नई दिल्ली
दो दिन पहले रंजीत नगर में एक युवक की सरेराह चाकू से गोदकर हत्या की गुत्थी सुलझ गई है। पुलिस ने कत्ल के आरोप में तीन नाबालिगों को पकड़ा है। पूछताछ में मर्डर की चौंकाने वाली वजह सामने आई है, जिससे एक बार फिर जाहिर हुआ है कि दिल्ली की कानून व्यवस्था के लिए नाबालिग अपराधी बड़ी चुनौती बन चुके हैं।
पुलिस के आधिकारिक सूत्रों का दावा है कि तीनों नाबालिग छोटी आपराधिक गतिविधियों में लिप्त रहे हैं। तीनों गैंग की तरह साथ रहते थे। कत्ल वाले रोज एक शादी समारोह में एक नाबालिग आरोपी का विक्टिम (मृतक) से झगड़ा हुआ था। बदला लेने के लिए नाबालिग ने अपने दोनों साथियों को बुला लिया। तीनों स्कूटी पर सवार होकर निकल पड़े। विक्टिम को देखते ही चाकू से ताबड़तोड़ वार करके कत्ल कर दिया।
हरिद्वार से कांवड़ लाने के दौरान चाकू खरीदा था
पुलिस का कहना है कि तीनों आरोपियों ने एरिया में कुख्यात होने के लिए नृशंस तरीके से कत्ल किया ताकि एरिया के बदमाशों पर उनकी धाक जम सके। तीनों नाबालिग अकसर साथ रहते थे। छोटी आपराधिक गतिविधियों में लिप्त रहे हैं, लेकिन पुलिस के हाथ नहीं लगे। बीती कांवड़ यात्रा के दौरान मुख्य आरोपी हरिद्वार से एक बड़ा (फैंसी) चाकू खरीदकर लाया था। मंगलवार को जब उसके दोस्त ने उसे बताया कि शादी समारोह में उसे किसी ने पीटा है, तो उसी चाकू को अंटी में फंसाकर घर से निकल पड़ा। तीनों एक स्कूटी पर सवार होकर बहुत देर तक विक्टिम को खोजते रहे। रात 12:10 बजे रास्ते में घेर लिया। एक नाबालिग स्कूटी स्टार्ट करके खड़ा रहा। दूसरे ने पीछे से दबोच लिया। तीसरे ने चाकू से ताबड़तोड़ तीन वार किए। उसके बाद तीनों स्कूटी से फरार हो गए।
घटनाक्रम
डीसीपी मनदीप सिंह रंधावा के अनुसार, वारदात बीते रविवार की रात रंजीत नगर थानाक्षेत्र की पांडव नगर कॉलोनी में हुई। पीसीआर को खून से लथपथ युवक रोड पर मिला था। अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने मृत बताया। पहचान पांडव नगर बी-78 निवासी वरूण (23) के तौर पर हुई। वह राजेंद्र प्लेस में सफाई कर्मचारी के तौर पर काम करता था। यह ब्लाइंड केस था। एसीपी (पटेल नगर) रोहित राजबीर सिंह के सुपरविजन में शुरू हुई इन्वेस्टिगेशन में पता चला कि घटनास्थल से तीन युवक सफेद रंग की स्कूटी पर फरार हुए हैं। इसके बाद कुछ संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। सीसीटीवी, सीडीआर और लोकल इंटेलिजेंस की मदद से एक आरोपी की पहचान हो गई। उसे हिरासत में लेते ही दूसरा आरोपी पकड़ा गया। तीसरा और मुख्य आरोपी फरार था, लेकिन उसे भी शादीपुर मेट्रो स्टेशन के पास पकड़ लिया गया। तीनों से वारदात में इस्तेमाल चाकू, खून से सने कपड़े और स्कूटी रिकवर हो गई हैं।
पूछताछ में पता चला कि रविवार रात एक आरोपी किसी शादी-समारोह में गया था। वहां खाना सर्व होने वाली जगह पर उसका वरुण से झगड़ा हो गया। उस दौरान वरुण उसके ऊपर भारी पड़ा। गुस्से में तिलमिलाए नाबालिग ने अपने दोनों दोस्तों को जमा किया। तीनों स्कूटी से वरुण की तलाश में निकल पड़े। देखते ही पूरी प्लैनिंग से मर्डर कर दिया। उसके बाद तीनों घर नहीं गए थे। रघुबीर नगर व मंगोलपुरी जाकर रुके थे। पुलिस ने आरोपियों के खून से सने कपड़े भी रिकवर कर लिए। तीनों स्कूल की पढ़ाई छोड़ चुके हैं। पुलिस सूत्रों का कहना है कि तीनों वरुण को पहले से जानते थे और उससे चिढ़ रखते थे।
