नई दिल्ली
दिल्ली की सत्ता से राजनीति में धमाकेदार एंट्री करने वाली आम आदमी पार्टी की सरकार आज अपनी तीसरी वर्षगांठ मना रही है। इस मौके पर आयोजित खास कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपनी सरकार की सफलताएं गिनाईं। केजरीवाल ने कहा कि उनकी सरकार ने बीते 3 सालों में इतना काम किया है, जो दिल्ली में बीते 70 साल में भी नहीं हुआ था। इस सबके बीच न्यूज चैनल एबीपी न्यूज ने दिल्ली की जनता का मूड भांपने की कोशिश की है। एबीपी न्यूज ने दिल्ली में यह सर्वे किया है कि अगर इस वक्त यहां विधानसभा चुनाव हों, तो इस बार किसकी जीत होगी।
एबीपी ने इस सर्वे को कई आधार पर अंजाम दिया है। इसमें दिल्ली में प्रमुख तीनों राजनीतिक दलों को वोट पर्सेंटेज, उन्हें मिलने वाली सीटों की संख्या, क्षेत्रवार नफा-नुकसान, सीएम के रूप में पहली पसंद, केंद्र सरकार पर दिल्लीवासियों का भरोसा और अपने वर्तमान विधायक को बदलने की इच्छा जैसे प्रश्नों का जवाब तलाशने की कोशिश की है। एबीपी न्यूज ने यह सर्वे सी वोटर के साथ मिलकर किया है, जिसे 4,170 लोगों की राय के आधार पर तैयार किया गया है।
आप को 26 सीटों को नुकसान
इस सर्वे के मुताबिक अगर दिल्ली में अभी चुनाव होते हैं, तो आम आदमी पार्टी को चुनावों में बड़ा नुकसान तो होगा, लेकिन इसके बावजूद वह सरकार बनाने में कामयाब रहेगी। इतना ही नहीं बड़े नुकसान के बावजूद आप पार्टी दिल्ली की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी के तौर पर काबिज रहेगी। इस सर्वे के मुताबिक अगर अब चुनाव हुए तो आम आदमी पार्टी की सीटें इस बार 67 से घटकर 41 ही रह जाएंगी। 26 सीटों के नुकसान के बावजूद आप की सरकार बनेगी और वह बहुमत के आंकड़े (36) से कहीं ऊपर ही रहेगी। वहीं पिछले चुनाव में 3 सीटों से संतोष करने वाली बीजेपी को इस बार 22 सीटों का फायदा होगा और उसे कुल 25 सीटें मिलेंगी। वहीं पिछले दिल्ली विधानसभा चुनावों में अपना सबकुछ गंवा चुकी कांग्रेस को भी 4 सीटें मिलेंगी।
आप का 14 फीसदी वोटर खिसका
इस सर्वे के मुताबिक, आप को इस बार 39.6 फीसदी वोट मिलेंगे, वहीं बीजेपी को 32.9 फीसदी और कांग्रेस को 19.7 फीसदी वोट मिलेंगे। बता दें फरवरी 2015 विधानसभ चुनावों में आप को 54.3 फीसदी, बीजेपी को 32.3 और कांग्रेस को 9.7 फीसदी वोट मिले थे।
सीएम की पहली पसंद अरविंद केजरीवाल
इस सर्वे में आम आदमी पार्टी के लिए यह खबर भी राहतभरी है कि सीएम के रूप में अरविंद केजरीवाल दिल्ली की जनता की आज भी पहली पसंद हैं। सर्वे के मुताबिक सीएम के रूप में केजरीवाल 49% लोगों की पहली पसंद हैं वहीं केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन 14% लोगों की पसंद हैं। कांग्रेस की बात की जाए, दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन को सिर्फ 9 फीसदी लोग ही सीएम के रूप में देखना पसंद कर रहे हैं। वर्तमान में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी बतौर सीएम केवल 6 फीसदी लोगों की पहली पसंद हैं।
