Monday, February 5, 2018

अंकित: परिवारों में 2 सालों से था तनाव

सोमरीत भट्टाचार्या, सिद्धार्थ भारद्वाज/नई दिल्ली
फटॉग्रफर अंकित सक्सेना की उसके प्रेमिका के परिवार द्वारा की गई हत्या के चार दिन बाद पश्चिमी दिल्ली का रघुबीर नगर में हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं। वहीं पड़ोसियों का कहना है कि दोनों परिवारों में तनाव पिछले दो सालों से शुरू हुए थे और यह पिछले साल 15 अगस्त को तब बढ़ गया था जब प्रेमिका के पिता ने अंकित को थप्पड़ मारा था। हालांकि, रेजिडेंट वेलफेयर असोसिएशन के हस्तक्षेप के बाद मामला सुलझा लिया गया।

स्थिति तब खराब होनी शुरू हो गई थी जब महिला के पिता ने पहले अंकित के दोस्त अजहर पर अपनी बेटी का पीछा करने का आरोप लगाया। इसके बाद तीखी बहस हुई तब अंकित ने बीचबचाव कर अपने दोस्त को बचाया था। अंकित के दोस्तों ने RIPAnkitSaxeNA नाम से फेसबुक पेज शुरू किया है।उन्होंने लोगों से अपील की है कि इसे सांप्रदायिक रंग न दें।

अंकित की आंटी अनिता याद करती हैं कि लड़की का परिवार दो ब्लॉक दूर रहता था और दोनों परिवार के बच्चे साथ-साथ बड़े हुए हैं। जब वे बच्चे थे, तब वे एक-दूसरे को भाई-बहन बुलाते थे, लेकिन जवानी में दोनों में प्यार पनपा। अंकित के बचपन का मित्र अमन नारंग ने बताया, 'हमें 2016 में उनके अफेयर की जानकारी तब मिली जब मेरी बहन भावना ने लड़की की फोटो अंकित के फोन में देखी। वह छुपाने की कोशिश कर रहा था, लेकिन अंततः हमें पता चल गया कि क्या हो रहा है।'

अंकित के दोस्तों ने इस अफेयर को छुपा कर रखने का फैसला किया क्योंकि उन्हें पता था कि लड़की के पिता कभी भी मारपीट पर उतारू हो जाते हैं। पिछले साल अंकित ने प्रेमिका के लिए फोन खरीदाा था ताकि दोनों कॉन्टैक्ट में रह सकें। उनका परिवार इससे मंगलवार तक अनभिज्ञ था, जब उनके हाथ यह फोन लगा और उन्होंने मेसेज पढ़े।

अंकित अक्सर के रिश्ते के भाई आशीष दुग्गल ने बताया कि परिवार इस रिश्ते का विरोध नहीं करता अगर उन्हें इसकी जानकारी होती। दोनों हाल ही में पड़ोस की एक शादी में मिले थे, जब अंकित ने अपने रिश्तेदारों से लड़की का परिचय कराया था। लड़की के कजिन ने कहा कि दोनों मेट्रो स्टेशनों और मॉल में छुप-छुपकर मिलते थे, क्योंकि लड़की की मां को उनके अफेयर का संदेह हो गया था।

कजिन ने बताया, 'घटना के दिन वे आगे के कदम पर बातचीत के लिए मिलने का मन बनाया था।' लड़की की दादी ने कहा, 'हमने उसकी शादी किसी और से तय कर दी थी, लेकिन उसने पढ़ाई जारी रखने की इच्छा जताते हुए हमसे बात छुपाई। हमें इस रिश्ते से अलग धर्म होने के कारण तो आपत्ति थी है, साथ ही हमें लगता था कि उसका ख्याल नहीं रख पाएगा।'


मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और रहें हर खबर से अपडेट।


Read more: अंकित: परिवारों में 2 सालों से था तनाव