Sunday, August 26, 2018

बस में मेट्रो कार्ड, सहूलियतों-दिक्कतों का देखें रिऐलिटी चेक

नई दिल्ली
डीटीसी की सभी बसों में शुक्रवार से मेट्रो कार्ड शुरू हो गया है। अब लोग एक ही कार्ड से दिल्ली मेट्रो और डीटीसी की सभी बसों में आसानी से यात्रा कर सकते हैं। एनबीटी के रिपोर्टरों ने दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों में तीन दिन तक पता लगाया कि यह सुविधा कितने काम की है।

सर्वोदय एनक्लेव : लोग खुश, लेकिन कुछ बसों में इंतजार
वसंत विहार से शाहदरा जाने वाली डीटीसी बस रूट नंबर 623 में मेट्रो कार्ड स्वाइप करके टिकट मिल रहे थे। ग्रीन पार्क से आईटीओ तक सफर करने वाले अभिनव चौधरी ने बताया कि उन्हें पहले सुना था कि बसों में भी मेट्रो कार्ड चलेंगे लेकिन अब हकीकत में ऐसा होते देख उन्हें अच्छा लग रहा है।

सर्वोदय एनक्लेव के मदर इंटरनैशनल स्कूल बस स्टॉप से महरौली टर्मिनल तक सफर करने वाले अंचित शर्मा ने बताया कि वह डीटीसी बस नंबर 502 हरे रंग की बस से सफर कर रहे थे लेकिन वहां मेट्रो कार्ड से टिकट नहीं दिया जा रहा था, क्योंकि उनके पास नई मशीन नहीं थी। साकेत और महरौली जाने वाली रूट नंबर 500, 534, और डेरा जाने वाली बसों 516, 517 में भी कुछ हरे रंग की कई बसों में मेट्रो कार्ड स्वाइप करने वाली मशीन न होने के कारण पहले जैसे ही टिकट मिल रहे थे। कालकाजी रूट नंबर 429 और नेहरू प्लेस टर्मिनल 374 पर भी मेट्रो कार्ड से टिकट दी जा रही है। डीटीसी के साउथ रीजनल के मैनेजर ने बताया कि शुक्रवार से ही दिल्ली की ज्यादातर बसों में यह सुविधा शुरू कर दी गई है, फिलहाल कुछ स्वैप मशीनें आनी बाकी हैं जिसकी वजह से कुछ बस रूट पर अभी भी पहले की तरह टिकट काटी जा रही है। लेकिन जल्द ही मशीन आने के बाद वहां भी मेट्रो कार्ड से ही टिकट दी जाएगी, जिससे लोगों को टिकट लेने में कोई परेशानी नहीं होगी।

उत्तम नगर : मशीन हैंग होने की शिकायतें
बसों में मेट्रो कार्ड यूज करने वाले लोगों का अनुभव कुछ फीका-सा रहा। बस में इसे इस्तेमाल करने में कुछ दिक्कतें आ रही थीं और एक पैसेंजर का टिकट निकालने में 5 से 7 मिनट का समय लग जा रहा था। नजफगढ़ रोड पर उत्तम नगर से मोती नगर रोड पर एक कंडक्टर ने बताया डीटीसी की ग्रीन और रेड बसों में जिस मशीन को यूज किया जाता है वह काफी घटिया मशीन है। यह मशीन कुछ टिकट बनाने के बाद ही हैंग हो जाती है जिससे कई बार हमारे हिसाब मिलाने में भी दिक्कतें होती है, पैसेंजर को लंबा वेट करना पड़ता है।

डीटीसी के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि मशीन का बैटरी बैकअप कम है, एक मशीन करीब 16 घंटे ड्यूटी पर रहती है लेकिन इसका बैटरी बैकअप इतना मजबूत नहीं है कि वह 16 घंटे तक चल सके लिहाजा कई बार कंडक्टर को मशीन बंद कर हाथों से ही टिकट बनानी पड़ती है।

क्लस्टर बस में रूट नंबर 894 ओखला से कर्मपुरा पर क्लस्टर बस पर तैनात कंडक्टर ने बताया कि हम टिकट स्मार्ट कार्ड से दे रहे हैं लेकिन अभी पैसेंजर की संख्या ही बेहद कम है। राजौरी गार्डन की रितिका ने बताया है कि इस स्मार्ट कार्ड को रिचार्ज करने के लिए हमें मेट्रो की लाइन में लगना पड़ेगा। लिहाजा हम बसों में चेंज पकड़ा कर ही टिकट ले लेते हैं।

