Thursday, January 4, 2018

बिटकॉइन से कोई न बचा, पुलिसवाले भी लुटे!

नई दिल्ली
दिल्ली में बिटकॉइन के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। यह ठगी बिटकॉइन और शेयर मार्केट में पैसा लगाने के नाम पर की गई है। एक लाख रुपये लगाने पर हर महीने 9.5 फीसदी रिटर्न का भरोसा दिया गया था, जिसके झांसे में आकर लोगों ने घर पर लोन लेकर भी पैसा लगा दिया। दिल्ली के कई जिलों के 300 से ज्यादा लोग ठगी के शिकार बताए गए हैं, जिनमें दिल्ली पुलिस के कई सिपाही और इंस्पेक्टर भी हैं।

ठगी करने का आरोप द्वारका में रहने वाले शर्मा दंपती पर लगा है। एक पीड़ित ने बताया कि बिटकॉइन के नाम पर ठगी की शुरुआत पिछले साल अगस्त से हुई थी। पीड़ित से 37 लाख रुपये से अधिक की धोखाधड़ी की गई, जबकि कई अन्य लोगों से करोड़ों ठग लिए गए। ठगे गए लोगों के मुताबिक, शुरुआत में आरोपी उन्हें निवेश पर बताया गया रिटर्न देता रहा, जिससे और भी लोग इसमें फंस गए। द्वारका जिले के डीसीपी को 50-60 लोगों ने इसकी शिकायत की है। डीसीपी के मुताबिक ऐसा एक मामला डाबड़ी थाने में मामला दर्ज किया गया। इसे दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा को रेफर किया गया है।

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ऐप के जरिए फंसाया
पीड़ितों से वर्ल्ड बैंक ऑफ क्रिप्टो करेंसी नामक ऐप डाउनलोड करने को कहा गया था। अडवांस में लिए गए लाखों रुपये बिटकॉइन में ट्रांसफर करने का झांसा दिया गया। ये बिटकॉइन उन्हें अपने नाम से उस ऐप में दिखाई भी दिए। जिस समय ऐसा किया गया, तब एक बिटकॉइन की कीमत करीब पौने तीन लाख रुपये थी।

बेच नहीं पाए बिटकॉइन
पिछले साल 8 दिसंबर को जब एक बिटकॉइन 10 लाख रुपये से भी अधिक का हो गया तो कुछ ने इन्हें बेचना चाहा। लेकिन वे ऐसा नहीं कर पाए। आरोपी ने उन्हें सॉफ्टवेयर में कुछ प्रॉब्लम आने की बात कही। इसके दो दिन बाद ऐप में दिख रहे बिटकॉइन भी गायब हो गए।

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