Saturday, December 2, 2017

'मृत' नवजात : 'मैक्स ने बताया था 50 लाख का खर्च'

नई दिल्ली
दिल्ली के शालीमार बाग इलाके में जिंदा नवजात को डॉक्टरों द्वारा मृत घोषित किए जाने के मामले में पुलिस ने शनिवार को ही जांच शुरू कर दी, लेकिन परिवार ने अस्पताल पर नए आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई है। जुड़वां (एक मृत, दूसरा जिंदा) बच्चों के पिता 26 वर्षीय आशीष का आरोप है कि बच्चे को अस्पताल में रखे जाने का 50 लाख रुपयों का खर्च बताया गया। अपनी शिकायत में आशीष ने बताया कि मैक्स अस्पताल ने उनकी 6 महीने की गर्भवती पत्नी वर्षा के जुड़वां गर्भस्थ शिशुओं के बचने की 10-15% ही संभावना बताई थी और कहा 35,000 रुपये की कीमत के 3 इंजेक्शन लगवाने की सलाह दी थी ताकि गर्भ के बचने की संभावना को बढ़ाया जा सके।

इंजेक्शन लगाए जाने के बाद डॉक्टरों ने कहा कि शिशुओं के बचने की संभावना 30 फीसदी तक पहुंच गई है। आशीष ने यह आरोप भी लगाया कि बच्चों को खतरे से बाहर लाने के लिए नर्सरी में रखा जाएगा जिसपर 50 लाख रुपये तक का खर्च आएगा। आशीष द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर के मुताबिक, 'मैक्स ने शिशुओं के इलाज में लापरवाही बरती, इलाज ठीक से नहीं किया गया। एक बच्चा जिंदा था, फिर भी उसे मृत बताकर पार्सल बनाकर हमें सौप दिया गया।'

धरने पर परिजन

यही नहीं इलाज में लापरवाही को लेकर जुड़वा बच्चे के परिवारवाले मैक्स शालीमार बाग अस्पताल के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं। परिवार वाले शुक्रवार पूरे दिन, फिर पूरी रात को धरने पर बैठे रहे। उनके समर्थन में सैकड़ों लोग शामिल हुए। शनिवार को भी दिनभर प्रदर्शन जारी रहा। इसको लेकर अस्पताल के बाहर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। परिवारवालों की मांग है कि इलाज करने वाले डॉक्टर को गिरफ्तार किया जाए। अस्पताल ने इस मामले की जांच के लिए एक कमिटी का गठन किया है, जिसमें इंडियन मेडिकल असोसिशन के भी एक डॉक्टर को शामिल किया है।

आईएमए के प्रेजिडेंट डॉक्टर के. के. अग्रवाल का कहना है कि मामला गंभीर है, पूरी रिपोर्ट आने के बाद ही ऐक्शन की बात कही जा सकती है। सोमवार तक कमिटी की रिपोर्ट आ जाएगी। जांच प्रक्रिया के तहत एक टीम ने परिजनों से बात भी की है और कई घंटे तक उनसे पूछताछ की। परिवारवालों ने जांच के दौरान बताया कि उन्हें इलाज को लेकर किस तरह धोखे में रखा गया। जब बच्चा नर्सरी में ऐडमिट करने की बात आई तो डॉक्टर ने कहा कि इलाज पूरा होने तक तीन महीने का समय लग सकता है। इसमें करीब 50 लाख का खर्च आएगा। भारी भरकम रकम सुनकर परिजन परेशान हो गए। उन्होंने कहा कि इतने पैसे तो नहीं है। इसके कुछ देर बाद ही डॉक्टर ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया।

परिजन बोले, जब तक अरेस्ट नहीं होगा डॉक्टर, तब तक देंगे धरना

परिजनों का कहना है कि अब जब तक इस मामले में दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री खुद नहीं आते और हमें भरोसा नहीं देते कि अस्पताल के खिलाफ सख्त कानूनी ऐक्शन लिया जाएगा, तब तक हम यहां से नहीं हटेंगे। बच्चे का इलाज करने वाले डॉक्टर को गिरफ्तार किया जाए। अगर डॉक्टर नहीं पकड़ा जाता है तब तक वे यहां बैठे रहेंगे। इस घटना के बाद भी महिला मैक्स में ही एडमिट है। और अब स्थिति में सुधार बताया जा रहा है।

लाइसेंस होगा रद्द
स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने शनिवार को कहा कि मैक्स अस्पताल के खिलाफ ठोस कार्रवाई की जाएगी। अगर लाइसेंस रद्द करने की जरूरत पड़ी तो वह भी किया जाएगा। इस मामले में अस्पताल की बड़ी लापरवाही सामने आई है। सत्येंद्र जैन ने कहा, 'जब हमें अस्पताल की लापरवाही के बारे में पता चला तो हमने इसकी जांच के आदेश दिए। मैं सभी को आश्वस्त करना चाहता हूं कि यदि वे सही ढंग से काम नहीं करेंगे तो हम अस्पताल का लाइसेंस रद्द कर देंगे।' सोमवार तक जांच रपट आ जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि अस्पताल को आर्थिक रूप से कमजोर (ईडब्ल्यूएस) वर्ग के मरीजों का सही से इलाज नहीं करने के लिए 22 नवंबर को कारण बताओ नोटिस भी दिया गया था।

बच्चे की हालत में नहीं कोई सुधार
जिंदा नवजात को पीतमपुरा के अग्रवाल अस्पताल में ऐडमिट कराया गया है, उसकी हालत में अभी कोई सुधार नहीं हुआ है। अस्पताल के डायरेक्टर डॉक्टर संदीप गुप्ता ने कहा कि अभी भी न्यू नेटल आईसीयू में है। उसे वेंटिलेटर पर रखा गया है। ऑक्सीजन की सप्लाई की जा रही है। जब उसे ऐडमिट किया गया था, तब ब्लड जांच की गई थी। उस जांच में बच्चे में इंफेक्शन पाया गया था। इसके बाद से हाई डोज ऐंटिबायॉटिक्स दी जा रही हैं। उन्होंने कहा कि बच्चे में ब्लीडिंग का खतरा है, लेकिन अभी तक ऐसा नहीं हुआ है, पूरी कोशिश की जा रही है। हालांकि, डॉक्टर ने कहा कि बच्चा खतरे से बाहर नहीं है। अगर उसे बचा भी लिया जाता है तो बाकी जिंदगी पर इसका असर होगा। उसका ब्रेन पूरी तरह से डिवेलप नहीं हो पाएगा। बीच में ऑक्सीजन सप्लाई रुकने से उसके ब्रेन पर असर हो सकता है। बच्चे का बच पाना मुश्किल है।

( TOI इनपुट्स के साथ )

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