हेमलता भारद्वाज, दिल्ली
आउटर दिल्ली के देहात छावला के रेवला खानपुर गांव में अजीब स्थिति देखने को मिल रही है। एक नाग को देखने अब तो दूर से लोग आने लगे हैं। रोज यहां मेले जैसे हालात बन रहे हैं। और तो और, लोगों ने पूजा अर्चना करनी शुरू कर दी है। चर्चा हो रही है कि यहां मंदिर बनवा दिया जाए क्योंकि यह तो कोई चमत्कार है।
मसला यह है कि सड़क किनारे चारदीवारी के पास करीब डेढ़ महीने से एक नाग बैठा है। पहल तो लोग उसे लकड़ी मारकर भगाने की कोशिश करने लगे। कुछ लोगों ने बताया कि ऐसा करने पर वह फन तो फैलाता, लेकिन हमला नहीं करता। वह वहां से जा भी नहीं रहा। इससे लोगों में कौतूहल पैदा हो गया। वह उसे असाधारण नाग मानने लगे। चर्चा होने लगी तो लोग उसे देखने के लिए आने लगे। फिर पूजा अर्चना भी शुरू हो गई। इसे चमत्कार जैसे शब्द दिए जाने लगे।
अब हालात यह हैं कि नाग के ठिकाने के बगल में लोगों ने फोटो रखकर पूजा पाठ शुरू कर दी है। इधर से गुजरने वाले गाड़ियां रोक कर सांप को देखने आते हैं। मत्था टेककर आगे बढ़ जाते हैं। उनका तर्क होता है कि अगर यह चमत्कार नहीं होता, तो नाग इतने दिन यहां क्यों रुकता? हालांकि कुछ लोगों का मानना है कि नाग बीमार है। उसे इलाज की जरूरत है। वन्य जीव विज्ञानियों को उसकी सुध लेनी चाहिए।
आउटर दिल्ली के देहात छावला के रेवला खानपुर गांव में अजीब स्थिति देखने को मिल रही है। एक नाग को देखने अब तो दूर से लोग आने लगे हैं। रोज यहां मेले जैसे हालात बन रहे हैं। और तो और, लोगों ने पूजा अर्चना करनी शुरू कर दी है। चर्चा हो रही है कि यहां मंदिर बनवा दिया जाए क्योंकि यह तो कोई चमत्कार है।
मसला यह है कि सड़क किनारे चारदीवारी के पास करीब डेढ़ महीने से एक नाग बैठा है। पहल तो लोग उसे लकड़ी मारकर भगाने की कोशिश करने लगे। कुछ लोगों ने बताया कि ऐसा करने पर वह फन तो फैलाता, लेकिन हमला नहीं करता। वह वहां से जा भी नहीं रहा। इससे लोगों में कौतूहल पैदा हो गया। वह उसे असाधारण नाग मानने लगे। चर्चा होने लगी तो लोग उसे देखने के लिए आने लगे। फिर पूजा अर्चना भी शुरू हो गई। इसे चमत्कार जैसे शब्द दिए जाने लगे।
अब हालात यह हैं कि नाग के ठिकाने के बगल में लोगों ने फोटो रखकर पूजा पाठ शुरू कर दी है। इधर से गुजरने वाले गाड़ियां रोक कर सांप को देखने आते हैं। मत्था टेककर आगे बढ़ जाते हैं। उनका तर्क होता है कि अगर यह चमत्कार नहीं होता, तो नाग इतने दिन यहां क्यों रुकता? हालांकि कुछ लोगों का मानना है कि नाग बीमार है। उसे इलाज की जरूरत है। वन्य जीव विज्ञानियों को उसकी सुध लेनी चाहिए।
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Read more: यहां नाग की पूजा, मंदिर बनाने की भी चर्चा