Saturday, September 29, 2018

'माफ कर देना ममी-पापा, आपका नाम रोशन नहीं कर पाई'

प्रमुख संवाददाता, नई दिल्ली
आईएएस बनने की तैयारी कर रही एक स्टूडेंट का शव बरामद हुआ है और साथ में मिला है एक सूइसाइड नोट, जिसमें मां-बाप के सपने पूरे न कर पाने की वजह से माफी मांगी गई है। दिल्ली विश्वविद्यालय मेट्रो स्टेशन के नजदीक माल अपार्टमेंट में
इस छात्रा की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। 27 वर्षीय शिल्पा ठाकुर का शव शनिवार सुबह कमरे से सड़ी-गली हालत में मिला, यहां वह किराए पर रहती थीं।

शिल्पा को बीते 4 दिनों से परिवारवाले और एक सहेली लगातार फोन कर रही थी। पहले 2 दिन कॉल जाती रही। दो दिन से मोबाइल भी स्विच ऑफ हो गया था। शनिवार सुबह शिल्पा की दोस्त उनके रूम पर पहुंची तो उनका शव जमीन पर था। तिमारपुर पुलिस ने पैरंट्स को 9:40 बजे कॉल की। कमरे से 2 पेज का सूइसाइड नोट भी मिला है। उसमें कई बातें लिखी हैं। मामले की जांच हो रही है।

पुलिस के मुताबिक, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से पता चलेगा कि किस तरह खुदकुशी की गई। शिल्पा का परिवार शाहदरा के अशोक नगर में रहता है। पिता रामनरेश की शॉप है। परिवार में 2 भाई, 2 बड़ी बहनें हैं। एक बहन सरकारी जॉब में है। शिल्पा, माल रोड स्थित सर्वेंट क्वॉर्टर में किराए पर रहकर सिविल सर्विस की तैयारी कर रही थीं। पुलिस को पता चला है कि उन्होंने 3 बार यूपीएससी की परीक्षा दी थी। मुमकिन है कि कामयाबी नहीं मिल पाने की वजह से ऐसा कदम उठाया हो।

सूइसाइड नोट से तनाव झलक रहा है। नोट में कुछ लाइनें इस तरह लिखी हुई हैं कि ‘मैं शिल्पा ठाकुर, आईएएस बनना चाहती थी, मगर मैं कुछ भी नहीं कर पा रही हूं। मम्मी पापा मुझे माफ कर देना, मैं आपका नाम रोशन नहीं कर पाई। मैं बहुत अकेली हो गई हूं। मैं अपने परिवार को बहुत प्यार करती हूं। मैं बहुत डिप्रेशन में हूं। आज मेरे साथ कोई नहीं है। मेरी लाइफ अब खत्म हो गई है। रोज 18 घंटे पढ़ती थी, लेकिन मेरा सब कुछ खो गया’।

जांच में पता चला कि परिजनों ने उन्हें समझाने की कोशिश भी की लेकिन तनाव लगातार बढ़ता जा रहा था। 4 दिनों से शिल्पा के बहन-भाई फोन कर रहे थे, लेकिन रिसीव नहीं हुआ। पढ़ाई की वजह से पहले भी ऐसा हुआ, जब शिल्पा फोन नहीं उठाती थी। परिजनों ने समझा कि वह बिजी होगी। मौके से मोबाइल मिला है। सूइसाइड नोट की लिखावट को बहन ने पहचान लिया है। रविवार को पोस्टमॉर्टम होगा। फिलहाल पुलिस शिल्पी के पैरंट्स से पूछताछ कर आगे की जांच कर रही है।

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