नई दिल्ली
बिहार के मधुबनी का गैंग दिल्ली की पॉश कॉलोनियों में लूट की वारदात को अंजाम देने से पहले कोठियों में अपने साथी को काम दिला देते थे। मौका मिलते ही वे लूटपाट की वारदात को अंजाम दे देते थे। क्राइम ब्रांच ने इस गैंग के 5 बदमाशों को अरेस्ट किया है।
आरोपियों की पहचान दिगंबर मंडल (35), मोहम्मद जहांगीर (37), राजेश उर्फ राकेश (22), वसीउल उर्फ वसीयत (39) और जुल्फिकार अंसारी उर्फ रेहान (27) के रूप में हुई। पुलिस ने उनसे एक पिस्टल, 2 मैग्जीन और 5 कारतूस के अलावा लूटा गया सामान बरामद किया।
जॉइंट सीपी आलोक कुमार ने बताया कि क्राइम ब्रांच के एएसआई गोविंद सिंह और हेड कॉन्स्टेबल धर्मेंद्र को सूचना मिली थी कि पॉश कॉलोनियों में लूटपाट की कई वारदातों में शामिल कुछ बदमाश द्वारका सेक्टर-23 में आने वाले हैं। डीसीपी भीष्म सिंह की देखरेख में एसीपी आदित्य गौतम और इंस्पेक्टर यशपाल सिंह सहित अन्य पुलिस वालों की टीम बनाई गई। टीम ने ट्रैप लगाकर दिगंबर मंडल, मोहम्मद जहांगीर और राजेश को अरेस्ट कर लिया। उनसे मिली जानकारी के आधार पर बाकी दोनों साथियों को भी अरेस्ट कर लिया।
पूछताछ में पता चला कि दिगंबर मंडल इस गैंग का लीडर है। वह 10 साल पहले जॉब की तलाश में दिल्ली आया था। 2015 में क्राइम ब्रांच ने उसे नारायणा में 7 लाख की लूट में पहली बार अरेस्ट किया था। एक साल बाद जब वह जेल से छूटा तो उसने अपना गैंग बना लिया।
बिहार के मधुबनी का गैंग दिल्ली की पॉश कॉलोनियों में लूट की वारदात को अंजाम देने से पहले कोठियों में अपने साथी को काम दिला देते थे। मौका मिलते ही वे लूटपाट की वारदात को अंजाम दे देते थे। क्राइम ब्रांच ने इस गैंग के 5 बदमाशों को अरेस्ट किया है।
आरोपियों की पहचान दिगंबर मंडल (35), मोहम्मद जहांगीर (37), राजेश उर्फ राकेश (22), वसीउल उर्फ वसीयत (39) और जुल्फिकार अंसारी उर्फ रेहान (27) के रूप में हुई। पुलिस ने उनसे एक पिस्टल, 2 मैग्जीन और 5 कारतूस के अलावा लूटा गया सामान बरामद किया।
जॉइंट सीपी आलोक कुमार ने बताया कि क्राइम ब्रांच के एएसआई गोविंद सिंह और हेड कॉन्स्टेबल धर्मेंद्र को सूचना मिली थी कि पॉश कॉलोनियों में लूटपाट की कई वारदातों में शामिल कुछ बदमाश द्वारका सेक्टर-23 में आने वाले हैं। डीसीपी भीष्म सिंह की देखरेख में एसीपी आदित्य गौतम और इंस्पेक्टर यशपाल सिंह सहित अन्य पुलिस वालों की टीम बनाई गई। टीम ने ट्रैप लगाकर दिगंबर मंडल, मोहम्मद जहांगीर और राजेश को अरेस्ट कर लिया। उनसे मिली जानकारी के आधार पर बाकी दोनों साथियों को भी अरेस्ट कर लिया।
पूछताछ में पता चला कि दिगंबर मंडल इस गैंग का लीडर है। वह 10 साल पहले जॉब की तलाश में दिल्ली आया था। 2015 में क्राइम ब्रांच ने उसे नारायणा में 7 लाख की लूट में पहली बार अरेस्ट किया था। एक साल बाद जब वह जेल से छूटा तो उसने अपना गैंग बना लिया।
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