नई दिल्ली
ईस्ट दिल्ली की पॉश कॉलोनी गगन विहार में बीती रात एक सनसनीखेज वारदात हुई। कॉलोनी में घुसे स्कूटी सवार दो बदमाशों ने ऑफिस से लौटी एक युवती से उनके घर के नीचे छीना-झपटी की कोशिश की। वे युवती का पर्स छीनने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन युवती ने पर्स को जोर से पकड़ा था। इस वजह से खींचतान होती रही, जिसके चलते युवती रोड पर गिर गई। उनके घुटने में चोट लगी। यह सब आगे खड़े कुछ युवक देख रहे थे। युवती भी शोर मचा रही थी। कॉलोनी में हल्ला मच गया।
फिर लोगों ने मिलकर दोनों बदमाशों को घेर लिया, लेकिन फिर क्या हुआ, यह सस्पेंस बन चुका है। एक तरफ शिकायतकर्ता युवती के पिता का कहना है कि स्कूटी सवार एक बदमाश को पब्लिक ने मौके पर पकड़कर पीटा। बदमाशों ने लोगों को डराने के लिए गोली भी चलाई थी, जो किसी को लगी नहीं। उसी बीच 100 नंबर कॉल पर पुलिस पहुंच गई और आरोपी को मौके से ले गए।
दूसरी ओर जगतपुरी पुलिस का कहना है कि न मौके पर गोली चली, न ही कोई बदमाश पकड़ा गया। मौके पर बदमाशों की स्कूटी और एक मोबाइल मिला था। वह स्कूटी चोरी की निकली। इस बाबत स्नैचिंग का केस दर्ज करके छानबीन की जा रही है।
अब, सवाल है कि झूठ कौन बोल रहा है? शिकायतकर्ता की बात गलत है या पुलिस ही कुछ गोलमाल कर रही है? इस बारे में डीसीपी (ईस्ट) पंकज सिंह से बात की गई। उन्होंने कहा कि यदि पब्लिक किसी बदमाश को पकड़कर पुलिस के हवाले करती है, तो यह सराहनीय है, फिर भला पुलिस आरोपी को अरेस्ट क्यों नहीं करेगी। इस मामले में ऐसी कोई बात सामने नहीं आई है कि बदमाशों ने पब्लिक से बचने के लिए गोली चलाई या पब्लिक ने एक बदमाश को पीटकर पुलिस के हवाले किया।
ईस्ट दिल्ली की पॉश कॉलोनी गगन विहार में बीती रात एक सनसनीखेज वारदात हुई। कॉलोनी में घुसे स्कूटी सवार दो बदमाशों ने ऑफिस से लौटी एक युवती से उनके घर के नीचे छीना-झपटी की कोशिश की। वे युवती का पर्स छीनने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन युवती ने पर्स को जोर से पकड़ा था। इस वजह से खींचतान होती रही, जिसके चलते युवती रोड पर गिर गई। उनके घुटने में चोट लगी। यह सब आगे खड़े कुछ युवक देख रहे थे। युवती भी शोर मचा रही थी। कॉलोनी में हल्ला मच गया।
फिर लोगों ने मिलकर दोनों बदमाशों को घेर लिया, लेकिन फिर क्या हुआ, यह सस्पेंस बन चुका है। एक तरफ शिकायतकर्ता युवती के पिता का कहना है कि स्कूटी सवार एक बदमाश को पब्लिक ने मौके पर पकड़कर पीटा। बदमाशों ने लोगों को डराने के लिए गोली भी चलाई थी, जो किसी को लगी नहीं। उसी बीच 100 नंबर कॉल पर पुलिस पहुंच गई और आरोपी को मौके से ले गए।
दूसरी ओर जगतपुरी पुलिस का कहना है कि न मौके पर गोली चली, न ही कोई बदमाश पकड़ा गया। मौके पर बदमाशों की स्कूटी और एक मोबाइल मिला था। वह स्कूटी चोरी की निकली। इस बाबत स्नैचिंग का केस दर्ज करके छानबीन की जा रही है।
अब, सवाल है कि झूठ कौन बोल रहा है? शिकायतकर्ता की बात गलत है या पुलिस ही कुछ गोलमाल कर रही है? इस बारे में डीसीपी (ईस्ट) पंकज सिंह से बात की गई। उन्होंने कहा कि यदि पब्लिक किसी बदमाश को पकड़कर पुलिस के हवाले करती है, तो यह सराहनीय है, फिर भला पुलिस आरोपी को अरेस्ट क्यों नहीं करेगी। इस मामले में ऐसी कोई बात सामने नहीं आई है कि बदमाशों ने पब्लिक से बचने के लिए गोली चलाई या पब्लिक ने एक बदमाश को पीटकर पुलिस के हवाले किया।
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