Saturday, December 2, 2017

पुलिस ने गूगल मैप्स से ढूंढा बच्ची का घर

नई दिल्ली

आधुनिक तकनीक के बदौलत एक 7 वर्षीय बच्ची अपने माता-पिता से मिल सकी। पुलिस ने गूगल मैप्स में दिखाई गई सैटलाइट तस्वीरों के मदद बच्ची के गांव की पहचान की और उसे उसके घर तक पहुंचाया। यह घटना बुधवार रात की है जब 7 साल की रश्मि (बदला हुआ नाम) अपने परिवार के साथ मेरठ से एक शादी में शामिल होने के लिए दक्षिण दिल्ली के मालवीय नगर में आई थी।

खेलते-खेलते बच्ची बाहर आ गई और वापस जाने का रास्ता भूल गई। जब दिल्ली पुलिस के कॉन्स्टेबल विक्रम ने रास्ते में रोती हुई बच्ची को देखा तो वह उसे अपने साथ मालवीय नगर पुलिस स्टेशन में ले आए। डीसीपी (साउथ) रोमिल बानिया ने बताया, 'बच्ची अपने गांव का पता नहीं बता पा रही थी बस उसने इतना बताया कि वह अपने माता-पिता से के साथ किसी शादी में शामिल होने के लिए आई थी।'

जब बच्ची से सफर के समय के बारे में पूछा गया तो उसने बताया कि वह 4 घंटे में दिल्ली पहुंची थी। इसके बाद पुलिस ने दिल्ली से दूरी के हिसाब से शहरों का हिसाब लगाना शुरू किया और संबंधित शहरों की पुलिस से इस संबंध में जानकारी ली गई कि क्या उन्हें इस मामले में कोई भी जानकारी है।

इसके बाद बच्ची ने पुलिस को बताया कि अपने घर से दिल्ली आते हुए उसने कौन-कौन सी जगह देखी थीं। इसके बाद पुलिस ने अंदाजा लगाया कि बच्ची पश्चिमी उत्तर प्रदेश या उत्तराखंड से आई है। आगे पूछताछ करने पर पुलिस को अंदाजा हो गया कि बच्ची शायद मेरठ शहर से बस में बैठी थी।

इसके बाद पुलिस ने गूगल मैप्स की मदद से यह पता लगाने की कोशिश की कि ऐसे कौन से गांव हैं जिनके आस-पास तालाब है। इन गांवों की लिस्ट की बनाने के बाद गावों के सरपंचों से संपर्क साधा गया। अंत में पुलिस ने आखिरकार मेरठ से 44 किलोमीटर दूर रश्मि का गांव 'कोल' ढूंढ निकाला। सरपंच द्वारा दिल्ली से गायब हुई बच्ची का हुलिया रश्मि से मिलने के बाद बच्ची को उसके परिवार के सुपुर्द कर दिया गया।

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