नई दिल्ली
दशकों से अवैध शराब के धंधे में लगे 51 माफिया ने आगे कभी शराब न बेचने की कसम खाई है। पत्नी-बच्चों के साथ साउथ दिल्ली के संगम विहार थाने आए इन बदमाशों ने पुलिस को भरोसा दिलाया कि परिवार चलाने के लिए वे दूध-पनीर बेचेंगे या ढाबा चलाएंगे लेकिन अपने बच्चों को अवैध शराब के इस गंदे धंधे में नहीं उतरने देंगे। उन्हें पढ़ा-लिखाकर अफसर बनाएंगे, जिससे भविष्य में वे गर्दन उठाकर जिंदगी बिता सकें।
अवैध शराब से जुड़े इन बदमाशों ने पुलिस को यह भी भरोसा दिलाया कि वे अपने इलाके में महिलाओं के साथ हो रही छेड़छाड़ रोकेंगे। कोई महिलाओं से बदसलूकी करता मिला तो उसकी खबर लेंगे। साउथ दिल्ली के संगम विहार इलाके के इन बदमाशों में आए बदलाव से पुलिस भी खुश है क्योंकि पुलिस महकमे में इस इलाके को अपराधियों के बड़े अड्डों में से एक माना जाता है।
डर से नहीं आया बदलाव
डीसीपी साउथ रोमिल बानिया बदमाशों में इस हृदय परिवर्तन का श्रेय संगम विहार थाने के एसएचओ उपेंद्र सिंह को देते हैं। बदमाशों को सही राह पर लाने का काम डेढ़ साल से चल रहा था। जब पुलिस से पूछा गया कि क्या इन बदमाशों ने एनकाउंटर या संपत्ति जब्त होने के डर से अवैध शराब का धंधा छोड़ा है, तो पुलिस ने इससे इनकार किया और कहा कि बस इन्हें जीवन की सचाई का अहसास हो गया है।
दशकों से अवैध शराब के धंधे में लगे 51 माफिया ने आगे कभी शराब न बेचने की कसम खाई है। पत्नी-बच्चों के साथ साउथ दिल्ली के संगम विहार थाने आए इन बदमाशों ने पुलिस को भरोसा दिलाया कि परिवार चलाने के लिए वे दूध-पनीर बेचेंगे या ढाबा चलाएंगे लेकिन अपने बच्चों को अवैध शराब के इस गंदे धंधे में नहीं उतरने देंगे। उन्हें पढ़ा-लिखाकर अफसर बनाएंगे, जिससे भविष्य में वे गर्दन उठाकर जिंदगी बिता सकें।
अवैध शराब से जुड़े इन बदमाशों ने पुलिस को यह भी भरोसा दिलाया कि वे अपने इलाके में महिलाओं के साथ हो रही छेड़छाड़ रोकेंगे। कोई महिलाओं से बदसलूकी करता मिला तो उसकी खबर लेंगे। साउथ दिल्ली के संगम विहार इलाके के इन बदमाशों में आए बदलाव से पुलिस भी खुश है क्योंकि पुलिस महकमे में इस इलाके को अपराधियों के बड़े अड्डों में से एक माना जाता है।
डर से नहीं आया बदलाव
डीसीपी साउथ रोमिल बानिया बदमाशों में इस हृदय परिवर्तन का श्रेय संगम विहार थाने के एसएचओ उपेंद्र सिंह को देते हैं। बदमाशों को सही राह पर लाने का काम डेढ़ साल से चल रहा था। जब पुलिस से पूछा गया कि क्या इन बदमाशों ने एनकाउंटर या संपत्ति जब्त होने के डर से अवैध शराब का धंधा छोड़ा है, तो पुलिस ने इससे इनकार किया और कहा कि बस इन्हें जीवन की सचाई का अहसास हो गया है।
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