नई दिल्ली
काम से लौटी मां ने जब अपनी 8 महीने की बच्ची को देखा तो उनके होश उड़ गए थे। बच्ची खून से लथपथ थी। दर्द से चिल्ला रही थी। मासूम के साथ रेप के केस में बच्ची की चचेरे भाई को गिरफ्तार किया गया है। मंगलवार को कलावती सरन अस्पताल में बच्ची की मां और पिता आरोपी को सजा दिलवाने की गुहार लगाते दिखे। दिल्ली महिला आयोग और बाल कल्याण आयोग की टीमें भी अस्पताल पहुंचीं और बच्ची की हालत देखी। पैरंट्स से बातचीत की गई। दिल्ली पुलिस भी अस्पताल पहुंची। महिला आयोग ने मीटिंग भी की, आज इस मामले में आयोग कोई कदम उठाएगा।
अंतरिम मुआवजा
बच्ची के पिता मजदूरी करते हैं और मां घरों में साफ-सफाई का काम। रविवार को वह रिश्तेदारों के भरोसे छोड़कर ही काम पर चली गई थीं। बच्ची के पैरंट्स की आर्थिक हालत देखते हुए दिल्ली महिला आयोग ने अदालत में अंतरिम मुआवजे के लिए ऐप्लिकेशन दी, जिस पर स्पेशल पॉक्सो कोर्ट ने 75 हजार मुआवजा दे दिया। आयोग, पैरंट्स को 50 हजार रुपये की भी मदद देगा।
घटना से हर कोई हैरान
मंगलवार को बच्ची की हालत कुछ बेहतर थी। अस्पताल पहुंचे लोगों में भी घटना को लेकर गुस्सा दिखा। एक स्टाफ मेंबर ने बताया कि उसने परेशान घरवालों को देखा है। बच्ची की रोने की आवाज भी सुनी। मेंबर ने रेप करने वाले को फांसी की सजा की बात कही। एक गार्ड ने बताया कि पहले दिन वो रोती रही, अब शांत है।
दिल्ली महिला आयोग की चीफ स्वाति जय हिंद ने फिर कहा है कि रेप के दोषियों को फांसी दी जानी चाहिए। स्वाति ने कहा कि वह शॉक में हैं कि कैसे बच्चियों की आवाज अनसुनी की जा सकती है। उन्होंने बताया कि 8 महीने की बच्ची की 3 घंटे तक सर्जरी हुई। उसके प्राइवेट पार्ट में चोटें आईं हैं। बच्ची लाइफ सपॉर्ट पर है। स्वाति ने कहा है कि इन मामलों के लिए पिछले दो साल से आयोग मांग कर रहा है कि रेपिस्ट को 6 महीने में फांसी दी जाए, पुलिस संसाधन बढ़ाए जाएं। केंद्र, विमिन सेफ्टी को लेकर फौरन एक हाई लेवल कमिटी बनाए। इसमें एलजी, केंद्र, राज्य सरकार, दिल्ली पुलिस और दिल्ली महिला आयोग शामिल हो, लेकिन फांसी की सजा तो क्या, अब तक कमिटी बनाने के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया है।
नेताजी सुभाष प्लेस इलाके की इस घटना में स्वाति ने बताया कि आरोपी 28 साल का है, शादीशुदा है और उसका एक बेटा भी है। उसकी एक बेटी भी थी, जिसकी डेथ हो चुकी है।
काम से लौटी मां ने जब अपनी 8 महीने की बच्ची को देखा तो उनके होश उड़ गए थे। बच्ची खून से लथपथ थी। दर्द से चिल्ला रही थी। मासूम के साथ रेप के केस में बच्ची की चचेरे भाई को गिरफ्तार किया गया है। मंगलवार को कलावती सरन अस्पताल में बच्ची की मां और पिता आरोपी को सजा दिलवाने की गुहार लगाते दिखे। दिल्ली महिला आयोग और बाल कल्याण आयोग की टीमें भी अस्पताल पहुंचीं और बच्ची की हालत देखी। पैरंट्स से बातचीत की गई। दिल्ली पुलिस भी अस्पताल पहुंची। महिला आयोग ने मीटिंग भी की, आज इस मामले में आयोग कोई कदम उठाएगा।
अंतरिम मुआवजा
बच्ची के पिता मजदूरी करते हैं और मां घरों में साफ-सफाई का काम। रविवार को वह रिश्तेदारों के भरोसे छोड़कर ही काम पर चली गई थीं। बच्ची के पैरंट्स की आर्थिक हालत देखते हुए दिल्ली महिला आयोग ने अदालत में अंतरिम मुआवजे के लिए ऐप्लिकेशन दी, जिस पर स्पेशल पॉक्सो कोर्ट ने 75 हजार मुआवजा दे दिया। आयोग, पैरंट्स को 50 हजार रुपये की भी मदद देगा।
घटना से हर कोई हैरान
मंगलवार को बच्ची की हालत कुछ बेहतर थी। अस्पताल पहुंचे लोगों में भी घटना को लेकर गुस्सा दिखा। एक स्टाफ मेंबर ने बताया कि उसने परेशान घरवालों को देखा है। बच्ची की रोने की आवाज भी सुनी। मेंबर ने रेप करने वाले को फांसी की सजा की बात कही। एक गार्ड ने बताया कि पहले दिन वो रोती रही, अब शांत है।
दिल्ली महिला आयोग की चीफ स्वाति जय हिंद ने फिर कहा है कि रेप के दोषियों को फांसी दी जानी चाहिए। स्वाति ने कहा कि वह शॉक में हैं कि कैसे बच्चियों की आवाज अनसुनी की जा सकती है। उन्होंने बताया कि 8 महीने की बच्ची की 3 घंटे तक सर्जरी हुई। उसके प्राइवेट पार्ट में चोटें आईं हैं। बच्ची लाइफ सपॉर्ट पर है। स्वाति ने कहा है कि इन मामलों के लिए पिछले दो साल से आयोग मांग कर रहा है कि रेपिस्ट को 6 महीने में फांसी दी जाए, पुलिस संसाधन बढ़ाए जाएं। केंद्र, विमिन सेफ्टी को लेकर फौरन एक हाई लेवल कमिटी बनाए। इसमें एलजी, केंद्र, राज्य सरकार, दिल्ली पुलिस और दिल्ली महिला आयोग शामिल हो, लेकिन फांसी की सजा तो क्या, अब तक कमिटी बनाने के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया है।
नेताजी सुभाष प्लेस इलाके की इस घटना में स्वाति ने बताया कि आरोपी 28 साल का है, शादीशुदा है और उसका एक बेटा भी है। उसकी एक बेटी भी थी, जिसकी डेथ हो चुकी है।
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