Wednesday, October 31, 2018

3 साल में 9000Cr. के खर्च से 10Cr. यात्रियों के लिए तैयार होगा IGI

नई दिल्ली
यात्रियों की संख्या में लगातार बढ़त को देखते हुए दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनैशनल एयरपोर्ट यानी आईजीआई की क्षमता बढ़ाने की तैयारी की जा रही है। दिल्ली इंटरनैशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड यानी डायल अगले तीन साल में इसकी क्षमता को बढ़ाकर 10 करोड़ यात्री प्रति वर्ष करना चाहता है, जो फिलहाल 6-7 करोड़ के बीच है। इस काम के लिए डायल अगले 3 सालों में 9,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगा।

ऐसा अनुामन है कि साल 2020 तक आईजीआई एयरपोर्ट का इस्तेमाल करने वाले यात्रियों की संख्या 8 करोड़ सालाना तक पहुंच जाएगी, जो इस वर्ष 7 करोड़ रहने का अनुमान है। इस नंबर के साथ पैसेंजर ट्रैफिक के मामले में आईजीआई लंदन के हीथ्रो एयरपोर्ट को पीछे छोड़ देगा। मंगलवार को जीएमआर ग्रुप के चेयरमैन जीएम राव ने कहा कि पैसेंजर ट्रैफिक के मामले में आईजीआई एयरपोर्ट जल्द हीथ्रो एयरपोर्ट और दुबई के एयरपोर्ट को पीछे छोड़ देगा।

राव ने कहा, 'महज 37 महीनों में इतना बड़ा एयरपोर्ट तैयार करना असंभव था, वह भी आधुनिकतम इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ। जब हमने इस एयरपोर्ट को टेकओवर किया था, यह दुनिया के सबसे खराब एयरपोर्ट्स में शुमार था और आज अपनी कैटिगरी में पहले नंबर पर है। कई इंटरनैशनल एयरपोर्ट्स के लिए यह बेंचमार्क बन गया है।'
राव ने बताया कि आईजीआई ने दिल्ली की जीडीपी में 18 फीसदी का योगदान किया है। आईजीआई एयरपोर्ट प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से 6 लाख लोगों को नौकरी दे रहा है। पैसेंजर ट्रैफिक को देखते हुए जल्द ही दिल्ली का यह एयरपोर्ट दुनिया के टॉप-5 एयरपोर्ट्स में शुमार हो जाएगा।

यह बात जीएमआर द्वारा नैशनल काउंसिल ऑफ अप्लाइड इकनॉमिक रिसर्च से कराए गए सर्वे में सामने आई है। दो किताबों के माध्यम से इस सर्वे की और पीपीपी मॉडल के बारे में जानकारी दी गई।

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