अध्ययन में यह बात सामने आई है पानी में दवाओं की मौजूदगी औसतन 0.1 माइक्रोग्राम प्रति लीटर है। यमुना नदी के पानी से ज्यादा भूजल में दवाओं व रोगाणुरोधी (एंटीमाइक्रोबियल) की मौजूदगी है।
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