8 केस दर्ज किए थे।
पुलिस के मुताबिक, बैंक को चूना लगाने के लिए कमलेश्वर और रोहित ने सबसे पहले चारू मोटर्स और श्री दुर्गा मोटर्स के नाम पर रोहिणी सेक्टर-11 के स्टेट बैंक ऑफ मैसूर और करोल बाग के केनरा बैंक में फर्जी अकाउंट खोले। फिर दोनों ने जनकपुरी के सिंडिकेट बैंक में भी खाते खोले। दोनों ने एक-दूसरे को उनके इंट्रोड्यूसर के रूप में पेश किया। बैंक के कुछ लोगों ने भी इनकी मदद की।
अकाउंट खुलने के बाद इन्होंने कार लोन के लिए अप्लाई किया। फर्जी प्रोफार्मा इनवॉइस बैंक में जमा करवाईं। उसी आधार पर बैंक अधिकारियों ने चारू मोटर्स और श्री दुर्गा मोटर्स के नाम पर पे ऑर्डर जारी कर दिए। उन पे ऑडर्स को अपने बैंक अकाउंट्स में जमा कराने के बाद इन लोगों ने या तो कैश विड्रॉ कर लिया या दूसरे बैंकों में खोले गए फर्जी खातों में पैसे ट्रांसफर करा लिए। आरोपियों ने 8 बार सिंडिकेट बैंक से कार खरीदने के नाम पर लोन लेकर बैंक को 63 लाख रुपये का चूना लगाया। एक भी कार नहीं खरीदी। बैंक में जो पहचान पत्र और अड्रेस प्रूफ जमा किए गए थे, वो भी फर्जी थे।
फर्जी तरीके से कार लोन लेकर बैंक को 63 लाख का चूना लगाने के आरोपी को वेस्ट डिस्ट्रिक्ट पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पहचान विजय एन्क्लेव निवासी कमलेश्वर प्रसाद भट्ट (44) के रूप में हुई। उसके साथी रोहित भुट्टन को भी क्राइम ब्रांच ने पकड़ा है। दोनों ने मिलकर 2016 में जनकपुरी के एक बैंक से लोन लेकर उसे चूना लगाया था। जनकपुरी थाने में 8 अलग-अलग केस दर्ज किए गए थे। पुलिस ढाई साल से आरोपियों को तलाश रही थी।
डीसीपी (वेस्ट डिस्ट्रिक्ट) मोनिका भारद्वाज ने बताया कि चीटिंग के इन सभी मामलों की हाई लेवल मॉनिटरिंग की जा रही थी। बुधवार को पुख्ता जानकारी के बाद दोपहर 2 बजे पालम इलाके से कमलेश्वर को गिरफ्तार कर लिया गया। डीसीपी ने बताया कि जनकपुरी कम्युनिटी सेंटर स्थित सिंडिकेट बैंक की ओर से दर्ज शिकायतों के आधार पर पुलिस ने कमलेश्वर और उसके साथी रोहित के खिलाफ 8 केस दर्ज किए थे।
पुलिस के मुताबिक, बैंक को चूना लगाने के लिए कमलेश्वर और रोहित ने सबसे पहले चारू मोटर्स और श्री दुर्गा मोटर्स के नाम पर रोहिणी सेक्टर-11 के स्टेट बैंक ऑफ मैसूर और करोल बाग के केनरा बैंक में फर्जी अकाउंट खोले। फिर दोनों ने जनकपुरी के सिंडिकेट बैंक में भी खाते खोले। दोनों ने एक-दूसरे को उनके इंट्रोड्यूसर के रूप में पेश किया। बैंक के कुछ लोगों ने भी इनकी मदद की।
अकाउंट खुलने के बाद इन्होंने कार लोन के लिए अप्लाई किया। फर्जी प्रोफार्मा इनवॉइस बैंक में जमा करवाईं। उसी आधार पर बैंक अधिकारियों ने चारू मोटर्स और श्री दुर्गा मोटर्स के नाम पर पे ऑर्डर जारी कर दिए। उन पे ऑडर्स को अपने बैंक अकाउंट्स में जमा कराने के बाद इन लोगों ने या तो कैश विड्रॉ कर लिया या दूसरे बैंकों में खोले गए फर्जी खातों में पैसे ट्रांसफर करा लिए। आरोपियों ने 8 बार सिंडिकेट बैंक से कार खरीदने के नाम पर लोन लेकर बैंक को 63 लाख रुपये का चूना लगाया। एक भी कार नहीं खरीदी। बैंक में जो पहचान पत्र और अड्रेस प्रूफ जमा किए गए थे, वो भी फर्जी थे।
मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और रहें हर खबर से अपडेट।
Read more: 8 बार लिया कार लोन, गाड़ी एक भी नहीं खरीदी