Monday, July 2, 2018

दुनिया के सबसे वजनी किशोर का ऑपरेशन

दुर्गेश नंनद झा, नई दिल्ली
सामान्य तौर पर बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) - किसी व्यक्ति की लंबाई और वजन का अनुपात 22.5 किलोग्राम/एम2 होता है। 32.5 पर किसी व्यक्ति को मोटा माना जाता है, और इसके लिए सर्जरी का सुझाव दिया जा सकता है। यदि बीएमआई 40, 50 या 60 से भी ज्यादा हो, अत्यधिक मोटापा भी कहा जा सकता है। यदि किसी 14 साल के किशोरी की बीएमआई 92 हो तो आप क्या कहेंगे?

पश्चिमी दिल्ली के उत्तम के मिहीर जैन को जब उसके माता-पिता साकेत के मैक्स हॉस्पिटल में कुछ महीने पहले वजन कम कराने की सर्जरी के लिए लाए थे। वह मुश्किल से ही खड़ा हो पाता था। जब वजन किया गया तो 237 किलोग्राम निकला। ऑपरेशन करने वाले वरिष्ठ सर्जन डॉक्टर प्रदीप चौधरी ने बताया कि मिहीर दुनिया का सबसे ज्यादा वजन वाला किशोर है, जिसकी गैस्ट्रिक बायपास सर्जरी की गई है।

'पास्ता सबसे ज्यादा पसंद, पिज्जा उसके बाद'
जब डॉक्टर चौधरी ने पहली बार मिहीर को देखा, वह उसके सफल ऑपरेशन को लेकर कॉन्फिडेंट नहीं थे। डॉक्टर का कहना है कि वह ऑपरेशन के लिहाज से काफी वजनी था। नवंबर 2003 में जब मिहीर का जन्म हुआ तो उसका वजन 2.5 किलो (बिल्कुल सामान्य) था। लेकिन धीरे-धीरे उसका वजन बढ़ना शुरू हो गया। मां पूजा जैन ने बताया कि जब मिहीर 5 साल का था, तो उसका वजन 60-70 किलो था।


पूजा ने बताया, 'हमारे पारिवार के ज्यादातर सदस्यों का वजन ज्यादा है, इसलिए हमने इसे गंभीरता से नहीं लिया। लेकिन फिर एक वक्त ऐसा आया, जब वह अपने वजन की वजह से ठीक से चल भी नहीं पाता था। उसने क्लास सेकंड के बाद स्कूल जाना बंद कर दिया, मुझे घर पर ही उसकी पढ़ाई करानी पड़ी।'

परिवार ने पहली बार मेडिकल सलाह साल 2010 में ली, लेकिन डॉक्टरों का कहना था कि सर्जरी के लिए बच्चा काफी छोटा था। मिहीर ने हमारे सहयोगी टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया, 'मैं ज्यादातर समय घर पर ही रहता था। या तो लेटा होता था, या बैठा।' उसने बताया कि उसे पूर्व में जंक फूड बेहद पसंद था। मिहीर ने बताया, 'पास्ता सबसे ज्यादा पसंद है और पिज्जा उसके बाद।

डॉक्टर चौधरी ने शुरुआत में लड़के को बेहद कम कैलरी वाली डायट (VLCD) पर रखा क्योंकि वह सफल सर्जरी को लेकर कॉन्फिडेंट नहीं थे। एक सामान्य भोजन में 2500 से 3000 कैलरी होती हैं, जबिह VLCD में सिर्फ 800 कैलरी। डॉक्टर को लगा था कि बच्चा इतनी कठिन डायट फॉलो नहीं कर पाएगा, और उसके मां-बाप उसे वापस नहीं लाएंगे। डॉक्टर ने बताया, 'मुझे चौंकाते हुए मिहीर के मां-बाप उसे 4 हफ्ते बाद फिर ले आए। उसने करीब 10 किलो वजन कम कर लिया था। मैं उनका डेडिकेशन देखकर खुश था, मैंने उन्हें अगले दो महीने तक यही डायट फॉलो करने के लिए कहा। इसके बाद उसका वजन करीब 196 किलो कम हो गया। इसके बाद हमें लगा कि और वजन कम करने के लिए सर्जरी करनी पड़ेगी। सर्जरी के लिए अप्रैल की तारीख तय की गई।'

सर्जरी के दौरान कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ा। मरीज की मांसपेशियों के नीचे फैट की 10 इंच तक की लेयर थी, जो ऑपरेशन को मुश्किल बना रही थी। सामान्य औजार इसके लिए काम नहीं आ रहे थे। टारगेट एरिया तक पहुंचने के लिए उन्होंने बड़े औजरों का इस्तेमाल किया।

मिहीर की मां का कहना है कि उन्होंने इस सब से काफी सबक लिया और तय किया कि जंक फूड नहीं लेंगे और शरीर को ऐक्टिव बनाए रखेंगे।

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