नई दिल्ली
दिल्ली में अरविंद केजरीवाल सरकार के 3 साल पूरे हो चुके हैं। इस मौके पर मुख्यमंत्री केजरीवाल ने बुधवार को अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाई। स्वास्थ्य के क्षेत्र में अपनी सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए केजरीवाल ने दावा किया कि दिल्ली में जो 70 साल में काम हुए, उतना उनकी सरकार ने महज 3 साल में कर दिखाया। उन्होंने स्वास्थ्य के अलावा सरकारी स्कूलों में शिक्षा के स्तर में सुधार, किफायती बिजली और किसानों के लिए बढ़े हुए मुआवजे का खास जिक्र किया।
'70 सालों में जो नहीं हुआ, वह 3 साल में हुआ'
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में 164 मोहल्ला क्लिनिक बनकर तैयार हो चुके हैं और 786 मोहल्ला क्लिनिक बन रहे हैं। इस तरह कुछ महीनों में 950 मोहल्ला क्लीनिक तैयार हो जाएंगे। उन्होंने कहा, '70 सालों में दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में 10,000 बेड्स थे, इस साल के अंत तक 3,000 बेड्स और तैयार हो जाएंगे और अगले साल तक 2,500 बेड्स तैयार हो जाएंगे। कुल बेड क्षमता में 30 प्रतिशत इजाफा हुआ है। हम 4 साल में पिछले 70 साल के मुकाबले 50% बेड्स बढ़ा देंगे।'
'मुफ्त दवाई, मुफ्त जांच और मुफ्त सर्जरी'
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली देश का पहला ऐसा राज्य है जहां सरकारी अस्पतालों में मरीजों को मुफ्त में इलाज, दवा, जांच और सर्जरी की सुविधा उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालों में भीड़ बहुत ज्यादा है इसलिए सरकार ने अपने खर्च पर निजी अस्पतालों में जांच की सुविधा दी है। उन्होंने कहा कि लोगों को दिल्ली के 67 प्राइवेट लैब में जांच की सुविधा दी गई है। इसका पूरा खर्च सरकार वहन करेगी। इसके अलावा अगर किसी मरीज की किसी सरकारी अस्पताल में 1 महीने के भीतर सर्जरी नहीं होती तो वह सरकार की लिस्ट में शामिल 44 निजी अस्पतालों में से किसी में भी सर्जरी करा सकता है। सर्जरी का पूरा खर्च सरकार देगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके 3 साल के कार्यकाल में सरकारी अस्पतालों की ओपीडी में 33 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने कहा कि ओपीडी की संख्या 3 से बढ़कर 4 करोड़ हो गई है।
'हादसों में घायलों का मुफ्त इलाज'
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार ने सड़क हादसों में घायल लोगों के मुफ्त इलाज की सुविधा शुरू की है। उन्होंने कहा कि अगर कहीं हादसा होता है तो लोग मदद से कतराते थे। इसके दो कारण हैं- एक तो लोग पुलिस के पचड़े में नहीं फंसना चाहते और दूसरी वजह यह है कि लोग घायलों को भर्ती कराने से डरते हैं कि उन्हें अस्पताल में भर्ती कराने का खर्च उठाना पड़ेगा। केजरीवाल ने कहा कि कोई हादसा हो तो घायलों को सबसे नजदीकी सरकारी या प्राइवेट अस्पताल में ले जाएं। घायलों के इलाज का पूरा खर्च दिल्ली सरकार उठाएगी।
'3 साल में बिजली का बिल नहीं बढ़ा'
केजरीवाल ने कहा कि 3 साल पहले दिल्ली के लोगों ने एक ईमानदार सरकार बनाई थी। अब एक-एक पैसा जनता के विकास पर खर्च हो रहा है। बिजली, पानी, स्कूल, मोहल्ला क्लीनिक, सड़कों, फ्लाइओवर्स आदि पर खर्च हो रहा है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में पिछले 3 साल में बिजली के बिल में एक पैसे की भी बढ़ोतरी नहीं हुई है। केजरीवाल ने कहा कि उनकी सरकार ने सत्ता में आते ही बिजली बिल को आधा कर दिया। उन्होंने कहा कि दिल्ली में 20 नए स्कूल और 90 नए रैन बसेरे बनाए गए हैं। केजरीवाल ने कहा कि आजादी के बाद से किसानों को उनकी फसल का सबसे ज्यादा मुआवजा भी दिल्ली की AAP सरकार ने दिया। सरकार ने प्रति हेक्टेयर 50 हजार रुपये का मुआवजा दिया।
बता दें कि 2015 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने कुल 70 में से 67 सीटों पर जीत हासिल कर प्रचंड बहुमत हासिल किया था। 14 फरवरी 2015 को अरविंद केजरीवाल ने दूसरी बार दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। केजरीवाल का पिछला कार्यकाल महज 49 दिनों का रहा था।
