Saturday, July 28, 2018

ये कैसी पुलिस! 'अगवा' कर परिवार से मांगे पैसे

नई दिल्ली
दिल्ली पुलिस के एक थाने में चल रहे 'कटिंग' के खेल की पोल खुलने के बाद दो पुलिसकर्मियों को न केवल गिरफ्तार कर लिया गया, बल्कि तुरंत बर्खास्त भी कर दिया। इस खेल में दोनों पुलिस कर्मियों के साथ तीन बाहरी लोग भी शामिल थे। उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी पुलिस कर्मियों ने नंद नगरी से एक युवक को पहले तो अगवा किया, फिर उसकी रिहाई के लिए उसके परिजनों से रुपयों की मांग की। रुपये मांगने के लिए मोबाइल से कॉल की गई थी। शुरुआत में यह मामला फिरौती के लिए अपहरण का लग रहा था, लेकिन जब कलई खुली, तो खेल ही दूसरा निकला। यह कटिंग का खेल निकला, जिसे न्यू उस्मानपुर थाने में खेला जा रहा था।

बता दें कि पुलिस कर्मी जब किसी को जबरन उठा लेते हैं और फिर बाहरी लोगों को बिचौलिया बनाकर उसके परिजन से रुपयों की मांग करते हैं, तो पुलिस महकमे में इस तरह की कारस्तानी को कटिंग कहा जाता है। डिस्ट्रिक्ट डीसीपी अतुल कुमार ठाकुर ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी पुलिस कर्मियों को बर्खास्त कर दिया। पूरे डिस्ट्रिक्ट को यह मेसेज भी दिया है कि करप्शन के खिलाफ जीरो टॉलरेंस रवैया अपनाया जाएगा और इसी तरह की सख्त कार्रवाई की जाएगी।

पुलिस सूत्रों के अनुसार, मामला गुरुवार देर शाम का है। नंद नगरी में काम करने वाले एक युवक को कुछ लोग जबरन उठा ले गए। आरोप है कि कुछ देर बाद उसके परिचित को फोन कर उसकी रिहाई के लिए रुपयों का इंतजाम करने के लिए कहा गया। युवक के परिजनों को लगा कि उनके बेटे को फिरौती के लिए अगवा कर लिया गया है। घबराहट में उन्होंने पुलिस को जानकारी दी। नॉर्थ ईस्ट डिस्ट्रिक्ट पुलिस तुरंत हरकत में आ गई। उस बीच एक और कॉल आई। जब उस कॉलर को तलाशने का काम किया गया, तो पता चला कि जो युवक किडनैप बताया जा रहा है, वह न्यू उस्मानपुर थाने में है।

न्यू उस्मानपुर थाने में जब पूछा गया तो वहां उस युवक के होने कि किसी तरह की कोई जानकारी नहीं थी। न तो एसएचओ को और न ही ड्यूटी अफसर को कुछ पता था। उसके बाद नंद नगरी थाना पुलिस की टीम न्यू उस्मानपुर थाने पहुंची तो युवक को एक कमरे में ही बंधक बना पाया। सारे हालात डिस्ट्रिक्ट डीसीपी को बताए गए। युवक को वहां से मुक्त कराया गया, वह काफी डरा हुआ था।

जब पूछताछ हुई तो मालूम हुआ कि न्यू उस्मानपुर थाने के दो पुलिस कर्मी हवलदार जितेंद्र दत्त शर्मा और सिपाही मोहित मलिक उसे किसी आपराधिक मामले में फंसाने की धमकी दे रहे थे। उसे डराने के लिए मारपीट भी की गई थी। तुरंत ही दोनों पुलिस कर्मियों को हिरासत में ले लिया गया। जांच में पता चला कि दोनों पुलिस वालों के साथ तीन बाहरी लोग भी शामिल हैं, जिनके नाम अतर हसन, इश्तकार व विजय कुमार हैं। अब तक की कहानी में पुलिस के सामने जो बात निकल कर आई है, वह यह है कि दोनों पुलिस कर्मी बाहरी लोगों के साथ मिलकर जबरन वसूली का धंधा चला रहे थे।

मामले पर नॉर्थ ईस्ट डिस्ट्रिक्ट के डीसीपी अतुल ठाकुर ने कहा, 'शुरुआत में यह मामला फिरौती के लिए किडनैपिंग का लगा, लेकिन जांच में सारा खेल एक्सटॉर्शन का पाया गया। दोनों पुलिस कर्मियों व तीनों बाहरी लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस स्टाफ को स्ट्रॉन्ग मेसेज देने के मकसद से आरोपी पुलिस कर्मियों को तुरंत ही बर्खास्त भी कर दिया गया। पांचों आरोपियों को अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। आरोपियों ने कितनी रकम मांगी थी, फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो पाया है, लेकिन शुरुआती जांच में एक लाख रुपये मांगने की बात सामने आ रही है। जांच अभी जारी है।'

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