अजमेर सिंह, नई दिल्ली
कांग्रेस के सीनियर नेता अहमद पटेल, उनके बेटे फैजल पटेल और दामाद इरफान सिद्दीकी पर एन्फोर्समेंट डायरेक्टरेट (ईडी) का शिकंजा कस सकता है। दरअसल, मनी लॉन्ड्रिंग के एक केस में ईडी की पूछताछ में एक कॉर्पोरेट एग्जिक्यूटिव ने इन लोगों के नाम लिए हैं। संदेसरा ग्रुप के एग्जिक्यूटिव सुनील यादव ने ईडी को दिए गए लिखित बयान में आरोप लगाया है कि इस ग्रुप के मालिक चेतन संदेसरा और उनके सहयोगी गगन धवन ने सिद्दीकी को काफी कैश दिया था। यादव ने ईडी को यह भी बताया कि उन्होंने फैजल पटेल के ड्राइवर को कैश दिया था और इसकी डिलिवरी चेतन संदेसरा की तरफ से अहमद पटेल के बेटे को की जानी थी।
पढ़ें: मनी लॉन्ड्रिंग : ED ने गगन धवन की संपत्ति कुर्क की
यादव के लिखित बयान में इसका भी जिक्र है कि चेतन संदेसरा अक्सर अहमद पटेल के घर (23, मदर क्रेसंट, नई दिल्ली) जाया करते थे और संदेसरा द्वारा इसे 'हेडक्वॉर्टर 23' बताया जाता था। यादव ने बताया कि सिद्दीकी को संदेसरा जे2 और फैजल पटेल को जे1 बुलाते थे। यादव का बयान प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग ऐक्ट के सेक्शन 50 के तहत रिकॉर्ड किया गया। इसे न्यायिक कार्यवाही माना गया और यह अदालत में भी सबूत के तौर पर स्वीकार्य है। हमारे सहयोगी अखबार इकनॉमिक टाइम्स ने यादव द्वारा ईडी को दिए गए बयान भी कॉपी भी देखी है। ईडी के अधिकारियों ने इस मामले में कुछ भी टिप्पणी करने से मना कर दिया। अहमद पटेल ने ईटी से कहा कि वह इस मामले में कुछ नहीं कहना चाहते। इरफान सिद्दीकी के ग्रेटर कैलाश-1 स्थित घर जाने पर बताया गया कि सिद्दीकी संवाददाता से खुद से बात करेंगे, लेकिन खबर लिखे जाने तक उनका कोई जवाब नहीं आया था।
ईडी के समन के बावजूद चेतन संदेसरा अब तक जांच एजेंसी के सामने पेश नहीं हुए हैं। गगन धवन को गिरफ्तार किया जा चुका है। ईटी ने जुलाई में इन लोगों को सबसे पहले सवाल भेजे थे, जब अखबार ने सीनियर टैक्स अधिकारियों को कथित तौर पर पैसे देने के मामले में इनकम टैक्स विजिलेंस जांच को लेकर खबर छापी थी। यह जांच संदेसरा ग्रुप के एक एंप्लॉयी की डायरी पर आधारित थी। यह डायरी इनकम टैक्स की रेड में मिली थी। इस डायरी में 'इरफान भाई' को की गई पेमेंट का भी जिक्र है। यादव ने ईडी को बताया कि 'इरफान भाई' दरअसल में सिद्दीकी हैं।
संदेसरा ग्रुप ने जुलाई में ईटी को बताया था कि वह उन मामलों से वाकिफ नहीं है, जिनका जिक्र इस ईमेल में किया गया है। ग्रुप ने कहा था, 'हम निराधार आरोपों को भी खारिज करते हैं, जो गलत नीयत से लगाए गए हैं।' यादव ने ईडी को बताया कि संदेसरा और धवन अपने साथ बड़ी रकम लेकर इरफान अहमद सिद्दीकी को पहुंचाया करते थे।
कांग्रेस के सीनियर नेता अहमद पटेल, उनके बेटे फैजल पटेल और दामाद इरफान सिद्दीकी पर एन्फोर्समेंट डायरेक्टरेट (ईडी) का शिकंजा कस सकता है। दरअसल, मनी लॉन्ड्रिंग के एक केस में ईडी की पूछताछ में एक कॉर्पोरेट एग्जिक्यूटिव ने इन लोगों के नाम लिए हैं। संदेसरा ग्रुप के एग्जिक्यूटिव सुनील यादव ने ईडी को दिए गए लिखित बयान में आरोप लगाया है कि इस ग्रुप के मालिक चेतन संदेसरा और उनके सहयोगी गगन धवन ने सिद्दीकी को काफी कैश दिया था। यादव ने ईडी को यह भी बताया कि उन्होंने फैजल पटेल के ड्राइवर को कैश दिया था और इसकी डिलिवरी चेतन संदेसरा की तरफ से अहमद पटेल के बेटे को की जानी थी।
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यादव के लिखित बयान में इसका भी जिक्र है कि चेतन संदेसरा अक्सर अहमद पटेल के घर (23, मदर क्रेसंट, नई दिल्ली) जाया करते थे और संदेसरा द्वारा इसे 'हेडक्वॉर्टर 23' बताया जाता था। यादव ने बताया कि सिद्दीकी को संदेसरा जे2 और फैजल पटेल को जे1 बुलाते थे। यादव का बयान प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग ऐक्ट के सेक्शन 50 के तहत रिकॉर्ड किया गया। इसे न्यायिक कार्यवाही माना गया और यह अदालत में भी सबूत के तौर पर स्वीकार्य है। हमारे सहयोगी अखबार इकनॉमिक टाइम्स ने यादव द्वारा ईडी को दिए गए बयान भी कॉपी भी देखी है। ईडी के अधिकारियों ने इस मामले में कुछ भी टिप्पणी करने से मना कर दिया। अहमद पटेल ने ईटी से कहा कि वह इस मामले में कुछ नहीं कहना चाहते। इरफान सिद्दीकी के ग्रेटर कैलाश-1 स्थित घर जाने पर बताया गया कि सिद्दीकी संवाददाता से खुद से बात करेंगे, लेकिन खबर लिखे जाने तक उनका कोई जवाब नहीं आया था।
ईडी के समन के बावजूद चेतन संदेसरा अब तक जांच एजेंसी के सामने पेश नहीं हुए हैं। गगन धवन को गिरफ्तार किया जा चुका है। ईटी ने जुलाई में इन लोगों को सबसे पहले सवाल भेजे थे, जब अखबार ने सीनियर टैक्स अधिकारियों को कथित तौर पर पैसे देने के मामले में इनकम टैक्स विजिलेंस जांच को लेकर खबर छापी थी। यह जांच संदेसरा ग्रुप के एक एंप्लॉयी की डायरी पर आधारित थी। यह डायरी इनकम टैक्स की रेड में मिली थी। इस डायरी में 'इरफान भाई' को की गई पेमेंट का भी जिक्र है। यादव ने ईडी को बताया कि 'इरफान भाई' दरअसल में सिद्दीकी हैं।
संदेसरा ग्रुप ने जुलाई में ईटी को बताया था कि वह उन मामलों से वाकिफ नहीं है, जिनका जिक्र इस ईमेल में किया गया है। ग्रुप ने कहा था, 'हम निराधार आरोपों को भी खारिज करते हैं, जो गलत नीयत से लगाए गए हैं।' यादव ने ईडी को बताया कि संदेसरा और धवन अपने साथ बड़ी रकम लेकर इरफान अहमद सिद्दीकी को पहुंचाया करते थे।
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