नई दिल्ली
कृष्णा नगर से आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक एस. के. बग्गा के खिलाफ केस दर्ज करने पर पार्टी ने निंदा की है। पार्टी का कहना है कि 3 साल पुरानी एक आधारहीन शिकायत के आधार पर एसीबी AAP विधायक के खिलाफ काम कर रही है। यह शिकायत 2015 में शिकायतकर्ता ने वापस भी ले ली थी।
AAP ने आरोप लगाया कि बीजेपी द्वारा बंधक बनाई गई एसीबी, जो दिल्ली के लोगों द्वारा की गई भ्रष्टाचार की वास्तविक शिकायतों के खिलाफ तो कोई कार्रवाई नहीं करती है लेकिन AAP के निर्वाचित प्रतिनिधियों के खिलाफ फर्जी और पुरानी शिकायतों के आधार पर उन्हें निशाना बनाती है।
AAP का कहना है कि शिकायतकर्ता ने खुद जांच अधिकारी को लिखित में दिया है कि उन्होंने 2015 में स्थानीय विधायक एस. के. बग्गा के खिलाफ कुछ व्यक्तिगत कारणों की वजह से शिकायत दायर की थी और तीन महीने बाद उन्होंने कम से कम 10 गवाहों की उपस्थिति में उनके खिलाफ लगाए गए सभी आरोप वापस ले लिए थे। यह चौंकाने वाला है कि एसीबी द्वारा दर्ज की गई झूठी एफआईआर का आधार 3 साल पुराना एक ऑडियो क्लिप है, जिसकी फरेंसिक जांच में यह भी पता नहीं लगाया जा सकता कि क्या ऑडियो क्लिप वास्तविक है या फिर उसके साथ कोई छेड़छाड़ की गई है।
पार्टी का कहना है कि वह अपने विधायक के खिलाफ की गई इस फर्जी एफआईआर के खिलाफ कानून का सहारा लेगी और दिल्ली पुलिस और एसीबी के नापाक मंसूबों को सबके सामने लाएगी।
कृष्णा नगर से आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक एस. के. बग्गा के खिलाफ केस दर्ज करने पर पार्टी ने निंदा की है। पार्टी का कहना है कि 3 साल पुरानी एक आधारहीन शिकायत के आधार पर एसीबी AAP विधायक के खिलाफ काम कर रही है। यह शिकायत 2015 में शिकायतकर्ता ने वापस भी ले ली थी।
AAP ने आरोप लगाया कि बीजेपी द्वारा बंधक बनाई गई एसीबी, जो दिल्ली के लोगों द्वारा की गई भ्रष्टाचार की वास्तविक शिकायतों के खिलाफ तो कोई कार्रवाई नहीं करती है लेकिन AAP के निर्वाचित प्रतिनिधियों के खिलाफ फर्जी और पुरानी शिकायतों के आधार पर उन्हें निशाना बनाती है।
AAP का कहना है कि शिकायतकर्ता ने खुद जांच अधिकारी को लिखित में दिया है कि उन्होंने 2015 में स्थानीय विधायक एस. के. बग्गा के खिलाफ कुछ व्यक्तिगत कारणों की वजह से शिकायत दायर की थी और तीन महीने बाद उन्होंने कम से कम 10 गवाहों की उपस्थिति में उनके खिलाफ लगाए गए सभी आरोप वापस ले लिए थे। यह चौंकाने वाला है कि एसीबी द्वारा दर्ज की गई झूठी एफआईआर का आधार 3 साल पुराना एक ऑडियो क्लिप है, जिसकी फरेंसिक जांच में यह भी पता नहीं लगाया जा सकता कि क्या ऑडियो क्लिप वास्तविक है या फिर उसके साथ कोई छेड़छाड़ की गई है।
पार्टी का कहना है कि वह अपने विधायक के खिलाफ की गई इस फर्जी एफआईआर के खिलाफ कानून का सहारा लेगी और दिल्ली पुलिस और एसीबी के नापाक मंसूबों को सबके सामने लाएगी।
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