नई दिल्ली
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई झड़प के लिए दिल्ली पुलिस द्वारा मीडिया से माफी मांगी गई है। शुक्रवार को हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान दिल्ली पुलिस ने छात्रों पर लाठीचार्ज किया था। इस लाठीचार्ज में कथित रूप से एक महिला मीडियाकर्मी घायल हो गई थी। उनसे बदसलूकी के आरोप भी दिल्ली पुलिस पर लगे थे। अब दिल्ली पुलिस के पीआरओ मधुर वर्मा ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि सब गलतफहमी की वजह से हुआ।
मधुर वर्मा ने कहा कल जो हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण था। हम मीडिया से माफी मांगते हैं। हमारा उद्देश्य मीडिया को उनके काम से रोकना नहीं था। गलतफहमी में किसी महिला पुलिसकर्मी ने एक फोटोजर्नलिस्ट तो प्रदर्शनकारी समझ लिया था।
मधुर वर्मा ने आगे कहा, 'पुलिस ने वॉटर कैनन का प्रयोग प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए किया था जो बैरिकेड्स को तोड़ने की कोशिश कर रहे थे। लेडी कॉन्स्टेबल को यह नहीं पता था कि वह महिला एक पत्रकार हैं। यह एक गलतफहमी थी और गलत हुआ। हम जांच करेंगे।'
क्यों हो रहा था प्रदर्शन
जेएनयू के छात्र-छात्राएं प्रोफेसर अतुल जौहरी के खिलाफ प्रदर्शन कर रही थीं। उनपर जेएनयू की छात्राओं ने ही सेक्सुअल हैरसमेंट का आरोप लगाया है। यह मार्च अतुल जौहरी और वीसी के खिलाफ एजुकेशन के मुद्दों को लेकर निकाला गया था। जिसमें हजारों की संख्या में छात्र मौजूद थे।
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई झड़प के लिए दिल्ली पुलिस द्वारा मीडिया से माफी मांगी गई है। शुक्रवार को हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान दिल्ली पुलिस ने छात्रों पर लाठीचार्ज किया था। इस लाठीचार्ज में कथित रूप से एक महिला मीडियाकर्मी घायल हो गई थी। उनसे बदसलूकी के आरोप भी दिल्ली पुलिस पर लगे थे। अब दिल्ली पुलिस के पीआरओ मधुर वर्मा ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि सब गलतफहमी की वजह से हुआ।
मधुर वर्मा ने कहा कल जो हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण था। हम मीडिया से माफी मांगते हैं। हमारा उद्देश्य मीडिया को उनके काम से रोकना नहीं था। गलतफहमी में किसी महिला पुलिसकर्मी ने एक फोटोजर्नलिस्ट तो प्रदर्शनकारी समझ लिया था।
मधुर वर्मा ने आगे कहा, 'पुलिस ने वॉटर कैनन का प्रयोग प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए किया था जो बैरिकेड्स को तोड़ने की कोशिश कर रहे थे। लेडी कॉन्स्टेबल को यह नहीं पता था कि वह महिला एक पत्रकार हैं। यह एक गलतफहमी थी और गलत हुआ। हम जांच करेंगे।'
क्यों हो रहा था प्रदर्शन
जेएनयू के छात्र-छात्राएं प्रोफेसर अतुल जौहरी के खिलाफ प्रदर्शन कर रही थीं। उनपर जेएनयू की छात्राओं ने ही सेक्सुअल हैरसमेंट का आरोप लगाया है। यह मार्च अतुल जौहरी और वीसी के खिलाफ एजुकेशन के मुद्दों को लेकर निकाला गया था। जिसमें हजारों की संख्या में छात्र मौजूद थे।
मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और रहें हर खबर से अपडेट।
Read more: JNU मामला: दिल्ली पुलिस ने मीडिया से मांगी माफी