Monday, July 2, 2018

बुराड़ी केस: 'मास सूइसाइड' का यह मामला क्यों है अलग

सोमरीत भट्टाचार्य,नई दिल्ली
राष्ट्रीय राजधानी में सूइसाइड कोई नई घटना नहीं है, लेकिन संत नगर में एक साथ इतनी बड़ी संख्या में मौतों की जो घटना हुई है, वैसी घटना पहले कभी नहीं देखी गई। इसके अलावा धार्मिक मान्यताओं को लेकर किसी के द्वारा इस हद तक जाकर कदम उठाने का कोई मामला भी पहले नहीं देखा गया। कई ऐसे मामलों में जिनमें किसी व्यक्ति ने परिवार के सदस्यों की जान लेकर खुद को मारा हो, उनमें घटना की वजह वित्तीय मामलों, डिप्रेशन, बीमारी से लेकर परिवार के किसी अन्य सदस्य की मौत थी।

इसी साल फरवरी में एक कपल ने गोविंदपुरी स्थित अपने घर में खुद को लटकाकर जान दे दी थी। यह कपल वित्तीय घाटे को लेकर तनाव में था। इस घटना में पति मोहन बग्गा और पत्नी अर्पिता ने वॉट्सऐप के जरिए रांची में अपने रिश्तेदारों को अपनी अंतिम इच्छा के बारे में भी बताया था।

बेटी को भी दे दिया था जहर
इस साल मार्च में ओखला स्थित एक घर में 10 साल की बच्ची सहित एक परिवार के 3 लोग मृत मिले थे। इनमें से विकास नाम के व्यक्ति ने अपनी पत्नी ललिता और बेटी को जहर दिया था और फिर खुद भी जहर खाकर जान दे दी थी। इस दौरान मारे गए कपल का 6 साल का बेटा पड़ोसी के घर प्रसाद लेने के लिए गया था और इस तरह उसकी जान बच गई।

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जब घर से मिले 3 शव
31 दिसंबर, 2017 को छावला इलाके में 8 साल के बच्चे सहित एक परिवार के 3 लोगों के शव उनके घर से मिले थे। इस घटना में अजय कुमार नाम के व्यक्ति ने अपनी जान लेने से पहले अपनी बेटी को भी मारने की कोशिश की थी, लेकिन वह बच गई थी। अजय के रिश्तेदारों ने हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया था कि वह कुछ दिन पहले अपने बड़े बेटे की सूइसाइड को लेकर डिप्रेशन में थे।


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कारोबारी परिवार ने किया था सूइसाइड
9 सितंबर, 2016 को कारोबारी भगवान दास, उनकी पत्नी शारदा और बेटी सुनीता ने कथित तौर पर जफ्फारपुर कलां स्थित अपने घर में सूइसाइड किया था। भगवान दास चाहते थे कि उनका बेटा डॉक्टर बनकर विदेश में बस जाए। उनका बेटा रूस से MBBS कर रहा था और अचानक उसकी मौत से पूरा परिवार सदमे में चला गया था।

खुफिया अधिकारी ने भी परिवार समेत दी जान
साल 2014 में एक खुफिया एजेंसी से जुडे़ अधिकारी ने डिफेंस कॉलोनी स्थित अपने घर पर अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ खुद की जान ली थी। इसके अलावा 2013 में 8 अप्रैल को उत्तम नगर में 55 साल के राजिंदर सक्सेना ने अपनी पत्नी अमृता और बच्चों (टीपू और सोयम) पर कैरोसिन छिड़ककर आग लगा दी थी और फिर उनके बीच कूद गए थे।

बच्चों को डांटा तो सूइसाइड
इसी साल 31 मई को दिल्ली पुलिस के एक एएसआई की डांट के बाद उनकी पत्नी, बेटे और बेटी ने सूइसाइड कर लिया था। इस मामले में एएसआई ने परीक्षा के नतीजों को लेकर बच्चों को डांटा था।


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बच्ची का गला दबाया और खा लिया जहर
साल 2013 में ही बेगमपुर में 3 लोगों के एक परिवार ने वित्तीय घाटे के चलते सूइसाइड कर लिया था। इस घटना में राजेश गुप्ता ने अपनी पत्नी उमा और 8 साल की बच्ची श्वेता का गला दबाकर जहर खा लिया था।

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