Wednesday, May 30, 2018

सालों से चल रहा था गोदाम, नहीं लिया ऐक्शन

नई दिल्ली
मालवीय नगर के खिड़की एक्सटेंशन इलाके में स्थित गोदाम में आग लगने के बाद एक बार फिर रिहायशी इलाकों में चल रही कमर्शल एक्टिविटीज को लेकर सवाल उठने लगे हैं। जिस गोदाम में आग लगी, वह चारों तरफ से रिहायशी फ्लैटों से घरा हुआ है। इसके एक तरफ संत निरंकारी स्कूल है और बाकी तीनों तरफ रिहायशी फ्लैट्स हैं, लेकिन घटनास्थल पर मौजूद गोदाम के मालिक के एक रिश्तेदार का दावा था कि इस गोदाम लेकर आज तक कभी किसी ने कोई आपत्ति नहीं जताई थी।

उनका दावा था कि मालवीय नगर और खिड़की एक्सटेंशन इलाके के डिवेलप होने से काफी पहले से यह गोदाम यहां चल रहा था। उन्होंने यह भी दावा किया कि जिस जगह यह गोदाम बना है और आस-पास जो फ्लैट्स नजर आ रहे हैं, वहां सालों पहले कभी खेती हुआ करती थी। फिर जमीनें अलग-अलग लोगों को बेच दी गईं और इलाके का डिवेलपमेंट होता चला गया।

गोदाम के मालिक ग्रेटर कैलाश निवासी संजय सैनी के रिश्तेदार दीपक और राम कृष्ण ने बताया कि यहां पिछले 26 सालों से यह गोदाम चल रहा था। बताया जा रहा है कि सैनी का रबड़ सप्लाई का काफी बड़ा बिजनस है। जापान, जर्मनी, ताईवान जैसे देशों से ब्यूटाइल रबड़ मंगाकर यहां स्टोर करके रखा जाता था और उसे आगे दूसरी जगहों पर सप्लाई किया जाता था।

रिश्तेदारों का कहना था कि यहां कोई फैक्ट्री नहीं चल रही थी, बल्कि यह सिर्फ एक गोदाम था और इसलिए यहां रहने वाले लोगों को भी इससे कोई आपत्ति नहीं थी, क्योंकि सालों से यहां पर यह गोदाम चल रहा । रिश्तेदारों ने बताया कि आस-पास की काफी जमीन भी इस गोदाम के मालिक की थी, जिसे बाद में उन्होंने दूसरो लोगों को बेच दिया और फिर उस जमीन पर फ्लैट्स बन गए। रिश्तेदारों का आरोप था कि अगर फायर की गाड़ियां टाइम पर आकर आग पर काबू पा लेती, तो आग इतनी नहीं फैलती।

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