दो दिन पहले रंजीत नगर में एक युवक की सरेराह चाकू से गोदकर हत्या की गुत्थी सुलझ गई है। पुलिस ने कत्ल के आरोप में तीन नाबालिगों को पकड़ा है। पूछताछ में मर्डर की चौंकाने वाली वजह सामने आई है, जिससे एक बार फिर जाहिर हुआ है कि दिल्ली की कानून व्यवस्था के लिए नाबालिग अपराधी बड़ी चुनौती बन चुके हैं।
पुलिस के आधिकारिक सूत्रों का दावा है कि तीनों नाबालिग छोटी आपराधिक गतिविधियों में लिप्त रहे हैं। तीनों गैंग की तरह साथ रहते थे। कत्ल वाले रोज एक शादी समारोह में एक नाबालिग आरोपी का विक्टिम (मृतक) से झगड़ा हुआ था। बदला लेने के लिए नाबालिग ने अपने दोनों साथियों को बुला लिया। तीनों स्कूटी पर सवार होकर निकल पड़े। विक्टिम को देखते ही चाकू से ताबड़तोड़ वार करके कत्ल कर दिया।
हरिद्वार से कांवड़ लाने के दौरान चाकू खरीदा था
पुलिस का कहना है कि तीनों आरोपियों ने एरिया में कुख्यात होने के लिए नृशंस तरीके से कत्ल किया ताकि एरिया के बदमाशों पर उनकी धाक जम सके। तीनों नाबालिग अकसर साथ रहते थे। छोटी आपराधिक गतिविधियों में लिप्त रहे हैं, लेकिन पुलिस के हाथ नहीं लगे। बीती कांवड़ यात्रा के दौरान मुख्य आरोपी हरिद्वार से एक बड़ा (फैंसी) चाकू खरीदकर लाया था। मंगलवार को जब उसके दोस्त ने उसे बताया कि शादी समारोह में उसे किसी ने पीटा है, तो उसी चाकू को अंटी में फंसाकर घर से निकल पड़ा। तीनों एक स्कूटी पर सवार होकर बहुत देर तक विक्टिम को खोजते रहे। रात 12:10 बजे रास्ते में घेर लिया। एक नाबालिग स्कूटी स्टार्ट करके खड़ा रहा। दूसरे ने पीछे से दबोच लिया। तीसरे ने चाकू से ताबड़तोड़ तीन वार किए। उसके बाद तीनों स्कूटी से फरार हो गए।
घटनाक्रम
डीसीपी मनदीप सिंह रंधावा के अनुसार, वारदात बीते रविवार की रात रंजीत नगर थानाक्षेत्र की पांडव नगर कॉलोनी में हुई। पीसीआर को खून से लथपथ युवक रोड पर मिला था। अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने मृत बताया। पहचान पांडव नगर बी-78 निवासी वरूण (23) के तौर पर हुई। वह राजेंद्र प्लेस में सफाई कर्मचारी के तौर पर काम करता था। यह ब्लाइंड केस था। एसीपी (पटेल नगर) रोहित राजबीर सिंह के सुपरविजन में शुरू हुई इन्वेस्टिगेशन में पता चला कि घटनास्थल से तीन युवक सफेद रंग की स्कूटी पर फरार हुए हैं। इसके बाद कुछ संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। सीसीटीवी, सीडीआर और लोकल इंटेलिजेंस की मदद से एक आरोपी की पहचान हो गई। उसे हिरासत में लेते ही दूसरा आरोपी पकड़ा गया। तीसरा और मुख्य आरोपी फरार था, लेकिन उसे भी शादीपुर मेट्रो स्टेशन के पास पकड़ लिया गया। तीनों से वारदात में इस्तेमाल चाकू, खून से सने कपड़े और स्कूटी रिकवर हो गई हैं।
पूछताछ में पता चला कि रविवार रात एक आरोपी किसी शादी-समारोह में गया था। वहां खाना सर्व होने वाली जगह पर उसका वरुण से झगड़ा हो गया। उस दौरान वरुण उसके ऊपर भारी पड़ा। गुस्से में तिलमिलाए नाबालिग ने अपने दोनों दोस्तों को जमा किया। तीनों स्कूटी से वरुण की तलाश में निकल पड़े। देखते ही पूरी प्लैनिंग से मर्डर कर दिया। उसके बाद तीनों घर नहीं गए थे। रघुबीर नगर व मंगोलपुरी जाकर रुके थे। पुलिस ने आरोपियों के खून से सने कपड़े भी रिकवर कर लिए। तीनों स्कूल की पढ़ाई छोड़ चुके हैं। पुलिस सूत्रों का कहना है कि तीनों वरुण को पहले से जानते थे और उससे चिढ़ रखते थे।
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