नई दिल्ली
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) पेपर लीक के बाद दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को पत्र लिखा है। पत्र में सिसोदिया ने सभी राज्यों के शिक्षा मंत्रियों से एक होकर इस समस्या को सुलझाने का आग्रह किया है। पत्र के जरिए सिसोदिया ने सुझाव दिया कि जावड़ेकर को सभी राज्यों के शिक्षा मंत्रियों की एक बैठक बुलानी चाहिए जिसमें मामले पर मंथन किया जा सके।
पत्र में सिसोदिया ने लिखा, 'आग्रह करता हूं कि एक मीटिंग बुलाई जाए, जिसमें सभी राज्यों के शिक्षा मंत्री इसपर मंथन करके तय करें कि आगे ऐसा नहीं होगा।' सिसोदिया ने कहा कि इस मुद्दे पर पार्टी और राजनीति से ऊपर उठने की जरूरत है।
जानिए: छात्रों तक कैसे पहुंचता है CBSE का पेपर
उपमुख्यमंत्री ने लिखा, 'लीक कोई भी हो चाहे CBSE, SSB या DSSSB नुकसान देश का ही होता है, किसी पार्टी या सरकार का नहीं। पेपर लीक होना मतलब मेहनती और काबिल छात्र का पिछड़ जाना। लीक की वजह ही देश को बेकार अफसर, टीचर्स और डॉक्टर मिलते हैं, इसलिए सबको मिलकर इसका समाधान निकालने की जरूरत है।'
इससे पहले सिसोदिया ने सोशल मीडिया के जरिए केंद्र सरकार पर हमला भी बोला था। तब उन्होंने ट्वीट किया था, 'डेटा लीक, एमएससी-पेपर लीक, इलेक्शन-डेट लीक, सीबीएससी-पेपर लीक.... ये केन्द्र सरकार है या लीकेज सरकार!'
बता दें, बुधवार को सीबीएसई ने 10वीं के गणित और 12वीं के अर्थशास्त्र के पेपर लीक होने की जानकारी दी थी। बोर्ड के अधिकारियों ने पुष्टि की है कि 20 लाख स्टूडेंट्स को परीक्षा के लिए दोबारा बैठना होगा क्योंकि वे इस बात को लेकर निश्चित नहीं हैं कि लीक हुआ पेपर कितने लोगों तक पहुंचा, खासतौर से जब यह वॉट्सऐप पर खूब शेयर किया गया।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) पेपर लीक के बाद दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को पत्र लिखा है। पत्र में सिसोदिया ने सभी राज्यों के शिक्षा मंत्रियों से एक होकर इस समस्या को सुलझाने का आग्रह किया है। पत्र के जरिए सिसोदिया ने सुझाव दिया कि जावड़ेकर को सभी राज्यों के शिक्षा मंत्रियों की एक बैठक बुलानी चाहिए जिसमें मामले पर मंथन किया जा सके।
पत्र में सिसोदिया ने लिखा, 'आग्रह करता हूं कि एक मीटिंग बुलाई जाए, जिसमें सभी राज्यों के शिक्षा मंत्री इसपर मंथन करके तय करें कि आगे ऐसा नहीं होगा।' सिसोदिया ने कहा कि इस मुद्दे पर पार्टी और राजनीति से ऊपर उठने की जरूरत है।
जानिए: छात्रों तक कैसे पहुंचता है CBSE का पेपर
उपमुख्यमंत्री ने लिखा, 'लीक कोई भी हो चाहे CBSE, SSB या DSSSB नुकसान देश का ही होता है, किसी पार्टी या सरकार का नहीं। पेपर लीक होना मतलब मेहनती और काबिल छात्र का पिछड़ जाना। लीक की वजह ही देश को बेकार अफसर, टीचर्स और डॉक्टर मिलते हैं, इसलिए सबको मिलकर इसका समाधान निकालने की जरूरत है।'
इससे पहले सिसोदिया ने सोशल मीडिया के जरिए केंद्र सरकार पर हमला भी बोला था। तब उन्होंने ट्वीट किया था, 'डेटा लीक, एमएससी-पेपर लीक, इलेक्शन-डेट लीक, सीबीएससी-पेपर लीक.... ये केन्द्र सरकार है या लीकेज सरकार!'
बता दें, बुधवार को सीबीएसई ने 10वीं के गणित और 12वीं के अर्थशास्त्र के पेपर लीक होने की जानकारी दी थी। बोर्ड के अधिकारियों ने पुष्टि की है कि 20 लाख स्टूडेंट्स को परीक्षा के लिए दोबारा बैठना होगा क्योंकि वे इस बात को लेकर निश्चित नहीं हैं कि लीक हुआ पेपर कितने लोगों तक पहुंचा, खासतौर से जब यह वॉट्सऐप पर खूब शेयर किया गया।
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