प्रमुख संवाददाता, नई दिल्ली
प्रजा फाउंडेशन ने महेंद्र गोयल, जगदीश प्रधान और राजेश गुप्ता को दिल्ली के टॉप थ्री विधायक बताया है। वे हर मामले में बाकी एमएलए से बेहतर साबित हुए हैं। फाउंडेशन की वार्षिक रिपोर्ट में ये तीनों विधायक टॉप पर रहे हैं। मुस्तफाबाद सीट से बीजेपी विधायक जगदीश प्रधान लगातार तीन साल से टॉप थ्री में हैं। उनका स्कोर पिछले साल की तुलना में और बेहतर हुआ है। महेंद्र गोयल रिठाला और राजेश गुप्ता वजीरपुर से आम आदमी पार्टी के विधायक हैं।
फाउंडेशन की रिपोर्ट के मुताबिक, आम आदमी पार्टी के दो विधायक देवेंद्र सहरावत और प्रमिला टोकस ने 6 मार्च 2017 से लेकर 17 जनवरी 2018 के बीच सदन में एक भी सवाल नहीं किया।
प्रजा फाउंडेशन पिछले तीन साल से लगातार दिल्ली के सभी एमएलए का रिपोर्ट कार्ड तैयार कर रही है। रिपोर्ट कार्ड तैयार करने के लिए आरटीआई का सहारा लिया जाता है। इसके अलावा, विधायकों को लेकर 28,624 लोगों की राय ली गई। दोनों को मिलाकर रिपोर्ट तैयार की गई है। इस रिपोर्ट में आम आदमी पार्टी के विधायकों का स्कोर पिछले सालों की तुलना कम हुआ है।
सर्वे में शामिल कुल 58 एमएलए में से 32 के खिलाफ क्रिमिनल रिकॉर्ड पाया गया है। साल 2015 में चुनाव के दौरान हलफनामे में 9 विधायकों ने ही अपने खिलाफ आपराधिक मुकदमे का जिक्र किया था।
प्रजा फाउंडेशन के डायरेक्टर मिलिंद महास्के ने कहा कि तीन साल के रिकॉर्ड में देखा गया है कि एमएलए के स्कोर में कमी आ रही है। साल 2016 में स्कोर 58.83 पर्सेंट था जो 2018 में घट कर 55.39 पर्सेंट रह गया। पहले विधायकों तक आम लोगों की पहुंच काफी ज्यादा थी। 2016 में यह स्कोर 63.98 पर्सेंट था, जो साल 2018 में तेजी से घटा है और अब सिर्फ 50.38 पर्सेंट रह गया है। 58 विधायकों में से केवल 15 एमएलए ने ही पांच मुद्दों को उठाया है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि 2015 में 34,554 पानी से संबंधित शिकायत की गई थी, जो साल 2017 में बढ़कर 52,100 तक पहुंच गई। इस रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि पानी सप्लाई से संबंधित कुल 1,65,735 शिकायतें दर्ज की गई थीं, जिसमें केवल 59 एमएलए ने उठाए थे।
प्रजा फाउंडेशन ने महेंद्र गोयल, जगदीश प्रधान और राजेश गुप्ता को दिल्ली के टॉप थ्री विधायक बताया है। वे हर मामले में बाकी एमएलए से बेहतर साबित हुए हैं। फाउंडेशन की वार्षिक रिपोर्ट में ये तीनों विधायक टॉप पर रहे हैं। मुस्तफाबाद सीट से बीजेपी विधायक जगदीश प्रधान लगातार तीन साल से टॉप थ्री में हैं। उनका स्कोर पिछले साल की तुलना में और बेहतर हुआ है। महेंद्र गोयल रिठाला और राजेश गुप्ता वजीरपुर से आम आदमी पार्टी के विधायक हैं।
फाउंडेशन की रिपोर्ट के मुताबिक, आम आदमी पार्टी के दो विधायक देवेंद्र सहरावत और प्रमिला टोकस ने 6 मार्च 2017 से लेकर 17 जनवरी 2018 के बीच सदन में एक भी सवाल नहीं किया।
प्रजा फाउंडेशन पिछले तीन साल से लगातार दिल्ली के सभी एमएलए का रिपोर्ट कार्ड तैयार कर रही है। रिपोर्ट कार्ड तैयार करने के लिए आरटीआई का सहारा लिया जाता है। इसके अलावा, विधायकों को लेकर 28,624 लोगों की राय ली गई। दोनों को मिलाकर रिपोर्ट तैयार की गई है। इस रिपोर्ट में आम आदमी पार्टी के विधायकों का स्कोर पिछले सालों की तुलना कम हुआ है।
सर्वे में शामिल कुल 58 एमएलए में से 32 के खिलाफ क्रिमिनल रिकॉर्ड पाया गया है। साल 2015 में चुनाव के दौरान हलफनामे में 9 विधायकों ने ही अपने खिलाफ आपराधिक मुकदमे का जिक्र किया था।
प्रजा फाउंडेशन के डायरेक्टर मिलिंद महास्के ने कहा कि तीन साल के रिकॉर्ड में देखा गया है कि एमएलए के स्कोर में कमी आ रही है। साल 2016 में स्कोर 58.83 पर्सेंट था जो 2018 में घट कर 55.39 पर्सेंट रह गया। पहले विधायकों तक आम लोगों की पहुंच काफी ज्यादा थी। 2016 में यह स्कोर 63.98 पर्सेंट था, जो साल 2018 में तेजी से घटा है और अब सिर्फ 50.38 पर्सेंट रह गया है। 58 विधायकों में से केवल 15 एमएलए ने ही पांच मुद्दों को उठाया है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि 2015 में 34,554 पानी से संबंधित शिकायत की गई थी, जो साल 2017 में बढ़कर 52,100 तक पहुंच गई। इस रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि पानी सप्लाई से संबंधित कुल 1,65,735 शिकायतें दर्ज की गई थीं, जिसमें केवल 59 एमएलए ने उठाए थे।
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