दिल्ली में अरविंद केजरीवाल सरकार के 3 साल पूरे हो चुके हैं। इस मौके पर मुख्यमंत्री केजरीवाल ने बुधवार को अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाई। स्वास्थ्य के क्षेत्र में अपनी सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए केजरीवाल ने दावा किया कि दिल्ली में जो 70 साल में काम हुए, उतना उनकी सरकार ने महज 3 साल में कर दिखाया। उन्होंने स्वास्थ्य के अलावा सरकारी स्कूलों में शिक्षा के स्तर में सुधार, किफायती बिजली और किसानों के लिए बढ़े हुए मुआवजे का खास जिक्र किया।
'70 सालों में जो नहीं हुआ, वह 3 साल में हुआ'
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में 164 मोहल्ला क्लिनिक बनकर तैयार हो चुके हैं और 786 मोहल्ला क्लिनिक बन रहे हैं। इस तरह कुछ महीनों में 950 मोहल्ला क्लीनिक तैयार हो जाएंगे। उन्होंने कहा, '70 सालों में दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में 10,000 बेड्स थे, इस साल के अंत तक 3,000 बेड्स और तैयार हो जाएंगे और अगले साल तक 2,500 बेड्स तैयार हो जाएंगे। कुल बेड क्षमता में 30 प्रतिशत इजाफा हुआ है। हम 4 साल में पिछले 70 साल के मुकाबले 50% बेड्स बढ़ा देंगे।'
'मुफ्त दवाई, मुफ्त जांच और मुफ्त सर्जरी'
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली देश का पहला ऐसा राज्य है जहां सरकारी अस्पतालों में मरीजों को मुफ्त में इलाज, दवा, जांच और सर्जरी की सुविधा उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालों में भीड़ बहुत ज्यादा है इसलिए सरकार ने अपने खर्च पर निजी अस्पतालों में जांच की सुविधा दी है। उन्होंने कहा कि लोगों को दिल्ली के 67 प्राइवेट लैब में जांच की सुविधा दी गई है। इसका पूरा खर्च सरकार वहन करेगी। इसके अलावा अगर किसी मरीज की किसी सरकारी अस्पताल में 1 महीने के भीतर सर्जरी नहीं होती तो वह सरकार की लिस्ट में शामिल 44 निजी अस्पतालों में से किसी में भी सर्जरी करा सकता है। सर्जरी का पूरा खर्च सरकार देगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके 3 साल के कार्यकाल में सरकारी अस्पतालों की ओपीडी में 33 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने कहा कि ओपीडी की संख्या 3 से बढ़कर 4 करोड़ हो गई है।
'हादसों में घायलों का मुफ्त इलाज'
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार ने सड़क हादसों में घायल लोगों के मुफ्त इलाज की सुविधा शुरू की है। उन्होंने कहा कि अगर कहीं हादसा होता है तो लोग मदद से कतराते थे। इसके दो कारण हैं- एक तो लोग पुलिस के पचड़े में नहीं फंसना चाहते और दूसरी वजह यह है कि लोग घायलों को भर्ती कराने से डरते हैं कि उन्हें अस्पताल में भर्ती कराने का खर्च उठाना पड़ेगा। केजरीवाल ने कहा कि कोई हादसा हो तो घायलों को सबसे नजदीकी सरकारी या प्राइवेट अस्पताल में ले जाएं। घायलों के इलाज का पूरा खर्च दिल्ली सरकार उठाएगी।
'3 साल में बिजली का बिल नहीं बढ़ा'
केजरीवाल ने कहा कि 3 साल पहले दिल्ली के लोगों ने एक ईमानदार सरकार बनाई थी। अब एक-एक पैसा जनता के विकास पर खर्च हो रहा है। बिजली, पानी, स्कूल, मोहल्ला क्लीनिक, सड़कों, फ्लाइओवर्स आदि पर खर्च हो रहा है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में पिछले 3 साल में बिजली के बिल में एक पैसे की भी बढ़ोतरी नहीं हुई है। केजरीवाल ने कहा कि उनकी सरकार ने सत्ता में आते ही बिजली बिल को आधा कर दिया। उन्होंने कहा कि दिल्ली में 20 नए स्कूल और 90 नए रैन बसेरे बनाए गए हैं। केजरीवाल ने कहा कि आजादी के बाद से किसानों को उनकी फसल का सबसे ज्यादा मुआवजा भी दिल्ली की AAP सरकार ने दिया। सरकार ने प्रति हेक्टेयर 50 हजार रुपये का मुआवजा दिया।
बता दें कि 2015 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने कुल 70 में से 67 सीटों पर जीत हासिल कर प्रचंड बहुमत हासिल किया था। 14 फरवरी 2015 को अरविंद केजरीवाल ने दूसरी बार दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। केजरीवाल का पिछला कार्यकाल महज 49 दिनों का रहा था।
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