नई दिल्ली
कुछ दिनों पहले ग्रेटर नोएडा के शाहबेरी में एक इमारत के झुकने की खबर आई थी, जिसे खाली करा दिया गया था। अब ऐसी एक बिल्डिंग दिल्ली में होने की खबर है। दक्षिणी दिल्ली के कालकाजी इलाके में एक बिल्डिंग झुकने की खबर के बाद वहां रहने वाले लोगों को मकानों से बाहर निकाला गया। साउथ एमसीडी ने बिल्डिंग में दरारों की सूचना के बाद कालकाजी के जे-ब्लॉक स्थित बिल्डिंग को खाली करा दिया। वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि बिल्डिंग थोड़ी-सी झुक भी गई है।
झुकने वाली यह 4 मंजिला इमारत कालकाजी के डीडीए फ्लैट्स की कॉलोनी में है, जिसे कुछ साल पहले ही तैयार किया गया था। ब्लिडिंग में रहने वालों को बाहर निकाल लिया गया है, पड़ोसियों का कहना है कि बिल्डिंग में दरारें अचानक आईं। यहां रहने वाले दीवक नाम के सख्स ने बताया, 'बिल्डिंग थोड़ी सी झुक गई और दो बिल्डिंगों की दो दीवारों के बीच गैप आ गया। शुक्रवार को अचानक ऐसा हुआ। जैसे ही निगम अधिकारियों को इसकी सूचना दी गई, जांच के बाद उन्होंने तुरंत बिल्डिंग को खाली करवा दिया।'
मॉनसून की शुरुआत से पहले निगम सभी इमारतों को चेक करते हैं ताकि खतरनाक बिल्डिंगों को सील किया जा सके या उचित कदम उठाया जा सके। हालांकि, यह घटना आंखें खोलने वाली है क्योंकि चेकिंग का कोई व्यवस्थित तरीका नहीं है और ऐसी बिल्डिंगों की पहचान करने का कोई पुख्ता तरीका नहीं है। एसडीएमसी के अधिकारियों का दावा है कि खतरनाक बिल्डिंगों की लिस्ट में इस इमारत का नाम नहीं था।
अधिकारी ने कहा, 'हम इस बिल्डिंग की जांच कर इसमें दरारें पड़ने और झुकने की वजह तक पहुंचेंगे। उसके बाद ही यह तय किया जाएगा कि बिल्डिंग को तोड़ा जाए या नहीं।' अपने सर्वे में एसडीएमसी ने पाया था कि एसडीएमसी एरिया में कोई खतरनाक बिल्डिंग नहीं है। हालांकि 18 जून को विष्णु गार्डन इलाके में एक बिल्डिंग की दीवार गिर गई थी, जिसमें एक शख्स की मौत हो गई थी और एक घायल हो गया था। इसके अलावा, 23 जुलाई को हरि विहार इलाके में एक परिवार के बच्चों से माता-पिता का साया उठ गया था क् क्योंकि एक बिल्डिंग की छत आधी रात को गिर गई थी।
इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ें
कुछ दिनों पहले ग्रेटर नोएडा के शाहबेरी में एक इमारत के झुकने की खबर आई थी, जिसे खाली करा दिया गया था। अब ऐसी एक बिल्डिंग दिल्ली में होने की खबर है। दक्षिणी दिल्ली के कालकाजी इलाके में एक बिल्डिंग झुकने की खबर के बाद वहां रहने वाले लोगों को मकानों से बाहर निकाला गया। साउथ एमसीडी ने बिल्डिंग में दरारों की सूचना के बाद कालकाजी के जे-ब्लॉक स्थित बिल्डिंग को खाली करा दिया। वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि बिल्डिंग थोड़ी-सी झुक भी गई है।
झुकने वाली यह 4 मंजिला इमारत कालकाजी के डीडीए फ्लैट्स की कॉलोनी में है, जिसे कुछ साल पहले ही तैयार किया गया था। ब्लिडिंग में रहने वालों को बाहर निकाल लिया गया है, पड़ोसियों का कहना है कि बिल्डिंग में दरारें अचानक आईं। यहां रहने वाले दीवक नाम के सख्स ने बताया, 'बिल्डिंग थोड़ी सी झुक गई और दो बिल्डिंगों की दो दीवारों के बीच गैप आ गया। शुक्रवार को अचानक ऐसा हुआ। जैसे ही निगम अधिकारियों को इसकी सूचना दी गई, जांच के बाद उन्होंने तुरंत बिल्डिंग को खाली करवा दिया।'
मॉनसून की शुरुआत से पहले निगम सभी इमारतों को चेक करते हैं ताकि खतरनाक बिल्डिंगों को सील किया जा सके या उचित कदम उठाया जा सके। हालांकि, यह घटना आंखें खोलने वाली है क्योंकि चेकिंग का कोई व्यवस्थित तरीका नहीं है और ऐसी बिल्डिंगों की पहचान करने का कोई पुख्ता तरीका नहीं है। एसडीएमसी के अधिकारियों का दावा है कि खतरनाक बिल्डिंगों की लिस्ट में इस इमारत का नाम नहीं था।
अधिकारी ने कहा, 'हम इस बिल्डिंग की जांच कर इसमें दरारें पड़ने और झुकने की वजह तक पहुंचेंगे। उसके बाद ही यह तय किया जाएगा कि बिल्डिंग को तोड़ा जाए या नहीं।' अपने सर्वे में एसडीएमसी ने पाया था कि एसडीएमसी एरिया में कोई खतरनाक बिल्डिंग नहीं है। हालांकि 18 जून को विष्णु गार्डन इलाके में एक बिल्डिंग की दीवार गिर गई थी, जिसमें एक शख्स की मौत हो गई थी और एक घायल हो गया था। इसके अलावा, 23 जुलाई को हरि विहार इलाके में एक परिवार के बच्चों से माता-पिता का साया उठ गया था क् क्योंकि एक बिल्डिंग की छत आधी रात को गिर गई थी।
इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ें
मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और रहें हर खबर से अपडेट।
Read more: शाहबेरी के बाद साउथ दिल्ली में झुक गई इमारत