Monday, July 30, 2018

H-CNG,: 3रु. ज्यादा खर्च सेमिलेगी साफ हवा

नई दिल्ली
दिल्ली के लिए सबसे क्लीन फ्यूल H-CNG (हाइड्रोजन सीएनजी) बहुत अधिक महंगा नहीं होगा। सीएनजी के मुकाबले इसकी कीमत में 1 से 3 रुपये प्रति किलो का अंतर होगा। ईपीसीए ने H-CNG को लेकर रिपोर्ट तैयार कर ली है। इसमें कहा गया है कि मंजूरी मिलने के 2 से 3 साल में H-CNG दिल्ली में मिलने लगेगी।

सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए ईपीसीए को हाइड्रोजन फ्यूल की संभावनाएं तलाशने को कहा था। इसके बाद ही ईपीसीए ने गैस कंपनियों और अन्य एक्सपर्ट्स के साथ मीटिंग कर यह रिपोर्ट तैयार की है। दिल्ली में सीएनजी इस्तेमाल करते हुए 16 साल हो गए हैं। इसे यहां अभी सबसे स्वच्छ फ्यूल माना जाता है। अब हाइड्रोजन सीएनजी को लाने की तैयारियां शुरू हो गई हैं। इस फ्यूल से शुरुआत में बसों को ही चलाया जाएगा।

सीएनजी कम्प्रेस्ड नैचुरल गैस है। इसमें मिथेन मुख्य गैस है। सीएनजी से कार्बन डाइऑक्साइड, कार्बन मोनोऑक्साइड, नाइट्रोजन ऑक्साइड और पीएम का उत्सर्जन होता है, लेकिन पेट्रोल और डीजल की तुलना में यह काफी कम है। अब सीएनजी और हाइड्रोजन को मिक्स कर H-CNG लाई जा रही है। सीएनजी में 18 पर्सेंट तक हाइड्रोजन होगी। इससे कार्बन मोनोऑक्साइड का उत्सर्जन 70 पर्सेंट तक कम होगा। H-CNG को अभी तक दुनिया में अपनाया नहीं गया है। हालांकि यूएस, कनाडा, ब्राजील और साउथ कोरिया में इस पर ट्रायल हो रहा है।

ईपीसीए की रिपोर्ट में कहा गया है कि दिल्ली में 5500 बसों के लिए रोज 400 टन H-CNG की जरूरत होगी। इसकी 4 डिस्पेंसिंग यूनिट पर 330 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। इसके लिए ईसीसी (एनवायरनमेंट कंपलसेशन चार्ज) का इस्तेमाल किया जा सकता है।

मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और रहें हर खबर से अपडेट।


Read more: H-CNG,: 3रु. ज्यादा खर्च सेमिलेगी साफ हवा