नई दिल्ली
दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार हर साल 77 हजार वरिष्ठ नागरिकों (60 साल से अधिक आयु के) को मुफ्त में तीर्थयात्रा की सुविधा देगी। यह जानकारी दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मंगलवार को दी। ऐसे वरिष्ठ नागरिक जिनकी वार्षिक आय तीन लाख रुपये से कम हो और जो सरकारी व किसी स्वायत्त निकाय के कर्मचारी न हों, इस सुविधा का लाभ उठा सकेंगे।
सिसोदिया ने बताया कि 'मुख्यमंत्री तीर्थयात्रा योजना' के तहत इन यात्राओं को कराया जाएगा। दिल्ली कैबिनेट की बैठक में इस पर मुहर लगाई गई। जिन पांच तीर्थ मार्गों को बुजुर्ग चुन सकते हैं, उनमें मथुरा-वृंदावन-आगरा-फतेहपुर सीकरी, हरिद्वार-ऋषिकेश-नीलकंठ, पुष्कर-अजमेर, अमृतसर-आनंदपुर साहिब और जम्मू-वैष्णो देवी मंदिर शामिल हैं। राज्य सरकार यात्रा के पात्र नागरिकों के लिए यात्रा, ठहरने और खाने का बंदोबस्त करेगी। हर तीर्थयात्री पर लगभग सात हजार रुपये खर्च आएगा।
वरिष्ठ नागरिक अपने साथ 18 साल से अधिक आयु का कोई परिचारक रख सकेंगे। इसका खर्च भी सरकार वहन करेगी। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि हर यात्रा की अवधि तीन दिन और दो रातों की होगी और हर साल हर विधानसभा क्षेत्र से यात्रा के लिए 1100 बुजुर्ग चुने जाएंगे। आवेदन पत्र संभागीय आयुक्त कार्यालय, संबंधित विधायक या तीर्थयात्रा समिति के जरिए ऑनलाइन भरे जा सकेंगे और तीर्थ यात्रियों का चयन ड्रॉ निकालकर किया जाएगा। सिसोदिया ने उस तिथि का खुलासा नहीं किया, जब से यह यात्रा शुरू होगी, लेकिन यह जरूर कहा कि योजना जल्द ही लागू होगी।
दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार हर साल 77 हजार वरिष्ठ नागरिकों (60 साल से अधिक आयु के) को मुफ्त में तीर्थयात्रा की सुविधा देगी। यह जानकारी दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मंगलवार को दी। ऐसे वरिष्ठ नागरिक जिनकी वार्षिक आय तीन लाख रुपये से कम हो और जो सरकारी व किसी स्वायत्त निकाय के कर्मचारी न हों, इस सुविधा का लाभ उठा सकेंगे।
सिसोदिया ने बताया कि 'मुख्यमंत्री तीर्थयात्रा योजना' के तहत इन यात्राओं को कराया जाएगा। दिल्ली कैबिनेट की बैठक में इस पर मुहर लगाई गई। जिन पांच तीर्थ मार्गों को बुजुर्ग चुन सकते हैं, उनमें मथुरा-वृंदावन-आगरा-फतेहपुर सीकरी, हरिद्वार-ऋषिकेश-नीलकंठ, पुष्कर-अजमेर, अमृतसर-आनंदपुर साहिब और जम्मू-वैष्णो देवी मंदिर शामिल हैं। राज्य सरकार यात्रा के पात्र नागरिकों के लिए यात्रा, ठहरने और खाने का बंदोबस्त करेगी। हर तीर्थयात्री पर लगभग सात हजार रुपये खर्च आएगा।
वरिष्ठ नागरिक अपने साथ 18 साल से अधिक आयु का कोई परिचारक रख सकेंगे। इसका खर्च भी सरकार वहन करेगी। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि हर यात्रा की अवधि तीन दिन और दो रातों की होगी और हर साल हर विधानसभा क्षेत्र से यात्रा के लिए 1100 बुजुर्ग चुने जाएंगे। आवेदन पत्र संभागीय आयुक्त कार्यालय, संबंधित विधायक या तीर्थयात्रा समिति के जरिए ऑनलाइन भरे जा सकेंगे और तीर्थ यात्रियों का चयन ड्रॉ निकालकर किया जाएगा। सिसोदिया ने उस तिथि का खुलासा नहीं किया, जब से यह यात्रा शुरू होगी, लेकिन यह जरूर कहा कि योजना जल्द ही लागू होगी।
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