कश्मीरी गेट : कंडक्टर ने कहा, मशीन में प्रॉब्लम
रूट नंबर-205, 214, 246 और 419 की क्लस्टर और डीटीसी बसों में सफर करने के दौरान कंडक्टर से मेट्रो कार्ड से टिकट मांगा गया लेकिन कंडक्टर ने कार्ड से टिकट देने से मना कर दिया। उन्होंने बताया कि अभी उनकी टिकट देने वाली मशीनों में कुछ प्रॉब्लम हैं। इस वजह से वह मेट्रो कार्ड से टिकट नहीं दे पा रहे हैं। लेकिन कुछ बसों में मेट्रो कार्ड से टिकट काटने वाली सुविधा शुरू हो चुकी है। कंडक्टर ने बताया कि इन मशीनों में कुछ अपडेट करना पड़ेगा। इसके बाद ही इनसे मेट्रो कार्ड से भी टिकट लिए जा सकेंगे।

मुनिरका : पलक झपकते ही टिकट, चेंज का झंझट खत्म
रूट नंबर 336 के क्लस्टर बस के कंडक्टर मेरे हाथ में मेट्रो कार्ड देखकर खुश हो गए। उन्होंने पूछा कितने का टिकट चाहिए और अगले ही पल टिकट हाथों में था। यह बस मुनिरका से न्यू सीमापुरी के बीच चलती है। कंडक्टर ने पूछने पर बताया कि अभी बहुत ही कम पैसेंजर किराए के लिए मेट्रो कार्ड का इस्तेमाल कर रहे हैं। सुबह से एक-दो यात्रियों ने ही कार्ड दिया है। अगर, सारे यात्री कार्ड का इस्तेमाल करने लगें तो कैश लेने और इसे जमा करने के झंझट से उन्हें मुक्ति मिल जाए। इससे बड़ी आसानी से किराया लिया जा सकता है।

वसंत विहार : युवा उत्साहित, मशीन भी हो फास्ट
बसों में कार्ड की जानकारी के लिए चिट लगाई गई हैं। 623 डीटीसी बस, बसंत बिहार से शाहदरा टर्मिनल रूट के कंडक्टर ने बताया कि अभी दिन में 5 से 8 लोग ही मेट्रो कार्ड से टिकट की मांग कर रहे हैं। उनमें से भी 3 से 4 लोगों को ही मशीन की हैंगिंग की समस्या से कार्ड से टिकट मिल पा रहा है। कई बार लोग जब मेट्रो कार्ड से लोग टिकट ले रहे हैं तो मशीन हैंग हो जाती है, जिससे लोग पैसे देकर ही टिकट खरीद रहे 623, 624, 615 बस कंडक्टर की मानें तो अभी तक मेट्रो कार्ड से टिकट लेने में ज्यादातर तादाद स्टूडेंट्स और कम उम्र के लोगों की है। लोग इस चीज को लेकर काफी उत्साहित भी नजर आ रहे है। लोगों का मानना है कि यह एक अच्छा कदम है बशर्ते यह सेवा बिना किसी रुकावट के चले। इससे कैश की मांग में भी कमी आयेगी। एक यात्री कपिल ने बताया कि कंडक्टर के पास कई बार खुले रुपये न होने के कारण टिकट के बचे हुए रुपये वह नहीं लौटाते हैं। सरकार का यह कदम ट्रांसपॉर्ट के क्षेत्र में पारदर्शिता और नई गति लाएगा। उत्तम नगर के रहने वाले सचिन के मुताबिक कंडक्टर के पास खुले पैसे नहीं होते जिससे टिकट लेने में परेशानी होती थी, लेकिन अब कार्ड से टिकट मिलने लगेगा तो यह समस्या भी खत्म हो जाएगी।

पटपड़गंज : खुले पैसे की दिक्कत होगी खत्म, ज्यादा को जानकारी नहीं

सुबह से कितने लोग मेट्रो कार्ड से बस में टिकट ले चुके हैं? 5-7 लोग। इस जवाब के साथ ही रूट नंबर-85 की पटपड़गंज से पंजाबी बाग जा रही बस के कंडक्टर ने बताया कि कॉमन मोबिलिटी कार्ड अभी लोगों के लिए नई बात है। कई बार खुले पैसों की दिक्कत होती है, तब हम सवारी से कहते हैं कि कार्ड है तो स्वाइप करा लो।

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