Wednesday, August 29, 2018

'कांग्रेस को वोट देना यानि AAP के वोट काटकर BJP को जिताना'

नई दिल्ली
दिल्ली में आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन की संभावनाओं को खत्म करते हुए दोनों दलों ने अपना रास्ता अलग कर लिया है। आप संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को एक बार फिर कांग्रेस के साथ गठजोड़ की चर्चाओं पर विराम लगाते हुए दिल्ली के वोटरों को साफ संदेश दिया।

दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, 'दिल्ली में कांग्रेस को वोट देने का मतलब है, आम आदमी पार्टी के वोट काटकर भाजपा को जिताना।’ बता दें कि केजरीवाल ने हाल ही में विपक्षी दलों के महागठबंधन की कोशिशों से खुद को अलग करते हुए AAP के अकेले ही चुनाव लड़ने की घोषणा की थी। हालांकि, दिल्ली की 7 लोकसभा सीटों पर कांग्रेस के साथ चुनावी तालमेल करने की केजरीवाल की हरसंभव कोशिश जारी रही लेकिन मंगलवार को कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित से केजरीवाल की मुलाकात के बाद गठबंधन की संभावनाओं पर पूर्ण विराम लग गया।



सूत्रों के अनुसार दीक्षित ने केजरीवाल को स्पष्ट कर दिया कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी आप के साथ चुनावी गठजोड़ नहीं करने की दिल्ली प्रदेश कांग्रेस इकाई की दलीलों से संतुष्ट हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन शुरू से ही आप के साथ लोकसभा चुनाव के लिए संभावित गठबंधन का विरोध कर रहे हैं।

हाल ही में गांधी ने महागठबंधन के मामले में भी केजरीवाल से दूरी बनाने के सवाल पर कहा था कि वह किसी राज्य से जुड़े मुद्दे पर उस राज्य की पार्टी इकाई की राय को नजरंदाज नहीं कर सकते हैं। बुधवार को अजय माकन ने भी गठबंधन की संभावनाओं पर विराम लगाते हुए स्पष्ट कर दिया कि कांग्रेस दिल्ली की सातों सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। माकन ने संवाददाताओं से कहा कि दिल्ली में 2015 के बाद AAP का वोट पर्सेंटेज लगातार गिर रहा है जबकि कांग्रेस का बढ़ रहा है। ऐसे में कांग्रेस जनता की अपेक्षाओं को समझते हुए AAP से गठजोड़ नहीं करेगी।

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