दिल्ली की सत्ता से राजनीति में धमाकेदार एंट्री करने वाली आम आदमी पार्टी की सरकार आज अपनी तीसरी वर्षगांठ मना रही है। इस मौके पर आयोजित खास कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपनी सरकार की सफलताएं गिनाईं। केजरीवाल ने कहा कि उनकी सरकार ने बीते 3 सालों में इतना काम किया है, जो दिल्ली में बीते 70 साल में भी नहीं हुआ था। इस सबके बीच न्यूज चैनल एबीपी न्यूज ने दिल्ली की जनता का मूड भांपने की कोशिश की है। एबीपी न्यूज ने दिल्ली में यह सर्वे किया है कि अगर इस वक्त यहां विधानसभा चुनाव हों, तो इस बार किसकी जीत होगी।
एबीपी ने इस सर्वे को कई आधार पर अंजाम दिया है। इसमें दिल्ली में प्रमुख तीनों राजनीतिक दलों को वोट पर्सेंटेज, उन्हें मिलने वाली सीटों की संख्या, क्षेत्रवार नफा-नुकसान, सीएम के रूप में पहली पसंद, केंद्र सरकार पर दिल्लीवासियों का भरोसा और अपने वर्तमान विधायक को बदलने की इच्छा जैसे प्रश्नों का जवाब तलाशने की कोशिश की है। एबीपी न्यूज ने यह सर्वे सी वोटर के साथ मिलकर किया है, जिसे 4,170 लोगों की राय के आधार पर तैयार किया गया है।
आप को 26 सीटों को नुकसान
इस सर्वे के मुताबिक अगर दिल्ली में अभी चुनाव होते हैं, तो आम आदमी पार्टी को चुनावों में बड़ा नुकसान तो होगा, लेकिन इसके बावजूद वह सरकार बनाने में कामयाब रहेगी। इतना ही नहीं बड़े नुकसान के बावजूद आप पार्टी दिल्ली की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी के तौर पर काबिज रहेगी। इस सर्वे के मुताबिक अगर अब चुनाव हुए तो आम आदमी पार्टी की सीटें इस बार 67 से घटकर 41 ही रह जाएंगी। 26 सीटों के नुकसान के बावजूद आप की सरकार बनेगी और वह बहुमत के आंकड़े (36) से कहीं ऊपर ही रहेगी। वहीं पिछले चुनाव में 3 सीटों से संतोष करने वाली बीजेपी को इस बार 22 सीटों का फायदा होगा और उसे कुल 25 सीटें मिलेंगी। वहीं पिछले दिल्ली विधानसभा चुनावों में अपना सबकुछ गंवा चुकी कांग्रेस को भी 4 सीटें मिलेंगी।
आप का 14 फीसदी वोटर खिसका
इस सर्वे के मुताबिक, आप को इस बार 39.6 फीसदी वोट मिलेंगे, वहीं बीजेपी को 32.9 फीसदी और कांग्रेस को 19.7 फीसदी वोट मिलेंगे। बता दें फरवरी 2015 विधानसभ चुनावों में आप को 54.3 फीसदी, बीजेपी को 32.3 और कांग्रेस को 9.7 फीसदी वोट मिले थे।
सीएम की पहली पसंद अरविंद केजरीवाल
इस सर्वे में आम आदमी पार्टी के लिए यह खबर भी राहतभरी है कि सीएम के रूप में अरविंद केजरीवाल दिल्ली की जनता की आज भी पहली पसंद हैं। सर्वे के मुताबिक सीएम के रूप में केजरीवाल 49% लोगों की पहली पसंद हैं वहीं केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन 14% लोगों की पसंद हैं। कांग्रेस की बात की जाए, दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन को सिर्फ 9 फीसदी लोग ही सीएम के रूप में देखना पसंद कर रहे हैं। वर्तमान में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी बतौर सीएम केवल 6 फीसदी लोगों की पहली पसंद हैं।
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Read more: सर्वे: दिल्ली में अभी हुए चुनाव, तो AAP सरकार